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छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 : असम के बयानबाज मुख्यमंत्री बोले-अकबर को भेजो, नहीं तो माता कौशल्या की भूमि होगी अपवित्र, ईसी से नोटिस

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

चुनाव आयोग ने गुरुवार को असम के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता हिमंत बिस्वा सरमा को पिछले हफ्ते विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान छत्तीसगढ़ के मंत्री मोहम्मद अकबर पर निशाना साधने वाली उनकी टिप्पणी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

आयोग ने असम के अनर्गल बयानबाजी के लिए मशहूर मुख्यमंत्री सरमा को 30 अक्टूबर शाम 5 बजे तक नोटिस का जवाब देने को कहा है. चुनाव आयोग की यह कार्रवाई कांग्रेस द्वारा सरमा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के एक दिन बाद आई है.

सरमा ने भाषण में क्या कहा ?

18 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के कवर्धा में एक भाषण में, सरमा ने अकबर पर विवादास्पद कटाक्ष करते हुए कहा था कि अगर अकबर को नहीं भेजा गया तो माता कौशल्या की भूमि अपवित्र हो जाएगी.उन्होंने कहा, अगर एक अकबर कहीं आता है, तो 100 अकबरों को बुलाता है. इसलिए जितनी जल्दी हो सके उसे विदा करो, नहीं तो माता कौशल्या की भूमि अपवित्र हो जाएगी.मान्यता है कि भगवान राम की माता कौशल्या आधुनिक छत्तीसगढ़ की रहने वाली थीं.

छत्तीसगढ़ कांग्रेस पर सरमा का हमला

सरमा ने धर्मांतरण समेत कई मुद्दों को लेकर छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर भी हमला बोला.कहा, आज हमारे प्रिय छत्तीसगढ़ के आदिवासियों को आए दिन धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया जा रहा है. जब कोई इसके खिलाफ आवाज उठाता है तो भूपेश बघेल जी कहते हैं हम सेक्युलर हैं. क्या हिंदुओं को पीटना आपका काम है. धर्मनिरपेक्षता? यह देश हिंदुओं का देश है और हिंदुओं का रहेगा. हमें धर्मनिरपेक्षता मत सिखाएं, हमें आपसे धर्मनिरपेक्षता सीखने की जरूरत नहीं है.

सरमा के खिलाफ शिकायत

कवर्धा से पार्टी के उम्मीदवार अकबर के खिलाफ टिप्पणी के लिए कांग्रेस ने बुधवार को सरमा के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई.पार्टी ने आरोप लगाया कि सरमा की टिप्पणी से समाज के वर्गों को एक-दूसरे के खिलाफ भड़काने का स्पष्ट इरादा दिखता है.

सरमा को नोटिस जारी करते हुए, चुनाव आयोग ने उन्हें चुनाव संहिता के एक प्रावधान की याद दिलाई, जिसमें कहा गया है कि कोई भी पार्टी या उम्मीदवार किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होगा जो मौजूदा मतभेदों को बढ़ा सकता है या आपसी नफरत पैदा कर सकता है या विभिन्न जातियों और समुदायों के बीच तनाव पैदा कर सकता है.90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों 7 और 17 नवंबर को होंगे.