Muslim World

अमीश देवगन ने पहले ख्वाजा गरीबनवाज को ‘लुटेरा’ कहा, अब मांग रहे माफी

ब्यूरो रिपोर्ट
घेराबंदी के बाद सूफी संत ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती को ‘लुटेरा’ और ‘आक्रांता’ बताने वाले #न्यूज-18 के न्यूज एंकर #अमीश_देवगन ने माफी मांग ली है। चूंकि उनका माफीनामा दो दिनों बाद आया है, इसलिए उनकी नियत और रवैये को लेकर ‘चिश्ती’ के चाहने वालों का गुस्सा अभी ठंडा नहीं पड़ा है। न्यूज-18 और इसके एंकर देवगन के खिलाफ प्रदर्शन के साथ कई शहरों में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
 दरअसल, अमीश देवगन देश के उन टीवी न्यूज एंकरों में शुमार हैं, जिनपर मुस्लिम विरोधी एजेंडा चलाने का आरोप  है। कुछ ऐसे ही न्यूज एंकरों ने इनदिनों हरियाणा के मेवात की कुछ घटनाओं को लेकर मेव मुसलमानों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। वर्तमान में जब #भारत_चीन युद्धि सिर पर है और कोरोना संक्रमण देश में  खतरनाक स्थिति तक पहुंच गया है, मुस्लिम विरोधी चैनल पिछले दस दिनों से मेवात के खिलाफ अभियान चलाए हुए हैं। जब देवगतन ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा कि ‘‘अंजाने में  चिश्ती को ‘खिल्लजी’ के तौर पर उल्लेख कर दिया। मैं ईमानदारी से इस गंभीर त्रुटि के लिए क्षमा मांगता हूं। यह सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती के अनुयायियों के लिए दुख की बात है, जिन्हंे मैं समझता हूं। मैंने उनकी दरगाह पर आर्शीदवाद मांगे हैं। मुझे इस त्रुटि पर दुख है।’’ किसी को यकीन ही नहीं हुआ।


मुकदमा दर्ज करने को आवेदन
 परिणाम स्वरूप उनके और चैनल के खिलाफ  दारूल उलूम, देवबंद और रजा एकेडमी, मुंबई ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और पुलिस कमिश्नर को शिकायत पत्र देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। दारूल उलूम, देवबंद के मुहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिमी ने देवगन के ख्वाजा के खिलाफ अनर्गल बयान पर गम और गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि एंकर की बातों से चिश्ती के चाहने वालों को आघात पहुंचा है।


संत को बताया लुटेरा
 दरअसल, पूरा मामला यह है कि 15 जून को ‘प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट’ को लेकर न्यूज-18 के डिबेट शो मंे मुस्लिम राजाओं और इस्लाम को घटघरे के चक्कर में अमीश देवगन ने ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती को ‘लुटेरा चिश्ती’ बता दिया। इस डिबेट में चिश्ती की दरगाह पर फूल भेजने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता भी मौजूद थे। मगर उन्हांेने देवगन के बयान का विरोध नहीं किया।

-विरोध करता फुटेज

‘बाबा’ हैं भाइचारे का प्रतीक

 तब से मुसलमान गुस्से में हैं। कोरोना काल चलने के कारण वे विरोध करने सड़कों पर कम आए, पर सोशल मीडिया पर उन्होंने देवगन के विरूद्ध#ArrestAmishDevganअभियान चला रखा है। देवगन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए हैदराबाद में भी आवेदन दिए गए हैं। महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायक जीशान सिद्दीकी ने मुंबई पुलिस कमिश्न से मिलकर अमीश देवगन की गिर्फतारी की मांग की है। देवगन की कारस्तानी पर ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस, राजस्थान की अध्यक्ष रूक्मणि कुमारी ने भी नाराजगी जताते हुए ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती को 830 वर्ष पुराने भाईचारे, शांति और एकजुटता का प्रतीक बताया है।
-रूक्मणि का ट्वीट

-हिंदुओं को भड़का रहे पोर्टल
इस मामले में अन्य मीडिया घराने का रवैया भी कुछ कम आपत्तिजनक नहीं। इनमंे से किसी ने भी इतने हंगामे के बावजूद अखबार या टीवी परं एक लाइन की खबर नहीं चलाई। यहां तक कि सोशल मीडिया पर देवगन के मामले मंे केवल मुसलमानों के ही बयान आ रहे हैं, जबकि ‘बाबा’ के चाहने वालों में मुसलमानों से कहीं अधिक दूसरी कौम के लोग हैं। इसके उलट हिंदुत्व का एजेंडा चलाने वाले ‘ओपइंडिया’ जैसी कुछ वेबसाइट इस प्रकरण को पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब को बुरा-भला कहने वाले कमलेश तिवारी से जोड़कर हिंदुओं को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि तिवारी की कुछ अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी।

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शुक्रिया
संपादक