देखें वीडियो: ओवैसी ने AIMIM कार्यकर्ताओं को दिए कांग्रेस को समर्थन के संकेत
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो,हैदराबाद
लगता है बीजेपी को लोकसभा चुनाव 2024 में वास्तव में गहरा धक्का पहुंचने वाला है. एआईएमआईएम पर बीजेपी की बी टीम होने का आरोप लगता रहा है. अब उसी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अपने कार्यकर्ताओं को कांग्रेस का समर्थन करने का संकेत दे रहे हैं.
सियासत डाॅट काॅम की एक रिपोर्ट के अनुसार,एक दशक से अधिक समय के बाद पहली बार ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अप्रत्यक्ष रूप से जनता से हैदराबाद संसदीय क्षेत्र को छोड़कर, लोकसभा चुनाव के लिए तेलंगाना में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए वोट करने के लिए कहा है. यह उनके पहले के रुख से एक बड़ा बदलाव है, जो सबसे पुरानी पार्टी के खिलाफ रहा है.
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11 मई को हैदराबाद के खिलवत में लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए एआईएमआईएम की अंतिम सार्वजनिक बैठक में, ओवैसी ने अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस उम्मीदवारों का वर्णन करते हुए अपने समर्थकों से कांग्रेस को वोट देने के लिए कहा. हालाँकि, हैदराबाद के मामले में, उन्होंने जनता से एआईएमआईएम को वोट देने का आग्रह किया. ओवैसी हैदराबाद से चुनाव लड़ रहे हैं.
AIMIM Chief @asadowaisi openly batting for Congress candidates just to defeat BJP.
— Keshav Soni (Modi Ka Parivar) (@ImKeshavSoni) May 11, 2024
Why Owaisi is fearing BJP so much that he has to support his opposition parties to this level? pic.twitter.com/zPpFvBl7Pw
ओवैसी ने बीआरएस को नहीं दिया समर्थन
तेलंगाना के गठन के बाद यह पहली बार है कि ओवैसी ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को समर्थन नहीं दिया. हालाँकि यह हाल के घटनाक्रमों के अनुरूप है. पिछले साल के विधानसभा चुनावों के बाद राज्य कांग्रेस के नेता असदुद्दीन ओवैसी और एआईएमआईएम के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं.
तेलंगाना में सोमवार होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अधिकतम सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य में अपनी संख्या बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है. तेलंगाना में 17 संसदीय सीटें हैं, जिनमें से 2019 में कांग्रेस ने केवल तीन सीटें जीतीं, जबकि भाजपा को चार और बीआरएस को नौ सीटें मिलीं थीं. इस बार तस्वीर बदलने वाली है.दूसरी ओर, हाल ही में हुए तेलंगाना विधानसभा चुनावों में राज्य में सत्ता गंवाने वाली बीआरएस अपने प्रदर्शन में सुधार करने के लिए बेताब है.
हैदराबाद लोकसभा सीट
हैदराबाद में वैसे तो कई उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया है, लेकिन मुख्य मुकाबला एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी और बीजेपी की माधवी लता के बीच है. एआईएमआईएम ने 1984 से हैदराबाद लोकसभा सीट पर कब्जा कर रखा है. कांग्रेस ने अपने हैदराबाद जिला अध्यक्ष समीर वलीउल्लाह को मैदान में उतारा है, जबकि बीआरएस ने गद्दाम श्रीनिवास को उम्मीदवार बनाया है.
हैदराबाद लोकसभा का इतिहास
सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी ने एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में 1984-89 के बीच निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है. 1989 से 2004 तक, लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी ने एआईएमआईएम सांसद के रूप में किया था. असदुद्दीन ओवैसी 2004 से हैदराबाद सीट से सांसद है. वह फिर सीट जीतते हैं तो यह उनकी लगातार पांचवीं जीत होगी. माना जा रहा है कि अपनी सीट बचान के लिए ही उन्हांेने कांग्रेस से ‘हाथ’ मिला लिया है.