ईरान के शहर सरावन में 9 पाकिस्तानी मारे गए
अब्दुल्ला मोमंद, तेहरान
ईरानी शहर सरावन में 9 पाकिस्तानी मारे गए. यह जानकारी तेहरान में पाकिस्तान के राजदूत मुद्दसिर टीपू ने दी है.ईरान की समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शनिवार सुबह अज्ञातहथियारबंद लोगों ने सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में सरवन शहर के सिरकन पड़ोस में एक घर में 9 गैर-ईरानियों की हत्या कर दी.एजेंसी ने कहा कि किसी भी समूह या व्यक्ति ने सामूहिक हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है.परिजनों का कहना है कि लोधरान निवासी जुबैर और उसका भतीजा अबू बकर काम के सिलसिले में ईरान गए थे. मृतक ईरान में कारों की डेंटिंग और पेंटिंग का काम करते थे.ईरान में पाकिस्तान के राजदूत मुदस्सर टीपू ने 9 पाकिस्तानियों की भीषण हत्या पर गहरा सदमा और दुख व्यक्त किया है.
बलूच अधिकार समूह हलवाश ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि पीड़ित पाकिस्तानी मजदूर थे, जो एक ऑटो मरम्मत की दुकान पर रहते थे. वहा वे काम करते थे. इसमें कहा गया कि घटना में तीन अन्य घायल भी हुए हैं.
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजदूत मुदस्सिर ने कहा, “सरावन में 9 पाकिस्तानियों की भयावह हत्या से गहरा सदमा लगा है. दूतावास शोक संतप्त परिवारों को पूरा समर्थन देगा. वकील जाहिदान पहले से ही घटना स्थल और अस्पताल पहुंच चुके हैं. घायलों का इलाज चल रहा है. हमने ईरान से मामले में पूर्ण सहयोग देने का आह्वान किया है.
Deeply shocked by horrifying killing of 9 Pakistanis in Saravan. Embassy will extend full support to bereaved families. Counsel Zahidan is already on his way to incident site & hospital where injured are under treatment.We called upon 🇮🇷 to extend full cooperation in the matter.
— Ambassador Mudassir (@AmbMudassir) January 27, 2024
यह घटनाक्रम मुदस्सिर के तेहरान पहुंचने के एक दिन बाद हुआ. उनके ईरानी समकक्ष इस्लामाबाद में उतरे. इससे ईरान द्वारा पाकिस्तानी क्षेत्र के अंदर कथित आतंकवादी ठिकानों पर हमले के बाद संबंधों में थोड़े समय के व्यवधान के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच राजनयिक संबंधों की पूर्ण बहाली का संकेत मिला.
इससे पहले दिन में, मुदस्सिर ने कहा कि वह ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी को अपना परिचय पत्र प्रस्तुत करते हुए सम्मानित महसूस कर रहे हैं.इस बीच, ईरानी विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन अपने पाकिस्तानी समकक्ष जलील अब्बास जिलानी के निमंत्रण पर रविवार को इस्लामाबाद पहुंचेंगे.
ईरानीत्र की सरकारी मीडिया ने बताया कि पिछले हफ्ते, ईरान ने बलूचिस्तान के सीमावर्ती शहर पंजगुर में आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के ठिकानों को निशाना बनाकर पाकिस्तान में हमले किए थे, जिसकी इस्लामाबाद ने कड़ी निंदा की थी. राजनयिक संबंधों को कम कर दिया था.
48 घंटे से भी कम समय के बाद, पाकिस्तान ने मार्ग बार सरमाचर नाम के एक खुफिया-आधारित ऑपरेशन में, ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) जैसे आतंकवादी संगठनों द्वारा इस्तेमाल किए गए ठिकानों पर हमला किया.
