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पाकिस्तान में जेयूआई कार्यकर्ता सम्मेलन में धमाका, 35 की मौत, कई घायल

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, इस्लामाबाद

पाकिस्तान के प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में मजहबी और राजनीतिक पार्टी जमीयत उलेमा इस्लाम (एफ) के पार्टी सम्मेलन के दौरान एक विस्फोट में कम से कम 35 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए.डिप्टी कमिश्नर बाजौर अनवर-उल-हक ने विस्फोट में 20 लोगों के मारे जाने की खबर दी और 40 से अधिक लोगों को घायल बताया हैं. जबकि दूसरे सूत्रों से 35 के करीब लोगों के मारे जाने की खबर है.

रेस्क्यू 1122 के प्रवक्ता के मुताबिक, विस्फोट बाजौर के खार तहसील में दुबई मोड़ के पास हुआ.
प्रवक्ता के मुताबिक धमाके में 50 लोग घायल हुए हैं.जेयूआई के केंद्रीय नेता हाफिज हमदुल्ला ने निजी टीवी जियो न्यूज को बताया कि यह विस्फोट जेयूआई के कार्यकर्ता सम्मेलन में हुआ. उन्होंने कहा कि मुझे भी सम्मेलन में हिस्सा लेना था, लेकिन आखिरी वक्त पर मैंने हिस्सा न लेने का फैसला किया.

उन्होंने कहा कि विस्फोट जिहाद नहीं दंगा है.धमाके के बाद पुलिस और बचावकर्मी मौके पर पहुंच गए और घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है.जियो टीवी के मुताबिक, विस्फोट में उनके कैमरामैन समीउल्लाह भी गंभीर रूप से घायल हो गए.उधर, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने बाजौर में जेयूआई के कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान हुए विस्फोट पर गहरा दुख और अफसोस जताया है.

पार्टी की ओर से जारी बयान में मौलाना फजलुर रहमान ने प्रधानमंत्री और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री से इस दुखद घटना की जांच की मांग की है.इस बीच, जेयूआई के केंद्रीय महासचिव सीनेटर अब्दुल गफूर हैदरी ने बाजौर विस्फोट की कड़ी निंदा की है.मौलाना अब्दुल गफूर हैदरी ने एक बयान में कहा कि सोची समझी साजिश के तहत देश के हालात खराब किए जा रहे हैं.

उधर, विस्फोट स्थल पर मौजूद डॉन.कॉम के संवाददाता ने कहा कि घायलों में एक स्थानीय पत्रकार भी शामिल है.एक बयान में, केपी के गवर्नर हाजी गुलाम अली ने कहा कि घायल लोगों को स्थानांतरित करने के लिए बाजौर में एक हेलीकॉप्टर भेजा गया था.उन्होंने अधिकारियों को पेशावर में एलआरएच पर हाई अलर्ट जारी करने और घायल व्यक्तियों का सर्वोत्तम चिकित्सा उपचार सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया.

घटनास्थल के फुटेज में विस्फोट के बाद घबराए हुए लोग इकट्ठा होते दिखे. बाद में, एक बड़ी पुलिस टुकड़ी ने इलाके की घेराबंदी कर दी.एक गवाह रहीम शाह ने डॉन डॉट कॉम को बताया कि जब विस्फोट हुआ तब 500 से अधिक लोग सम्मेलन में भाग ले रहे थे. उन्होंने कहा, हम बायन सुन रहे थे तभी एक शक्तिशाली विस्फोट ने मुझे बेहोश कर दिया.

शाह ने बताया कि जब उन्हें होश आया तो हर तरफ खून बिखरा हुआ था. उन्होंने कहा, लोग चिल्ला रहे थे और गोलियां भी चलीं.पीपीपी मीडिया सेल पर एक बयान में, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने विस्फोट की निंदा की और शोक संतप्त लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की.

उन्होंने कहा, संघीय और खैबर पख्तूनख्वा सरकारों को आतंकवादियों के संरक्षकों को न्याय के कटघरे में लाना चाहिए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवादियों और उनके योजनाकारों को खत्म किया जाना चाहिए.पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा कि आतंकवादी सभी के दुश्मन हैं. उन्होंने कहा, स्वात की तरह पूरे देश को आतंकवाद की नर्सरी से साफ करने की जरूरत है.

जमात-ए-इस्लामी के सीनेटर मुश्ताक अहमद ने भी विस्फोट की निंदा की और मौतों पर संवेदना व्यक्त की.उन्होंने ट्वीट किया, संघीय और प्रांतीय सरकारें, बल, खुफिया एजेंसियां ​​और नागरिक प्रशासन लोगों की सुरक्षा करने में पूरी तरह से विफल रहे हैं.जेआई सीनेटर ने कहा, आतंकवाद की वापसी साबित करती है कि सरकार की सुरक्षा योजना,नीति विफल हो गई है और केपी के आदिवासी जिले इस आग के बीच में हैं.उन्होंने मांग की कि संबोधित करने के लिए संसद का एक संयुक्त बंद कमरे में सत्र बुलाया जाना चाहिए.