कराची में राशन बांटने के दौरान मची भगदड़ में बच्चों समेत 11 की मौत
जैन अली, कराची
पाकिस्तान के कारोबारी शहर कराची में राशन बांटने के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई. यह जानकारी इलाके के अधिकारियों ने दी है. घटना शुक्रवार को कराची के साइट एरिया में हुई.पुलिस के मुताबिक, घटना स्थल के नॉरिस चैरंगी के पास स्थित एक कपड़े की रंगाई की फैक्ट्री में राशन का वितरण चल रहा था. तभी भगदड़ मच गई, जिससे 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
अब्बासी शहीद अस्पताल के प्रशासन के मुताबिक, बलदिया कस्बे में भगदड़ में मारे गए दो लोगों के शव नाले में गिरे मिले, जिन्हें अस्पताल लाया गया.अधिकारियों के मुताबिक, दोनों मृतकों के शवों को सिविल अस्पताल लाया गया है.एसपी साइट मुगीज हाशमी ने एक बयान में कहा है कि रंगाई कारखाने में राशन वितरण या जकात के संबंध में कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी.
उपायुक्त कार्यालय और पुलिस को पहले से सूचना नहीं देने पर सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है.उनका कहना है कि मौके से गैस लीकेज या सिलेंडर फटने के कोई सबूत नहीं मिले हैं. घटना की जांच की जा रही है. शवों को अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है.
सिंध के मुख्य सचिव डॉक्टर मोहम्मद सोहेल राजपूत ने घटना का संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं.उन्होंने आयुक्त कराची और सचिव उद्योग से घटना की रिपोर्ट मांगी है.मुख्य सचिव सिंध ने निर्देश दिया कि जिम्मेदार लोगों की पहचान की जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
کراچی میں راشن کی تقسیم گیارہ جانیں کے گئ، آٹے کی قطاروں میں آٹھ افراد جاں بحق ہو چکے ہیں، یہ ہماری معیشت کے حالات کا عملی نمونہ ہے، افسوس اس بات کا ہے کہ مسند اقتدار پر بیٹھے لوگ صرف اپنی کرسی کی فکر میں لوگوں ظلم و بر ریت کے علاوہ کسی معاملے میں سنجیدہ نہیں
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) March 31, 2023
सिंध के मुख्यमंत्री ने लिया नोटिस
सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने घटना का संज्ञान लिया है. उन्हांेने कराची के आयुक्त मुहम्मद इकबाल मेमन से रिपोर्ट मांगी है.मुख्यमंत्री ने कहा, राशन वितरण और कल्याणकारी कार्यों के बारे में प्रशासन को सूचित किया जाना चाहिए था. उन्होंने अधिकारियों को घायलों को अस्पताल पहुंचाने के निर्देश दिए.
इमरान खान की पार्टी पीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष फवाद चैधरी ने कहा कि यह घटना देश की आर्थिक स्थिति का एक व्यावहारिक उदाहरण है और कथित उदासीनता के लिए प्रांतीय सरकार की आलोचना की.इस बीच, पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने बयान जारी कर कहा कि वह सरकार द्वारा स्थापित गेहूं आटा वितरण केंद्रों पर भगदड़ के कुप्रबंधन से बहुत चिंतित है.
HRCP is deeply concerned by the mismanagement causing stampedes at wheat flour distribution centres set up by the government. pic.twitter.com/ayhYbhsdpd
— Human Rights Commission of Pakistan (@HRCP87) March 31, 2023
आयोग ने कराची की घटना को विशेष रूप से चिंताजनक करार दिया. एचआरसीपी ने वितरण प्रणाली में सुधार के लिए सरकार से आह्वान करते हुए कहा, यह स्थिति पाकिस्तान के हाशिए पर रहने वाले लोगों के लिए अपमान है, जो राज्य पर हावी होने वाले अभिजात वर्ग द्वारा किए गए आर्थिक अन्याय का सामना कर रहे हैं.
आज की घटना ऐसे समय में आई है जब सरकार ने रमजान के दौरान लाखों जरूरतमंद परिवारों तक आटा वितरण कार्यक्रम शुरू किया है. हालांकि, इस योजना के परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में नागरिक वितरण केंद्रों पर उमड़ रही भीड़ चिंता बढ़ाने वाली है. ऐसे केंद्रों पर अराजकता का आलम है.
पंजाब में मंगलवार को मुफ्त आटा केंद्रों में मची भगदड़ में दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 45 महिलाओं सहित 56 लोग घायल हो गए थे. गुरुवार को वेहारी व मुजफ्फरगढ़ के निःशुल्क आटा वितरण केंद्रों में एक वृद्ध की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य घायल हो गए.