ईरान की आईआरएनए समाचार एजेंसी ने बताया कि सरवन शहर के एक गांव को निशाना बनाकर किए गए हमले में 9 लोग मारे गए थे. ईरानी आंतरिक मंत्री अहमद वाहिदी ने कहा कि सभी मृत विदेशी नागरिक हैं. ईरान ने हमलों की निंदा की थी और विरोध करने और पाकिस्तानी सरकार से स्पष्टीकरण का अनुरोध करने के लिए पाकिस्तान के प्रभारी डी-एफेयर को बुलाया था.
इस्लामाबाद में, तनाव बढ़ने के कारण सुरक्षा और विदेश नीति पर पाकिस्तान के प्रमुख प्राधिकारी, राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की एक उच्च स्तरीय बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने की. इसमें कैबिनेट सदस्य, ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष, सेना, नौसेना और वायु सेना के प्रमुख और खुफिया विभाग के अन्य प्रमुख उपस्थित थे.
शुक्रवार को घंटों चली बैठक के दौरान, एनएससी ने पाकिस्तान और ईरान के बीच तनाव कम करने की दिशा में कदम की पुष्टि की और आपसी सुरक्षा चिंताओं को दूर करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया था.
एक बयान जारी कर कहा गया, फोरम (एनएससी) ने व्यक्त किया कि ईरान एक पड़ोसी और भाईचारा वाला मुस्लिम देश है. दोनों देशों के बीच मौजूदा कई संचार चैनलों का क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के व्यापक हित में एक-दूसरे की सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए पारस्परिक रूप से उपयोग किया जाना चाहिए.
एनएससी ने आशा व्यक्त की कि दोनों देश बातचीत और कूटनीति के माध्यम से छोटी-मोटी परेशानियों को दूर करने में सक्षम होंगे और अपने ऐतिहासिक संबंधों को और गहरा करने का मार्ग प्रशस्त करेंगे. साथ ही इस बात पर जोर दिया कि किसी भी बहाने से किसी भी उल्लंघन पर देश की ओर से कार्रवाई की जाएगी.
Greatly honoured to present credentials to HE Ebrahim Raisi, President of🇮🇷 in an exclusive ceremony gracefully held at Presidency today. HE Raisi desired to solidify ties with🇵🇰.I reiterated Pakistan's commitment to elevate 🇵🇰🇮🇷 ties to new heights building stronger foundations.
— Ambassador Mudassir (@AmbMudassir) January 27, 2024
इस भावना को तेहरान ने भी दोहराया. इसके विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ईरान दोनों देशों और दोनों सरकारों के बीच अच्छे पड़ोसी और भाईचारे की नीति का पालन करता है.इन आदान-प्रदानों ने बाद में शुक्रवार को एफएम जिलानी और उनके ईरानी समकक्ष के बीच फोन पर बातचीत के लिए मंच तैयार किया गया.
दोनों विदेश मंत्रियों ने आतंकवाद विरोधी और अन्य आपसी चिंताओं पर विशेष ध्यान देने के साथ परिचालन स्तर पर सहयोग और प्रयासों को सिंक्रनाइज करने के महत्व को रेखांकित किया था. उन्होंने तनाव कम करने के लिए भी प्रतिबद्धता जताई.
इसके अलावा, विदेश मंत्रियों ने प्रत्येक देश के राजदूतों की उनकी संबंधित राजधानियों में पुनर्नियुक्ति पर विचार-विमर्श किया था, जो राजनयिक सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में एक कदम का संकेत था.
जिलानी ने अमीरब्दुल्लाहियन को इस्लामाबाद आने का निमंत्रण भी दिया था. ईरानी पक्ष के मुताबिक, ईरानी विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया था कि सुरक्षा और सैन्य सहयोग के आश्वासनों पर गंभीरता से अमल किया जाना चाहिए. अभी दोनों देशा में रिश्ता पूरी तरह से पटरी पर भी नहीं आ पाया था कि अज्ञान लोगों ने 9 पाकिस्तानियों को मौत के घाट उतार दिया. जाहिर है कोई है जो नहीं चाहता कि दोनों पड़ोसी देशों के रिश्ते बहाल हो सकें. अब देखना यह है कि नई घटना के बाद दोनों देश क्या रूख अपनाते हैं.