टीपू सुल्तान के जूते देखें हैं कभी !
ब्यूरो रिपोर्ट।
आपने ‘मैसूर सम्राट’ टीपू सुल्तान की तोप, तलवार और बहादुरी के किस्से तो बहुत सुने होंगे। मगर उनके खास तरह के जूते कभी देखे या उनके बारे में सुना है ? नहीं, तो आपका इससे परिचय कराता हूं। इस समय उनका एक जोड़ी नायाब जूता यूके की एक संग्रहालय में सुरक्षित है।
कर्नाटक के देवनाहल्ली में 20 नवंबर 1750 को जन्मे टीपू का पूरा नाम सुल्तान फतेह अली खान है। उनके पिता हैदर अली मैसूर साम्रज्य के सैनिक थे। बाद में अपनी ताकत के बूते टीपू मैसूर के शासक बने। उनकी योग्यता, बहादुरी और बुद्धिशीलता के कारण उनके पिता उन्हें ‘शेर-ए-मैसूर’ कहा करते थे। अंग्रेजों से युद्ध करते हुए 4 मई 1799 को उनकी श्रीरंगपट्टम में मौत हो गई थी। भारतीय जनता पार्टी और हिंदू संगठन टीपू सुल्तान को हत्यारा, बलात्कारी और अत्याचारी बताते हैं। बहरहाल, हमें इस विवाद में नहीं जाना। उनपर लगाए जाने वाले आरोप कितने सत्यता है ? इसपर फिर कभी चर्चा करूंगा। आज केवल टीपू के अनोखे जूते की बात। उनके जूते बेहद दिलकश और सोने, हीरे जड़ित नक्काशेदार हुआ करते थे। इसका अगला सिरा बहुत हद तक पीछे की तरफ मुड़ा होता था। निधन के बाद उनके जूते यादगार के तौर पर अंग्रेजों के लॉर्ड सेकंड क्लाइव अपने साथ लंदन ले गए थे। इस समय टीपू का वह जूता यूके के कैसल-वेल्स के पाविस स्थित क्लाइव म्यूजियम में सुरक्षित है।
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संपादक