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डॉक्टर अब्दुल कदीर का बयान: क्या यह मुस्लिम समुदाय के लिए प्रेरणा बनेगा?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

भारत का एक प्रतिशत मुस्लिम नौजवान यदि 100 लोगों को नौकरी देने लगे तो चीन-जापान से लोगों को बुलाकर नौकरी देने लगेंगे. शेखों को दुबई से बुलाकर काम पर लगाएंगे, इंशाअल्लाह !यह कहना है बीदर के चर्चित शाहीन अकेडमी के संस्थापक डॉक्टर अब्दुल कदीर का. इनके शिक्षण संस्थानों में बच्चांे को न केवल नर्सरी से हाॅयर और प्रोफेश्नल एजुकेशन दी जाती है, यहां से तैयारी कर प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाएं पास कर सैकड़ों छात्र डाॅक्टर और इंजीनियर निकलते हैं.

डाॅक्टर अब्दुल कदीर ने एक कार्यक्रम में छात्रों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा, ‘‘भारत का एक प्रतिशत मुस्लिम नौजवान 100 लोगों को नौकरी देने लगे तो हम  शेखों को दुबई से बुलाकर काम पर लगाएंगे, इंशाअल्लाह !उन्होंने कहा, ‘‘ यह संभव है. यह हो सकता है. अपने आपको छोटा मत समझो. अपने आपको कौम के लिए, मिल्लत के लिए फायदेमंद बनाओ.’’

उन्होंने आगे कहा, ’’किसी का हक मत मारिए. अपने अखलाक को अच्छा रखिए.’’ छात्रों को मुखातिब करते हुए कहा, ‘‘बेगर्ज हो जाओ. बेपनाह हो जाओ. हमेशा मेरा क्या होगा, मुझे किया मिलेगा, कहना छोड़ दो.’’डॉक्टर अब्दुल कदीर ने कहा, ‘‘नीयत अपनी ठीक रखिए. नियत अच्छी हो, अच्छी ख्वाहिश हो. अल्लाह की जात से बड़ा भरोसा करना. बड़ी उम्मीद करना.’’डाॅक्टर अब्दुल कदीर का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

डॉ. अब्दुल कदीर के बारे में

स्वास्थ्य शिक्षा को सभी के लिए उपलब्ध बनाने के अलावा, कुछ और भी है जो इस सफलता की कहानी की प्रारंभिक उद्देश्य था, हमारा पुनः पुरानी शान को जीवंत करने का संकल्प. ऐतिहासिक रूप से समृद्ध बीदर जिला, महान बहमानी साम्राज्य की स्वामित्व था, और महमूद गवान के मदरसा में 1472 में स्थापित होने के बाद यह दो सदियों तक एक शिक्षा केंद्र था, जो दुनिया भर के छात्रों को सेवा प्रदान करता था.

वह दिन थे जब बीदर महानता के शिखर पर था, जिसे एक महान शिक्षा केंद्र के रूप में मान्यता थी. आज हमने अपने आप को बीदर को एक ऐसा उत्तम स्थान घोषित करने का संकल्प लिया है, जहां विश्व-स्तरीय शिक्षा अनुभव करने के लिए आशार्ह अनुभवकर्ताओं के लिए अच्छा साधन है.

यह सब वह समय से शुरू हुआ जब मैं अपने छोटे भाई अब्दुल हन्नान के लिए एक गुणवत्ता शिक्षा केंद्र की तलाश में था. मेरी खोज एक निष्फल व्यायाम था क्योंकि मैं बीदर और उसके आस-पास के किसी भी मानक शैक्षणिक संस्थान का एकल मूल्यांकन नहीं कर सका. वही पल हमारे लिए एक बदलाव का समय था, जो मुझे अपने अधिक प्रसिद्ध करियर को एक अध्यापन उद्यमी में बदल देने के लिए प्रेरित किया.

शाहीन के बारे में

भारत में अग्रणी शैक्षणिक संस्थान के रूप में, शाहीन न केवल कुशल पेशेवर बल्कि मूल्यों और नैतिकता से युक्त अच्छे इंसान बनने के लिए Leadersको तैयार करने के जुनून से ओतप्रोत है. यही कारण है कि लगातार नंबर 1 पर हैं. शाहीन की सबसे बड़ी ताकत उसका जनशक्ति पूल है जो इसकी कार्यक्षमता को बढ़ाता है.

सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड वाले अनुभवी फैकल्टी सदस्यों को छात्रों को सफलता की ओर ले जाने के लिए हाथ से चुना जाता है. शाहीन के अधिकांश फैकल्टी सदस्य स्वयं अपने छात्र जीवन में अनुकरणीय उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं. शाहीन इस सिद्धांत में विश्वास करता है कि केवल विजेता टीमें ही विजेता बना सकती हैं!

