फिलिस्तीनियों से गाजा छीनने को इजरायल कर रहा नरसंहार, अब तक 30,000 लोगों की हत्या
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, रियाद, नई दिल्ली
हाल की कुछ घटनाओं से स्पष्ट हो चुका है कि अमेरिका की मदद से इजरायल फिलिस्तीनियों का नरसंहार कर गाजा की जमीन पर पूर्ण कब्जा चाहता है. इंटरनेशनल कोर्ट सहित दुनिया के अधिकांश देश इजरायल की इस हरकत का विरोध कर रहे हैं. बावजूद इसके गाजा में इजरायल की कार्रवाई थमने का नमा नहीं ले रही. फिलिस्तीनियों से जमीन छीनने में अमेरिका, इजरायल को हथियार और आर्थिक मदद पहुंचा रहा है.
हालांकि गाजा को लेकर इजरायल और अमेरिका की साजिश की पोल-पट्टी खुद अमेरिकी सैनिक खोलने लगे हैं. इसके विरोध में हाल में एक अमेरिकी सैनिक ने खुद को आग के हवाले कर दिया था.
अब अमेरिका के एक पूर्व सैनिक ने इजरायल के फिलिस्तीनियों के नरसंहार के पक्ष में सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर सबूत पेश करने की कोशिश की है. इस वीडियो और सैनिक के बारे में किसान समर्थक अमरेश मिश्रा ने अपने एक्स पर लिखा हैै-‘‘अमेरिका में अधिक से अधिक सेना के दिग्गज इजरायल के नरसंहार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैंण्
एलन शेबरो ने शक्तिशाली संदेश दियारू ष्मेरा नाम एलन शेबारो है. मैं तीसरे विशेष बल समूह के साथ था. मैं बी23 में एक्स्ट्रीमिस फोर्स के कमांडरों के साथ था. मैं एक स्नाइपरए एक हमलावर और एक घुसपैठिया था. मैंने तीन रोटेशन किएरू 2008ए 2009ए और 2007. मैं युद्ध जानता हूं. फ़िलिस्तीन में अभी जो चल रहा है वह युद्ध नहीं है. यह अमानवीयकरण है. यह नरसंहार है. यह जातीय सफाया है. एक खास लोगों की जमीन छीनने के लिए. यह गलत है. और जो गलत है उसके खिलाफ बोलने से बढ़कर एक अमेरिकी के लिये कुछ भी नहीं है. अमेरिकी करदाता इसके लिए भुगतान कर रहा हैह जो इसे और भी निराशाजनक बनाता है. इसे रोकने की जरूरत है. कुछ भी करिये. इसे रोकने की जरूरत है.
अमेरिका में अधिक से अधिक सेना के दिग्गज #Israeli #Gaza नरसंहार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। #American war veteran एलन शेबरो ने शक्तिशाली संदेश दिया: "मेरा नाम एलन शेबारो है। मैं तीसरे विशेष बल समूह के साथ था। मैं बी23 में एक्स्ट्रीमिस फोर्स के कमांडरों के साथ था। मैं एक स्नाइपर,… pic.twitter.com/uvjL0hOgnl
— @Misra_Amaresh (@misra_amaresh) February 28, 2024
यही नहीं अमेरिका में अब सेना के दिग्गज भी इजरायल के नरसंहार के खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं.इससे पहले गाजा के विरोध में इजरायली दूतावास के बाहर एक अमेरिकी वायुसैनिक ने खुद को जलाकर मार दिया था.
समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार, गाजा में युद्ध के विरोध में वाशिंगटन में इजरायली दूतावास के बाहर खुद को आग लगाने वाले अमेरिकी वायु सेना के एक एयरमैन की मौत हो गई है. वायु सेना ने एक बयान में कहा, 531वें इंटेलिजेंस सपोर्ट स्क्वाड्रन के साइबर रक्षा संचालन विशेषज्ञ, 25 वर्षीय वरिष्ठ एयरमैन आरोन बुशनेल की इस घटना में लगी चोटों से मृत्यु हो गई.
अमेरिकी वायु सेना कर्नल सेलिना नॉयस ने बयान में कहा, जब इस तरह की त्रासदी होती है, तो वायु सेना के प्रत्येक सदस्य को यह महसूस होता है. हम वरिष्ठ एयरमैन बुशनेल के परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. इधर,डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के प्रवक्ता अधिकारी ली लेपे ने सैनिक की मौत की पुष्टि की है.पेंटागन ने कहा कि मौत एक दुखद घटना है.
