Religion

उमेर इलियासी खुलासा करें कि उन्हें कौन धमकियां दे रहा ?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

आल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के स्वंयभू मुख्य इमाम मौलाना उमेर इलियासी को अब उन नामों का खुलासा कर देना चाहिए जो उन्हें धमकी भरे संदेश भेज रहे हैं. आरोप है कि उमेर जिस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए 22 जनवरी के अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने गए थे, जब उन्हें मुस्लिम समुदाय ने नोटिस नहीं लिया तो उनकी ओर से यह नया विवाद गढ़ने की कोशिश की जा रही है.

आम समझ है कि वह प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होकर हिंदू और मुसलमान, दोनों के बीच ‘हीरो’बनना चाहते थे. एक तरफ वह मुसलमानों को यह जताना चाहते थे कि उनकी पहुंच कहां तक है ? दूसरा, रामभक्तांे को यह समझाने की रणनीति थी कि वे ही देश के 22 करोड़ मुसलमानों के असली रहनुमा हैं. यानी अगली बार जब मुसलमानों के किसी मसले पर कोई निर्णय लिया जाए तो उन्हें जरूर महत्व मिले.

मगर कार्यक्रम के बाद ऐसा नहीं हुआ. कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी के साथ बतियाते वीडियो वायरल होने के बावजूद दोनों समुदाय के लोगों ने उमेर इलियासी को खास तवज्जो नहीं दी.ऐसे में उनका दोनों समाज के बीच ‘हीरो’ बनने का सपना अधूरा रह गया. हालांकि उन्होंने अब भी यह कोशिश नहीं छोड़ी है. विवाद का इसका ही एक हिस्सा माना जा रहा है.

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एक समाचार आउलेट को दिए इंटरव्यू में उमेर ने कहा कि वह ‘राष्ट्र हित’ और भाईचारा की खातिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने गए थे. ऐसे में सवाल बनता है कि उन्होंने जाने से पहले इसकी सार्वजनिक घोषणा क्यों नहीं की ? अपने इंटरव्यू में वह कहते हैं कि जाने से पहले उन्होंने कई दिनों तक इसपर विचार किया. विचार करने की जरूरत क्यों पड़ी? नियत में यदि कुछ और नहीं था तो राष्ट्र हित की बात कार्यक्रम में शामिल होने से पहले कहनी चाहिए थी ? इससे मुसलमानों का मलाल भी कम होता !

अपने इंटरव्यू में वह यह भी कहते हैं कि उन्हें खुशी है कि बड़े मुस्लिम रहनुमा ने उनके प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने का बुरा नहीं माना. किसी ने इसके विरोध में कुछ नहीं कहा.’ दरअसल, इलियासी की यही परेशानी है. उन्हें कोई नोटिस नहीं ले रहा. अन्यथा क्या वजह है कि उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने के एक सप्ताह बाद मीडिया को बयान देना पड़ा कि उन्हें गालियां पड़ रहीं और उनके खिलाफ फतवा जारी किया जा रहा है. वह झुकने वाले नहीं हैं.

हकीकत यह है कि उमेर इलियासी कोई पहली बार ऐसे कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए हैं. आल इंडिया इमाम आॅर्गेनाइजेशन की वेबसाइट की फोटो गैलरी छान मारिए. इसके लिए यहां क्लिक कर सकते हैं.

साधु-संतों, बीजेपी नेताओं, एक्टर के साथ इनकी अनेक तस्वीरें वेबसाइट पर मिल जाएंगी, जो विभिन्न कार्यक्रमों की हैं. यह भी सर्वविदित है कि आरएसएस और बीजेपी से इनके प्रगाढ़ संबंध हैं. संघ के नेताओं से उनका मिलना जुलना है. अयोध्या में उनकी एंट्री बिना संघ के समर्थन के संभव नहीं थी.

जाहिर है, यह इलियासी का व्यक्तिगत मामला है. ऐसे मामलों में जब किसी आम मुसलमान ने पहले दखल नहीं दिया तो उनके प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने को कैसे खातिर में ले सकता है. उनकी किसी मुस्लिम और इस्लामिक रहनुमा ने आलोचना नहीं कि तो शायद इसलिए कि यह उनका व्यक्त मामला है और ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होना उनकी अपनी रणनीति है. इसलिए उन्होंने उमेर इलियासी के इमाम की वेशभूषा में राम मंदिर का भ्रमण करने का भी बुरा नहीं माना.

ऐसे में उमेर इलियासी को अब उन नामों का खुलासा कर देना चाहिए कि उन्हें कौन धमकियां और गालियां दे रहा है. कोई महत्वपूर्ण आदमी ऐसी मुर्खता नहीं करेगा. यह सबको पता है. नामों का खुलासा होने पर कुछ लोगों के ‘झोल-झाल’ का भी पता चलेगा.