शिक्षण उन चीजों का केवल एक अंश है जो फैकल्टी प्रदान करती है. छात्रों की योग्यता को पहचानना और उन्हें उनके चुने हुए लक्ष्यों की ओर सावधानीपूर्वक सलाह देना उनके कर्तव्यों का मूल है. सर्वोत्तम परिणामों के लिए इंटरैक्टिव सत्रों पर आधारित आधुनिक शिक्षण पद्धतियों का उपयोग किया जाता है.

प्रत्येक छात्र पर व्यक्तिगत ध्यान दिया जाता है. फैकल्टी का मानना ​​है कि प्रत्येक छात्र विशेष है! कोई आश्चर्य नहीं कि शाहीन की सबसे बड़ी संपत्ति उसके प्रशंसित फैकल्टी हैं.

शाहीन की सफलता की कहानियां

महान लोकतंत्र और सामाजिक समानता की नींव पर बने इस महान राष्ट्र में प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार है. यही दृढ़ विश्वास शाहीन का मार्गदर्शक प्रकाश रहा है. यदि पवित्र कुरान और सुन्नत आध्यात्मिक रूप से समृद्ध जीवन जीना सिखाते हैं, तो उचित शिक्षा व्यक्ति को कई मोर्चों पर आकार देने में मदद करती है.

शाहीन में इन दोनों का मिश्रण ही अपना जादू चलाता है. बच्चों के सर्वांगीण विकास को सामाजिक रूप से जिम्मेदार नागरिकों में सुनिश्चित करने के लिए इस्लाम के सिद्धांतों के साथ विभिन्न धाराओं से संबंधित सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान की जाती है.

शाहीन में शिक्षा के माध्यम से सशक्तिकरण हर चीज से पहले आता है. एक अग्रणी शैक्षणिक संघ के रूप में शाहीन के पास इंजीनियरिंग, चिकित्सा या किसी अन्य पाठ्यक्रम में उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों की पेशकश करने वाले कॉलेजों को चालू करने की क्षमता है; लेकिन समूह छात्रों को पेशेवर पाठ्यक्रमों की पेशकश करने वाले सरकारी कॉलेजों में उत्कृष्टता प्राप्त करने में सक्षम बनाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करता है. इस प्रकार शाहीन में सामाजिक सशक्तीकरण को स्वयं के संवर्धन से अधिक महत्व दिया जाता है.

इस्लामी मूल्यों और सुन्नत के जीवन जीने के तरीके से प्रेरित एक सुशिक्षित बच्चे में बदलाव लाने की क्षमता होती है. शाहीन उसी को सुविधाजनक बनाता है. सीखने के एक अग्रगामी शैक्षणिक केंद्र के रूप में शाहीन की कार्यक्षमता ठोस मूल्यों और विश्वासों के एक समूह पर टिकी हुई है.

यह उन लोगों के लिए है जो यह प्रचार करते रहते हैं कि भारत में मुसलमानों को सम्मान नहीं मिलता, भारत में उन पर अत्याचार हो रहा है आदि.

डॉ अब्दुल कादिर सन्देश

मैं, डॉ. अब्दुल कादिर, सबसे पहले सर्वशक्तिमान अल्लाह का नाम लेकर आप सभी को शाहीन की दुनिया में आपका स्वागत करता हूं. उनकी इच्छा और मार्गदर्शन के बिना हम आज जहां हैं, वहां नहीं पहुंच पाते.

मुझे विश्वास है कि यह आपके लिए एक जादुई सफर होगा. हम आपके साथ यात्रा कर शाहीन के इतिहास पर झलक डालेंगे. साथ ही भविष्य की रूपरेखा भी साझा करेंगे.

जो सफर 1989 में एक कमरे के किराये के मकान और 18 छात्रों के साथ एक दूरदर्शी प्रयास के रूप में शुरू हुआ, वह अब एक प्रमुख शैक्षणिक उत्कृष्टता केंद्र बन चुका है. आज शाहीन KG से लेकर कक्षा 12वीं तक ज्ञान सृजन में लगे 20,000 से अधिक छात्रों और 600 शिक्षकों के जीवन को छू रहा है.

सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को वहनीय बनाना हमारा मिशन तो है ही, इस सफलता की गाथा को शुरू करने वाला कुछ और भी है. बीदर के प्राचीन गौरव को शिक्षा के एक प्रतिष्ठित केंद्र के रूप में पुनर्जीवित करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता.

अतीत की धनी धरोहर वाला जिला बीदर, कभी शक्तिशाली बहमनी साम्राज्य की राजधानी थी. 1472 में स्थापित महमूद गावान मदरसा दुनिया भर के छात्रों को ज्ञान देता था. दो शताब्दियों तक सीखने का केंद्र रहा था. वह समय था जब बीदर शिक्षा के महान केंद्र के रूप में अपनी शान पर था। आज हमने बीदर को विश्व स्तरीय शिक्षा अनुभव चाहने वाले उम्मीदवारों के लिए एक बेहतरीन गंतव्य बनाकर उसके गौरव को पुनर्स्थापित करने का जिम्मा अपने ऊपर लिया है.