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अमेरिका ने हमास के सालेह अल-अरौरी पर कितना रखा था इनाम ?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,बेरूत

हमास के सबसे वरिष्ठ अधिकारियों में से एक की मंगलवार रात को मौत हो गई. वह एक इजरायली ड्रोन की चपेट में आ गए. इजरायली ड्रोन ने बेरूत के हिजबुल्लाह-नियंत्रित दक्षिणी उपनगरों में हमास के कार्यालयों को निशाना बनाया था. जिसकी सालेह अल-अरौरी की मौत हो गई.

हमास के राजनीतिक ब्यूरो के उप प्रमुख सालेह अल-अरौरी, इजराइल की हिट लिस्ट में एक प्रमुख नाम थे. अब तक मारे गए हमास नेताओं के सर्वोच्च रैंकिंग में थे.2017 से इस्माइल हनियेह के डिप्टी होने के साथ, अल-अरौरी हमास की सैन्य शाखा, इज्ज अद-दीन अल-कसम ब्रिगेड के संस्थापक कमांडर थे.

वह हमास के लिए फाइनेंसर होने और 1987 से हथियार हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करने के लिए अमेरिकी ट्रेजरी की प्रतिबंध सूची में भी थे. इजराइल के खिलाफ पहले फिलिस्तीनी विद्रोह के दौरान हमास का गठन हुआ था.अमेरिकी विदेश विभाग के न्याय कार्यक्रम ने उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 5 मिलियन डॉलर का इनाम देने की पेशकश की.

अल-अरौरी की मौत ईरान द्वारा अपने शीर्ष जनरल कासिम सुलेमानी को खोने की सालगिरह मनाने से एक दिन पहले हुई, जो 3 जनवरी, 2020 को बगदाद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे.अल-अरौरी 2010 से हमास के पोलित ब्यूरो के सदस्य थे. अगस्त 2014 में तब प्रमुखता से उभरे जब उन्होंने तुर्किये में एक सम्मेलन में कहा कि हमास समूह वेस्ट बैंक बस्ती से तीन इजरायली किशोरों के अपहरण और हत्या के लिए जिम्मेदार है.

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इजराइल और अमेरिका का यह भी मानना है कि वह हमास लड़ाकों के वित्तपोषण और प्रशिक्षण में शामिल थे.वह 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला करने की योजना में शामिल थे. हमास के इस अभूतपूर्व हमले में 1,200 लोग मारे गए थे और 240 को बंधक बना लिए गए थे.इसके बाद इजराइल ने गाजा पट्टी के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया जो अब तक जारी है. गाजा पर इजरायली हमले में अब तक 22,000 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है.

अक्टूबर में, रामल्लाह के पास वेस्ट बैंक के अरौरा शहर में अल-अरौरी के परिवार के घर को इजरायली सेना ने ध्वस्त कर दिया था. विध्वंस आदेश पर इजराइल रक्षा बल सेंट्रल कमांड के प्रमुख येहुदा फॉक्स ने हस्ताक्षर किए थे.हमास ने हत्या की पुष्टि की है, हालांकि आईडीएफ ने अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.

हमास समूह के वरिष्ठ अधिकारी इज्जत अल-रिश्क ने एक बयान में कहा, “फिलिस्तीन के अंदर और बाहर हमारे फिलिस्तीनी लोगों के नेताओं और प्रतीकों के खिलाफ ज़ायोनी कब्जे द्वारा की गई कायरतापूर्ण हत्याएं उनकी इच्छाशक्ति और दृढ़ता को तोड़ने में सफल नहीं होंगी.”उन्होंने दावा किया कि यह हमला “गाजा पट्टी में अपने किसी भी आक्रामक लक्ष्य को हासिल करने में दुश्मन की घोर विफलता को एक बार फिर साबित करता है”.

जबकि इजरायल ने हत्या पर आधिकारिक तौर पर कोई बयान जारी नहीं किया है, इजराली राजनेता और पूर्व राजनयिक डैनी डैनन ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में बेरूत के बाहर सालेह अल-अरौरी की हत्या के लिए इजरायली सुरक्षा बलों की प्रशंसा की.गौरतलब है कि रक्षा मंत्री योव गैलेंट समेत इजराइल के शीर्ष नेताओं ने बार-बार कहा है कि इजरायल हमास के सभी शीर्ष नेताओं को मार डालेगा.