हल्द्वानी में तनाव: कर्फ्यू, देहरादून में अलर्ट, विधायक बोले- जल्दबाजी में फैसला
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो, हल्द्वानी
उत्तराखंड के हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में गुरुवार को नगर निगम द्वारा पहले से चिह्नित स्थल से अतिक्रमण हटाने के क्रम में एक मदरसा और मस्जिद को तोड़े जाने से आक्रोशित समुदाय ने सरकारी अमले पर पत्थराव किया और आगजनी की, जिसके बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी वंदना सिंह ने रात 9 बजे से कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया.
जिला मजिस्ट्रेट ने भारतीय दंड संहिता 1973 की धारा-144 के तहत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए समूचे हल्द्वानी नगर में कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया. आज राज 9 बजे से अगले आदेश तक लागू रहेगा.
प्रतिबंधात्मक आदेश कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति अत्यावश्यक कार्यों (मेडिकल इत्यादि) को छोड़कर घर से बाहर नहीं निकलेंगे. सभी व्यावसायिक संस्थान, दुकानें, उद्योग इत्यादि पूर्णतः बंद रहेंगे. केवल अस्पताल व दवा की दुकानें खुली रहेंगी.
यह आदेश शासकीय सेवक, पुलिसकर्मी, सशस्त्र बल पर लागू नहीं होगा. केवल अत्यावश्यक कार्यों के लिए ही यातायात की अनुमति रहेगी.
हल्द्वानी के वनभूलपुरा के मलिक के बगीचे में बनी मस्जिद और मदरसे को ध्वस्त करने गए प्रशासन और पुलिस के साथ ही मीडियाकर्मियों पर गुरुवार शाम मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया, जिसमें कई पुलिस और मीडियाकर्मी बुरी तरह घायल हो गए.
मुख्य बिंदु:
- हल्द्वानी में गुरुवार को नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने के दौरान पत्थराव और आगजनी की घटना हुई।
- कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए रात 9 बजे से कर्फ्यू लगाया गया है।
- कर्फ्यू आज सुबह 9 बजे से अगले आदेश तक लागू रहेगा।
- केवल अत्यावश्यक कार्यों (मेडिकल इत्यादि) के लिए ही घर से बाहर निकलने की अनुमति होगी।
- अस्पताल और दवा की दुकानें खुली रहेंगी।
- पुलिस, सशस्त्र बल और शासकीय सेवकों पर कर्फ्यू लागू नहीं होगा।
- वनभूलपुरा में मस्जिद और मदरसे को ध्वस्त करने के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस और मीडियाकर्मियों पर हमला कर दिया।
- कई पुलिस और मीडियाकर्मी घायल हुए हैं।
- देहरादून में भी प्रशासन अलर्ट पर है।
- राज्य सरकार ने एमएचए से पुलिस बल की मांग की है।
- विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि शासन-प्रशासन ने जल्दबाजी की।
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु:
- हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई की तारीख 14 फरवरी तय की थी।
- मुख्यमंत्री धामी से विधायक सुमित हृदयेश की फोन पर बात हुई है।
- सभी शहरवासियों से अपील की गई है कि वे शांति-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग दें।
सुझाव:
- इस विषय पर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, आप निम्नलिखित स्रोतों से परामर्श कर सकते हैं:
- उत्तराखंड सरकार की वेबसाइट
- हल्द्वानी नगर निगम की वेबसाइट
- स्थानीय समाचार पत्रों और टीवी चैनलों की रिपोर्ट
आप इस विषय पर अपनी राय व्यक्त करने के लिए टिप्पणी भी कर सकते हैं।
वनफुलपुरा में फैले तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए देहरादून में भी अब प्रशासन अलर्ट पर आ गया है. देहरादून की डीएम सोनिका सिंह और एसएसपी अजय सिंह की संयुक्त टीम लगातार संवेदनशील इलाकों का दौरा कर रही है.
घटना की सूचना मिलने पर कुमाऊं रेंज के डीआईजी भी घटनास्थल पर पहुंचे. आसपास के जनपदों से भी अतिरिक्त पुलिस बल को वहां भेजा गया है. राज्य सरकार ने एमएचए से पुलिस बल की मांग की और 4 कंपनी हमें एडिशनल सेंट्रल फोर्स भी तत्काल एमएचए द्वारा उपलब्ध करा दी गई है.
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, कई पुलिसकर्मी और प्रशासन के लोग चोटिल हुए हैं. उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. पुलिस के मुताबिक, स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में है.
डीआईजी ने कहा, “हमारे पास इस पूरे घटनाक्रम की अलग अलग फुटेज है. घटना के पीछे जो भी उपद्रवी तत्व हैं. उनको चिन्हित किया जाएगा. उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
विधायक सुमित हृदयेश बोले : शासन-प्रशासन ने जल्दबाजी की
हल्द्वानी-वनभूलपुरा मामले पर हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, आजादी से लेकर आज तक हल्द्वानी में कभी भी इस तरह की घटना नहीं हुई. यहां हमेशा अमन-चैन और एकता का माहौल रहा है.
हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई की तारीक 14 फरवरी तय की थी, फिर भी शासन-प्रशासन ने जल्दबाजी करके इस कृत्य को अंजाम दिया.
विधायक ने कहा, “मुख्यमंत्री धामी से फोन पर मेरी बात हुई है . मैंने पूरे मामले के बारे में उन्हें बता दिया है. जितने भी प्रशासनिक अधिकारी, पुलिसकर्मी और स्थानीय नागरिक इस कृत्य में घायल और हताहत हुए हैं, मेरी संवेदना उनके परिवारजनों के साथ है. मेरी सभी शहरवासियों से अपील है कि किसी भी तरह की अफवाह पर गौर ना करें और शांति-व्यवस्था बनाने में पूरा सहयोग दें.”