‘गली गर्ल’ का ग्लोबल जलवा, जामिया की सना ने जीती आईसीसी आर आर्ट प्रतियोगिता
स्टाफ रिपोर्टर
बिहार के छोटे से शहर गया के मुरारपुर मुहल्ले की संकरी सी गली में रहने वाली सना कादिर ने बड़ी उड़ान भरी है। इसने भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसी आर) की ओर से आयोजित ग्लोबल आर्ट प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार हासिल किया है।
सना दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया की बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (एप्लाइड आर्ट्स) की चौथे वर्ष की छात्रा हैं। उन्होंने यह उपलब्धि गैरपेशेवर कार्टून श्रेणी में प्राप्त की है।
आईसीसी आर ने प्रतियोगिता अप्रैल में ऑनलाइन कराई थी, जिसमें दुनियाभर के कलाकार शामिल हुए। प्रतियोगिता के आयोजन का उद्देश्य, कलाकारों को कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में उनकी भावनाओं और नवीन विचारों को पेश करने के लिए प्रोत्साहित करना था। इसमें दुनिया के 8,000 से अधिक कलाकार शामिल हुए। आईसीसी आर के प्रवक्ता का कहना है कि इतने सारे लोगों की अच्छी कलाकृतियों में से किसी एक को चुनना बहुत मुश्किल था। मगर सना सब पर भारी पड़ीं। उन्होंने अपने आर्ट वर्क में कोविड-19 को एक ऐसे नन्हे जीव के रूप में दिखाया है, जो वाहन की ड्राइविंग सीट पर बैठकर पूरे शहर में घूम रहा है और घातक वायरस फैला रहा है।
जामिया की कुलपति प्रो नजमा अख्तर ने सना को प्रतियोगिता जीतने और विश्वविद्यालय को गौरवान्वित करने के लिए बधाई दी है। उन्होंने उनके उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य की कामना की। सना ने अपनी कामयाबी पर खुशी जताते कहा कि कोविड-19 की वजह से लगे लॉकडाउन के दौरान उन्होंने कोरोना वायरस से जुड़े कई मुद्दों पर चित्रकारी की। इत्तेफाक से आईसीसी आर प्रतियोगिता का यह विषय भी था। इसकी जानकारी टीचर से मिलने पर उन्होंने प्रतियोगिता में अपना एक काम पेश कर दिया। वह तब हैरान रह गईं, जब उन्हें मेल से विजेता घोषित किए जाने की जानकारी दी गई। उन्हें इसके एवज मंें नकद पुरस्कार भी मिलेगा। आईसीसी आर के मुताबिक, कोरोना से स्थिति सामान्य होने पर इसकी ऑनलाइन प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
सना क़ादिर कहती हैं कि वह विश्वविद्यालय की उम्मीदों पर खरी उतरीं, जिसका उन्हें गर्व है। उनके दादा सादिक हाशमी, दादी फरीदा बानो, पिता मतलूब असगर, मां कौसर प्रवीन सहित परिवार के सभी सदस्यों ने इस उपलब्धि पर मुकारकबाद दिया है। सना ने कोविड-19 पर कई उमाद काम किए हैं। इस उपलब्धि पर स्थानीय नेताओं ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।