रॉयटर्स के अनुसार, एक वीडियो उक्त सैनिक यह कहते हुए दिखा, मैं अब नरसंहार में शामिल नहीं होऊंगा. उसके बाद उसने खुद पर एक साफ तरल पदार्थ छिड़क कर आग लगा ली. इस दौरान वह फिलिस्तीन मुक्त करो चिल्ला रहा था.
सैनिक अधिकारी की मौत पर हमास ने टेलीग्राम मैसेंजर पर एक पोस्ट में कहा,हम अमेरिकी पायलट आरोन बुशनेल के परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना और पूर्ण एकजुटता व्यक्त करते हैं, जिन्होंने मानवीय मूल्यों और फिलिस्तीनियों की दुर्दशा के रक्षक के रूप में अपना नाम अमर कर लिया, जो अमेरिकी प्रशासन और इसकी अन्यायपूर्ण नीतियों से पीड़ित थे.
गाजा में मरने वालों की संख्या 30,000 के करीब
गाजा युद्ध में बुधवार को फिलिस्तीनी लोगों की मौत की संख्या 30,000 के करीब पहुंच गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि रात भर हुई इजरायली बमबारी में अन्य 91 लोग मारे गए.इधर, मिस्र, कतर और संयुक्त राज्य अमेरिका युद्धविराम का रास्ता खोजने की कोशिश कर रहे है, उधर, इजरायल के हमले में कोई कमी नहीं आई है.कूटनीति की हलचल के बाद, मध्यस्थों ने कहा कि एक समझौता अंजाम तक पहुंच सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने मंगलवार को कहा, मुझे उम्मीद है कि अगले सोमवार तक हम युद्धविराम कर लेंगे. साथ ही उन्हांेने यह भी कहा कि अभी हमने संघर्ष विराम नहीं किया है.’’ याद रहे कि इस हमले में अमरिका इजरायल को आर्थिक और सैन्य मदद कर रहा है.
इस बीच कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने कहा कि दोहा को उम्मीद है, जरूरी नहीं कि आशावादी हो, कि हम गुरुवार से पहले कुछ घोषणा कर सकते हैं. उन्होंने आगाह किया कि जमीन पर स्थिति अभी भी अस्थिर है.दोहा ने सुझाव दिया है कि लड़ाई में विराम रमजान की शुरुआत से पहले आएगा. रमजान का महीना चंद्र कैलेंडर के आधार पर 10 या 11 मार्च को शुरू होगा.
हमास गाजा से इजरायली सेना की पूर्ण वापसी पर जोर दे रहा है. इस मांग को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सिरे से खारिज कर दिया है. इजरायल पहले ही गाजा पर कब्जा करने की नियत और नियंत्रण करने का ऐलान कर चुका है.विश्व खाद्य कार्यक्रम के उप कार्यकारी निदेशक कार्ल स्काऊ ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया, अगर कुछ नहीं बदला, तो उत्तरी गाजा में अकाल आसन्न है.
संयुक्त राष्ट्र मानवतावादी कार्यालय ओसीएचए के उनके सहयोगी, रमेश राजसिंघम नेव्यापक भुखमरी की चेतावनी दी है. यानी जो नरसंहार से बच गए वो भूखों मर जाएंगे.डब्ल्यूएफपी ने कहा कि कोई भी मानवीय समूह एक महीने से अधिक समय तक उत्तर में सहायता पहुंचाने में सक्षम नहीं है. इजरायली बलों द्वारा सहायता को प्रवेश करने से रोक दिया गया है.
उत्तर में जबालिया शरणार्थी शिविर के निवासी महमूद खोदर ने कहा, मैंने दो दिनों से खाना नहीं खाया है. बच्चे खाली बर्तन लेकर घूमते रहे हैं.”अधिकांश सहायता ट्रक रोक दिए गए है. विदेशी सेनाओं ने मंगलवार को राफा और गाजा के मुख्य दक्षिणी शहर खान यूनिस सहित हवाई मार्ग से आपूर्ति गिराई है.
गाजा में जो भी सहायता आती है वह मिस्र से राफा सीमा पार करके गुजरती है, जिससे संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने चेतावनी दी है कि शहर पर कोई भी हमला क्षेत्र में राहत कार्यों के ताबूत में आखिरी कील ठोंक देगा.इजराइल ने जोर देकर कहा है कि वह राफा में सेना भेजने से पहले नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर ले जाएगा. उसने कोई विवरण जारी नहीं किया है.
मिस्र ने चेतावनी दी है कि शहर पर हमले का पूरे क्षेत्र में विनाशकारी परिणाम होगा. इजरायली सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि इजरायल मिस्रवासियों और उनके हितों की बात सुनेगा. उन्होंने कहा कि राफा में मौजूदा बड़ी आबादी के साथ इजरायल कोई ऑपरेशन नहीं कर सकता.