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Sushant-Rhea case कोरोना फैलाने के लिए तबलीग़ जमात को जिम्मेदार बताने वाली मीडिया उड़ा रही नियमों की धज्जियाँ

भारत में कोरोना संक्रमण फैलाने के लिए तबलीग़ जमात के लोग जिम्मेदार नहीं। इस पर आए दिल्ली, मुंबई, लखनऊ एवं चेन्नई हाई कोर्ट के फ़ैसलों से यह साबित हो गया। मगर इसके फैलाव के लिए तब्लीगियों को जिम्मेदार ठहराने वाली मीडिया अब खुद उस रास्ते पर चल पड़ी है।

‘सुशांत आत्महत्या’ मामले की कवरेज के नाम पर मुंबई की सड़कों पर उमड़ी मीडिया कर्मियों की अनियत्रित भीड़ से महामारी के निर्बाध फैलने का कई गुना खतरा बढ़ गया है। देश में अभी एक दिन में 90 हजार से अधिक कोरोना संक्रमण मामले सामने आ रहे हैं। इसके बावजूद रिपोर्टिंग के नाम पर मीडिया कर्मियों ने आपसी दूरी एवं मॉस्क लगाने सहित सारे सरकारी आदेशों की धज्जियाँ उड़ा रखी हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उनकी इन हरकतों पर कटाक्ष किया है।

सोशल डिस्टेंसिंग एवं मॉस्क लगाने का पालन नहीं

महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति देश के बाकी प्रदेशों के मुकाबले अधिक भयावह है। खबर लिखने तक इस प्रदेश में 4.11 मिलियन लोग संक्रमित हो चुके थे। महामारी से महाराष्ट्र में 70,626 लोगों की जान चली गई। पिछले चौबीस घंटे में कोरोना संक्रमण के 20, हजार नए मामले सामने आए हैं। मुंबई में स्थिति अधिक गंभीर है। बावजूद इसके मीडिया कर्मी ‘सुशांत-रिया केस’ की रिपोर्टिंग के नाम पर कोविड 19 के सरकारी गाइड लाइन्स का पालन नहीं कर रहे। देश में अनलॉक की प्रक्रिया चल रही है। सरकार की ओर से मॉस्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सख्त हिदायत है। मीडिया कर्मी सरकारी आदेश को जूते की नोक पर रख मुंबई की सड़कों पर घूम रहे हैं। रिया चक्रवर्ती या उनके परिवार के किसी सदस्य अथवा सिने स्टार सुशांत सिंह राजपूत के मिलने-जुलने वालों को सीबीआई या नार्कोटिक्स डिपॉर्टेंमेंट वाले पूछताछ के लिए जब भी बुलाते या उनके ठिकाने पर दबिश देते हैं। जहारों मीडिया कर्मी वहां टूट पड़ते हैं। एक न्यूज चैनल का रिपोर्टर तो बिना मॉस्क पहने एक तथाकथित नशीले पदार्थ के कारोबारी के घर में घुस गया।

मीडिया कर्मियों को बता रहे पागल कुत्ते

एनडीटीवी इंडिया के रिपोर्टर सोहित मिश्रा ने  ऐसी ही उमड़ती मीडिया कर्मियों की भीड़ का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इस पर उनकी टिप्पणी है-‘‘कोरोना के समय सोशल डिस्टेंसिंग की दुहाई देने वाले, तबलीग़ जमात पर सवाल उठाने वाले मीडिया कर्मी खुद इसकी धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं….वह भी तब जब 24 घंटे में महाराष्ट्र में 20 हजार से ज्यादा मामले आए हैं।’’ सोहित की इस टिप्पणी एवं वीडियो पर मीडिया को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएँ आ रही हैंं। खबर लिखने तक इस ट्वीट को 1.8 बार रि-ट्वीट किया जा चुका था। इस पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी अपनी बात रखी है। लिखा-‘‘मैं भी चौकीदार से मैं भी बेरोजगार तक का सफर।’’ उनका इशारा मीडिया कर्मियों की तेजी से जाती नौकरियों की ओर है। शहबाज ट्वीट करते हैं-‘‘ऐसा लगता है मानो कुत्तों का झुंड एक इंसान को काट खाने पर आतुर हो।’’ तरूण अंडर स्कोर इंडिया ट्वीटर हैंडल से कहा गया-‘‘देश में 90 हजार केस रोज आ रहे। चीन-नेपाल सीमा पर टेंशन है….पर मीडिया सुशांत केस सुलझा रहा है। यह गुलामी भारत याद रखेगा।’’ शब्बीर आलम ने सोशल डिस्टेंसिंग एवं मॉस्क लगाने के नियमों का पालन नहीं करने वाली मीडिया कर्मियों की अपार भीड़ पर पुलिस लाठी जार्ज की वकालत की है।  

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संपादक

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