सांसद पप्पू यादव का दावा: ‘दो घंटे में निपटा देंगे बिश्नोई गैंग’, बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सुरक्षा एजेंसियों पर उठे सवाल
Table of Contents
मुस्लिम नउ ब्यूरो, मुंबई
एनसीपी नेता और पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी की खुलेआम हत्या के बाद देश की सुरक्षा व्यवस्था पर गहरे सवाल उठने लगे हैं. सोशल मीडिया पर आम जनता और कुछ प्रमुख हस्तियां सुरक्षा एजेंसियों का मजाक उड़ाते हुए नजर आ रही हैं. बिहार के सांसद पप्पू यादव ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि सरकार ने “हिजड़ों की फौज” तैयार कर रखी है और अगर उन्हें मौका दिया जाए, तो वह दो घंटे में ही कुख्यात अपराधी लॉरेंस बिश्नोई के गैंग का सफाया कर देंगे.
साबरमती जेल में बंद गैंस्टर खुलेआम मुंबई में "कॉन्ट्रैक्ट किलिंग" करवाता है, और बेखौफ हत्या की जिम्मेवारी लेता है। ये है महाराष्ट्र में डबल इंजन सरकार की कानून व्यवस्था#Whokilledbaba #BabaSiddiqueShotDead #INDvAUS पप्पू यादव
— राहुल ठकर सेन (@gandhij_is_back) October 13, 2024
लॉरेंस बिश्नोई #SpaceX#LawrenceBishnoiGang
सलमान खान pic.twitter.com/dluKfywrOD
यह टिप्पणी उस वक्त आई जब कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने खुद बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली, जबकि वह इस समय गुजरात की एक जेल में बंद है. बिश्नोई का इस तरह जेल के भीतर से ही बड़े अपराधों को अंजाम देना और खुलेआम इसका श्रेय लेना, देश की सुरक्षा एजेंसियों की क्षमता और जेलों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है.
"सलमान खान हम ये जंग नहीं चाहते थे पर तुमने हमारे भाई का नुकसान करवाया…"
— Mini Nagrare (@MiniforIYC) October 13, 2024
बिश्नोई गैंग ने ली बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी#BabaSiddique #BabaSiddiqueDeath
#BabaSiddiqueShotDead | #SalmanKhan | Lawrence Bishnoi | #Lawrencebishnoi pic.twitter.com/GOn2aRjcU4
लॉरेंस बिश्नोई का महिमामंडन
सभी साथी बिहार पुलिस को टैग करें।
— अश्विनी सोनी اشونی سونی (@Ramraajya) October 13, 2024
बिहार पुलिस संज्ञान लें ये व्यक्ति एक कुख्यात अपराधी का महिमामंडन कर रहा है जो कि कई हत्याओं में शामिल रहा है।
किसी भी अपराधी का समर्थन या महिमामंडन भी अपराध को बढ़ावा देना है।
लारेंस गैंग से इसके कनेक्शन की भी जाँच की जाये।@bihar_police… pic.twitter.com/drUeU7lVos
लॉरेंस बिश्नोई की ओर से बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने के बाद, सोशल मीडिया पर कुछ पूर्व सैन्य अधिकारियों और कट्टरपंथी समूहों ने बिश्नोई का महिमामंडन करना शुरू कर दिया. कुछ वीडियो और पोस्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जेल में बंद होते हुए भी बिश्नोई का आतंक इतना बढ़ चुका है कि खालिस्तानी आतंकवादी भी उससे डरते हैं. इन पोस्ट्स में बिश्नोई के शूटरों को “लॉयल” और “पूरी दुनिया में फैले हुए” बताया जा रहा है.
यह प्रवृत्ति न केवल देश की कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़े करती है, बल्कि एक गंभीर सामाजिक समस्या की ओर भी इशारा करती है, जहां अपराधियों को हीरो के रूप में देखा जा रहा है.
लॉरेंस बिश्नोई अगर जेल में है तो उसका गिरोह कौन चला रहा है? अगर वह खुद जेल से चला रहा है तो क्या ये गुजरात सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री की नाकामी नही है?
— Lutyens Media (@LutyensMediaIN) October 13, 2024
इस गिरोह का फेसबुक पेज कैसे चल रहा है, उस पर पाबंदी क्यों नहीं है? – वर्षा गायकवाड़ pic.twitter.com/OlmNimhFoo
सोशल मीडिया पर सवालों की बौछार
बाबा सिद्दीकी की हत्या मुंबई जैसे शहर में की गई, जिसे भारत की कारोबारी राजधानी माना जाता है. यह वही शहर है जहां 2008 में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठनों ने बड़ा हमला किया था. इसके बावजूद, इस शहर की सुरक्षा व्यवस्था इतनी लचर कैसे हो सकती है कि एक जेल में बंद अपराधी आसानी से अपनी ताकत का प्रदर्शन कर सके और एक वाई श्रेणी की सुरक्षा वाले नेता की हत्या करा सके?
सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि एक जेल में बंद अपराधी इतना शक्तिशाली कैसे हो सकता है कि वह सलाखों के पीछे से बड़े नामों को मौत के घाट उतारने का आदेश दे सके. कई राजनीतिक विश्लेषक और आम नागरिक सरकार से सवाल कर रहे हैं कि जब सुरक्षा एजेंसियां बार-बार खालिस्तानी आतंकवादियों और देशविरोधी तत्वों का सामना कर रही हैं, तब ऐसे अपराधियों को कैसे रोका जाएगा, जो जेल के अंदर से ही अपनी गतिविधियों को संचालित कर रहे हैं?
पप्पू यादव और जनता की प्रतिक्रिया
बाबा सिद्दीक़ी हत्याकांड में शामिल शिव कुमार यूपी के बहराईच के कैसरगंज गण्डारा का रहने वाला है। इसी साल मुहर्रम के दौरान इलाक़े में सांप्रदायिक जुलूस हुआ था, तब इसने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट लगाई थी।
— Rizwan Haider (@ItsRizwanHaider) October 13, 2024
यह शख्स आतंकवादी लॉरेंस बिश्नोई से कैसे जुड़ा?#BabaSiddique #LawrenceBishnoi pic.twitter.com/OBQsuhRCEW
इस घटना के बाद, सांसद पप्पू यादव की ओर से दी गई प्रतिक्रिया ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है. यादव ने खुलेआम कहा कि अगर उन्हें मौका दिया जाए, तो वह दो घंटे में ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सफाया कर देंगे. उनकी इस टिप्पणी पर कई लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी, और ऐसा प्रतीत होने लगा कि लोग अब सुरक्षा एजेंसियों की बजाय नेताओं और ऐसे व्यक्तियों पर भरोसा करने लगे हैं, जो अपराधियों से निपटने का दावा करते हैं.
यह स्थिति एक गंभीर चेतावनी है, जहां कानून और सुरक्षा व्यवस्था पर से लोगों का विश्वास उठता नजर आ रहा है. जब अपराधी महिमामंडित होते हैं और उन्हें हीरो की तरह पेश किया जाता है, तो यह किसी भी समाज के लिए खतरनाक संकेत है.
लॉरेंस बिश्नोई का बढ़ता प्रभाव और सरकार की जिम्मेदारी
बाबा सिद्दीक़ी हत्याकांड में शामिल शिव कुमार यूपी के बहराईच के कैसरगंज गण्डारा का रहने वाला है। इसी साल मुहर्रम के दौरान इलाक़े में सांप्रदायिक जुलूस हुआ था, तब इसने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट लगाई थी।
— Rizwan Haider (@ItsRizwanHaider) October 13, 2024
यह शख्स आतंकवादी लॉरेंस बिश्नोई से कैसे जुड़ा?#BabaSiddique #LawrenceBishnoi pic.twitter.com/OBQsuhRCEW
लॉरेंस बिश्नोई का नाम हाल के वर्षों में खालिस्तानी आतंकवाद और संगठित अपराध के मामलों में सामने आया है. पाकिस्तान समर्थित खालिस्तानी आतंकवादी कनाडा, अमेरिका, और ऑस्ट्रेलिया से भारत की कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं, और कई मौकों पर देश की सुरक्षा एजेंसियां इसका सफलतापूर्वक जवाब भी दे चुकी हैं. बावजूद इसके, कुछ लोगों को लगता है कि लॉरेंस बिश्नोई जैसा गैंगस्टर ही इन आतंकियों से निपट सकता है, जो एक गंभीर समस्या की ओर इशारा करता है.
सरकार की जिम्मेदारी अब और भी बढ़ गई है. उत्तर प्रदेश की सरकार ने जिस तरह से अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है, वैसी ही कार्रवाई की जरूरत अब लॉरेंस बिश्नोई जैसे अपराधियों के खिलाफ भी महसूस की जा रही है.
जनता का आत्मविश्वास बहाल करने के लिए सरकार को मजबूत कदम उठाने होंगे, ताकि देश में अपराधियों का महिमामंडन बंद हो और सुरक्षा एजेंसियों पर लोगों का विश्वास बहाल हो सके.
लारेंस बिश्नोई पर हर राजनेता कुछ ना कुछ बोल रहा है लेकिन बिहार से सांसद पप्पू यादव ने कानून से इजाजत मांगते हुए इस आतंकी को खुले आम चुनौती दी है।
— Ravish Kumar ᴾᵃʳᵒᵈʸ © (@SirRavishFC) October 13, 2024
पप्पू यादव ने कहा 👇
"यह देश है या हिजड़ों की फौज एक अपराधी जेल में बैठ चुनौती दे लोगों को मार रहा है, सब मुकदर्शक बने हैं, कभी… pic.twitter.com/0Ll2ijKZk4
निष्कर्ष
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने न केवल एक राजनीतिक हत्या के रूप में चर्चा बटोरी, बल्कि इसने देश की सुरक्षा व्यवस्था, जेलों की सुरक्षा और सोशल मीडिया पर अपराधियों के महिमामंडन पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं. सरकार को जल्द से जल्द इस स्थिति का समाधान निकालना होगा, ताकि देश में अपराधियों का खौफ न फैले और सुरक्षा एजेंसियों की क्षमता पर लोगों का विश्वास कायम रहे.