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तेलंगाना बाढ़ : 9 लोगों की जान बचाने वाले दिव्यांग सुभान खान को AIMIM ने 51,000 रुपये से किया सम्मानित

बचाने वाले सुभान खान को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) द्वारा उनकी बहादुरी के लिए सम्मानित किया गया.AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और अन्य विधायकों ने हैदराबाद के दर्रूश सलाम में सुभान खान से मुलाकात की. उन्हें 51,000 रुपये का चेक भेंट किया. सुभान खान हरियाणा के मेवात जिले के निवासी हैं . उन्होंने तेलंगाना के खम्मम जिले में बाढ़ के दौरान नौ लोगों को बचाया था.

AIMIM के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट किया गया, “मेवात, हरियाणा के सुभान खान, जिन्होंने बाढ़ के बीच नौ लोगों की जान बचाई, उन्हें AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने 51,000 रुपये का चेक भेंट किया. इसके साथ ही, ओवैसी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री और खम्मम के जिला कलेक्टर से मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत सुभान खान को 2 बीएचके फ्लैट और मुआवजा देने का भी अनुरोध किया.”

इस घटना में ध्यान देने योग्य बात यह है कि सुभान खान दिव्यांग हैं. फिर भी उन्होंने खतरनाक परिस्थितियों में अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों को बचाने के लिए कदम उठाया. ओवैसी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी और खम्मम के जिला कलेक्टर से आग्रह किया कि सुभान खान को मुख्यमंत्री राहत कोष से उचित मुआवजा प्रदान किया जाए और उन्हें डबल बेडरूम हाउसिंग योजना के तहत 2 बीएचके फ्लैट भी दिया जाए.

सुभान खान ने भारी बारिश के कारण फंसे लोगों को बचाने के लिए मुन्नेरू नदी में बुलडोजर चलाया. अपनी बहादुरी के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा, “अगर मैं मर भी गया, तो सिर्फ एक जान जाएगी, लेकिन अगर मैं बच गया, तो नौ लोगों की जान बचाऊंगा.”

तेलंगाना में हाल ही में भारी बारिश के कारण कई जिले जलमग्न हो गए हैं, जिससे व्यापक बाढ़ का सामना करना पड़ा. सुभान खान की बहादुरी की इस कहानी ने पूरे देश में प्रेरणा का संदेश दिया है.हैरानी की बात यह है कि फंसे लोगों को बचाने के लिए आधिकारिक स्तर पर की गई सभी कोशिशें नाकाम रहीं. सूरज ढलने के कारण नौसेना से मदद नहीं मिल पाई, यानी नौ लोगों की जान पूरी तरह खतरे में थी, हर तरफ निराशा थी और दोनों तरफ सैकड़ों लोग खड़े होकर जिंदगी और मौत का यह खेल देख रहे थे लेकिन इसी बीच सुभान ने वही किया जिसके लिए सरकार ने हेलीकॉप्टर मंगवाया था, लेकिन अंधेरे के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा आ रही थी.

सुभान खान ने इस अंधेरे के बावजूद भी एक नई सौगात दे दी. जेसीबी से नदी का सीना चीरकर इन नौ लोगों को जीवनदान दिया गया.तेलंगाना के खम्मम जिले के नौ लोगों के लिए, यह जेसीबी चालक एक देवदूत साबित हुआ जिसने उन्हें रविवार, 1 सितंबर को भारी बारिश के बाद मुनीरो नदी के प्रकोप से बचाया.

खम्मम में बारिश होने के कारण प्रकाश नगर पुल पर फंसे लोग मदद की गुहार लगा रहे थे, तभी सुभान खान पुल से गुजर रहे थे. जैसे ही खान प्रकाश नगर पुल के पास थे, नदी पहले से ही खतरनाक वेग से बह रही थी. स्थानीय लोगों ने उन्हें रोका और पुल पर फंसे समूह को बचाने का अनुरोध किया.

जब सुभान ने परेशान लोगों की चीखें सुनीं तो बिना एक पल भी बर्बाद किए नदी में उतरने का फैसला किया. शाम का वक्त था, लेकिन उन्होंने इतिहास के बारे में सोचे बिना जेसीबी के साथ नदी में उतरने का फैसला किया और अपनी खतरनाक यात्रा पर निकलने से पहले उन्होंने कहा था कि वह फंसे हुए लोगों को बचाने की कोशिश करेंगे. यदि मैं अपने प्रयास में असफल हो जाऊँ तो यह केवल मेरा जीवन है. अगर मैं सफल हुआ, तो मैं नौ लोगों की जान बचाऊंगा. फिर उसने अपनी जेसीबी को पुल की ओर मोड़ दिया और धीरे-धीरे और सावधानी से आगे बढ़ा. जब जेसीबी पहुंची तो लोग पुल पर खड़े थे और उनके डूबने का खतरा था लोगों ने, सुभान खान को संभवतः उन्हें बचाने के लिए स्वर्ग से उतरे एक देवदूत के रूप में देखा. उन्होंने अपनी जेसीबी वहीं रोकी जहां वे खड़े थे, सभी को जेसीबी पर बिठाया. फिर धीरे-धीरे और सावधानी से वापस चले गए जब तक कि बहता पानी उनकी जेसीबी से आगे नहीं निकल गया. पुल के अंत पर भारी भीड़ जमा हो गई थी, जो सांस रोककर इंतजार कर रही थी.

इससे पहले दिन में, सरकार ने विशाखापत्तनम में पूर्वी नौसेना कमान को एक आपातकालीन संदेश भेजकर एक हेलीकॉप्टर का अनुरोध किया था. लेकिन जब तक नौसेना ने हेलीकॉप्टर तैयार किया, तब तक अंधेरा हो चुका था. इसके अलावा मौसम भी खराब था. बारिश हो रही थी. हवा चल रही थी. नौसेना ने अंततः कहा कि वह उनकी मदद नहीं कर पाएगी. सरकार ने उन्हें उनके भाग्य पर छोड़ दिया, क्योंकि उनके पास उन तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं था. तभी सुभान खान के रूप में एक देवदूत प्रकट हुआ. वायरल वीडियो में सुभान खान की बेटी कहती नजर आ रही हैं कि उनके पिता रियल हीरो हैं. “मैं कांप रहा हूं. मेरे पिता ने उन सभी को बचा लिया है.”

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