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गाजा में इजरायली हमलों में 85 फिलिस्तीनी मारे गए, जमीनी अभियान तेज

मुस्लिम नाउ ब्यूरोगाजा/काहिरा

इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष एक बार फिर तेज हो गया है। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार को हुए इजरायली हमलों में कम से कम 85 फिलिस्तीनी मारे गए और 133 घायल हुए। इजरायली सेना ने गाजा पट्टी के उत्तरी और दक्षिणी क्षेत्रों में कई घरों को निशाना बनाया।

इजरायल की ओर से इस हमले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि, गाजा में तटीय मार्ग के साथ बेत लाहिया क्षेत्र में इजरायली सेना ने जमीनी अभियान तेज कर दिया है


इजरायली सेना का बयान: नेत्ज़ारिम कॉरिडोर पर बढ़ाया नियंत्रण

बुधवार को इजरायली सेना ने कहा कि जनवरी 2025 से लागू युद्धविराम के टूटने के बाद, उसके बलों ने मध्य और दक्षिणी गाजा में फिर से जमीनी अभियान शुरू कर दिया है।

इससे पहले, मंगलवार को हुए हवाई हमलों में 400 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए थे, जो अक्टूबर 2023 में संघर्ष शुरू होने के बाद से सबसे घातक घटनाओं में से एक था। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में अब तक 510 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं

इजरायली सेना का कहना है कि उसके अभियानों ने नेत्ज़ारिम कॉरिडोर पर नियंत्रण को बढ़ाया, जिससे गाजा को दो भागों में विभाजित किया जा सके। सेना के अनुसार, यह एक “केंद्रित” युद्धाभ्यास है, जिसका उद्देश्य गाजा के उत्तर और दक्षिण के बीच आंशिक बफर ज़ोन बनाना है।


हमास का आरोप: युद्धविराम का “खतरनाक उल्लंघन”

फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने इजरायल के इस जमीनी अभियान को “खतरनाक उल्लंघन” करार दिया। हमास के अनुसार, नेत्ज़ारिम कॉरिडोर पर इजरायली सेना की गतिविधियाँ दो महीने पुराने युद्धविराम समझौते के खिलाफ हैं

एक आधिकारिक बयान में, हमास ने कहा कि वह युद्धविराम समझौते के प्रति प्रतिबद्ध है और उसने मध्यस्थों से “अपनी जिम्मेदारियाँ निभाने” की अपील की। हालांकि, हमास ने इजरायल के खिलाफ कोई सीधी जवाबी कार्रवाई करने की घोषणा नहीं की है।


इजरायल-गाजा संघर्ष की पृष्ठभूमि

इस ताज़ा हिंसा की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हुई थी, जब हमास के आतंकवादियों ने इजरायली समुदायों पर हमला कर 1,200 लोगों को मार दिया और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया। इजरायल ने इस हमले का जवाब देते हुए गाजा पट्टी में भीषण हवाई और जमीनी हमले किए, जिससे गाजा में भारी तबाही हुई

गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, अब तक इस संघर्ष में 49,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, और पूरा इलाका मलबे में तब्दील हो गया है। गाजा के अस्पताल घायलों से भरे हुए हैं, जबकि इजरायली सेना ने इलाके की नाकाबंदी कर रखी है।


अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया

गाजा पर बढ़ते इजरायली हमलों को लेकर दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। 19 मार्च 2025 को न्यूयॉर्क शहर में गाजा पर इजरायली हमलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ। सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की संपत्ति के सामने वॉल स्ट्रीट पर इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया

संयुक्त राष्ट्र (UN) और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन गाजा में युद्धविराम लागू कराने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। अमेरिका, मिस्र और कतर जैसे देशों ने मध्यस्थता की पेशकश की है, लेकिन हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं।


गाजा में स्थिति दिन-ब-दिन खराब

गाजा में खाद्य संकट, जल संकट और स्वास्थ्य सेवाओं की भारी कमी देखी जा रही है। लगातार हो रहे हवाई और जमीनी हमलों की वजह से हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। कई लोग संयुक्त राष्ट्र की सहायता पर निर्भर हो गए हैं

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर युद्ध जल्द नहीं रुका, तो गाजा में मानवीय संकट और बढ़ सकता है


निष्कर्ष: क्या संघर्ष समाप्त होगा?

इजरायल और हमास के बीच यह संघर्ष अब और भी भयानक रूप लेता जा रहा है। फिलिस्तीनी नागरिकों की भारी संख्या में हो रही मौतें और तबाही इस युद्ध के खतरनाक प्रभावों को दर्शाती हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस संघर्ष को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है, लेकिन अब तक कोई समाधान निकलता नजर नहीं आ रहा

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