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गाजा के साथ एकजुटता दिखाने को सीरिया में क्रिसमस उत्सव रद्द

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,दमिश्क

सीरिया के शहरों की सड़कें क्रिसमस की खुशियों से सूनी हो गई हैं. यहां मुख्य चर्चों ने गाजा में युद्ध पीड़ित फिलिस्तीनियों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए समारोहों को प्रार्थनाओं तक सीमित कर दिया है.अलेप्पो के सिरिएक कैथोलिक आर्कबिशप, मोर डायोनिसियस एंटोनी शाहदा ने बताया, यीशु मसीह के जन्मस्थान फिलिस्तीन में, लोग पीड़ित हैं. आमतौर से क्रिसमस पर उत्तरी सीरियाई शहर का केंद्रीय जिला अजीजिया में भारी हलचल होता है और त्योहारी बाजार और विशाल क्रिसमस ट्री सजाए जाते हंै.

इसकी सड़कें रोशनी और सजावट से सजी होती हैं.लेकिन इस साल, मुख्य चैराहा लगभग खाली है. क्रिसमस की कोई सजावट नहीं दिख रही.शाहदा ने कहा, सीरिया में हमने गाजा पर इजरायली बलों की बमबारी के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए अपने चर्चों में सभी आधिकारिक समारोह और स्वागत समारोह रद्द कर दिए हैं.

ऐसा करने वाला सिरिएक कैथोलिक चर्च अकेला नहीं है, सीरिया के तीन प्रमुख चर्चों के नेताओं – ग्रीक ऑर्थोडॉक्स, सिरिएक ऑर्थोडॉक्स और मेल्काइट ग्रीक कैथोलिक ने घोषणा की कि वे क्रिसमस उत्सव रद्द कर रहे हैं. समारोहों को धार्मिक समारोहों तक सीमित किया जा रहा है.

तीनों ने एक संयुक्त बयान में कहा, वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए, विशेष रूप से गाजा में, क्रिसमस और नए साल की शुभकामनाएं नहीं मिलने के लिए माफी मांगते हैं. उन्होंने कहा कि वे समारोहों को प्रार्थनाओं तक सीमित कर रहे हैं.हमास शासित फिलिस्तीनी क्षेत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल पर एक घातक हमले के जवाब में इजराइल द्वारा बड़े पैमाने पर हवाई और जमीनी हमले के बाद से गाजा पट्टी में 20,000 से अधिक लोग मारे गए हैं.

अधिकारियों का कहना है कि गाजा में मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं.आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर रिपोर्ट के अनुसार, हमास के हमले में इजराइल में लगभग 1,140 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे.कई गाजावासी हिंसा के कारण विस्थापित हो गए हैं और भीड़-भाड़ वाले आश्रयों या तंबुओं में रहने को मजबूर हैं. उन्हें अक्सर भोजन, ईंधन, पानी और चिकित्सा देखभाल के लिए संघर्ष करते देखा जाता है.

इजरायल को गाजा युद्ध में अब तक कितनी कीमत चुकानी पड़ी ?

फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने कहा है कि चल रहे इजरायली सैन्य अभियान ने संकीर्ण क्षेत्र में कहीं भी कोई सुरक्षित जगह नहीं छोड़ी है.2011 में सीरिया का गृह युद्ध शुरू होने से पहले, यह 1.2 मिलियन से अधिक ईसाइयों का घर था. हालांकि तब से बड़ी संख्या में लोग पलायन कर चुके हैं.

युद्ध ने क्रिसमस के जश्न को फीका कर दिया है. हाल के वर्षों में उत्सव में तेजी आई थी. इस बार राजधानी दमिश्क की सड़कों पर उदासी छाई हुई है.उत्सव एक अकेले बाजार तक ही सीमित है, जबकि दमिश्क में ग्रीक ऑर्थोडॉक्स मारियामाइट कैथेड्रल ने अपने प्रांगण में मामूली सजावट और एक छोटा पेड़ लगाया है.दमिश्क निवासी 66 वर्षीय राचेल हद्दाद ने कहा कि वह गाजा में तबाही की खबरें पढ़ते हुए दो महीने से अधिक समय तक अपने फोन से चिपकी रहीं और क्रिसमस ट्री लगाने का मन नहीं हुआ.

यह साल बहुत दुखद है. यह भूकंप से शुरू हुआ और गाजा युद्ध के साथ समाप्त हुआ. हद्दाद ने 6 फरवरी के भूकंप का जिक्र करते हुए कहा, यह दक्षिणी तुर्की और सीरिया में आया था, जिसमें कम से कम 55,000 लोग मारे गए थे.खुशी का कोई अवसर नहीं है. उन्होंने इसके लिए सीरिया की आर्थिक समस्याओं को भी जिम्मेदार ठहराया.

देश की अर्थव्यवस्था युद्ध से प्रभावित हुई है. बार-बार ईंधन की कमी और लंबी, दैनिक बिजली कटौती जीवन का एक तथ्य है. उन्हांेने कहा,अगर बिजली नहीं है, तो आप सजावट और रोशनी कैसे देखेंगे?