बहराइच में दंगों के पीछे बीजेपी का हाथ? दावों से उठे बड़े सवाल
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
बहराइच में हुए हालिया सांप्रदायिक दंगों को लेकर कई गंभीर सवाल उठने लगे हैं. यह सवाल उठता है कि क्या सत्तारूढ़ दल के समर्थकों ने ही दंगे भड़काए? क्या इन दंगों का उद्देश्य मुसलमानों की दुकानों, मकानों और संपत्तियों को निशाना बनाना था? बीजेपी और पुलिस के कुछ सदस्यों के नाम इस दंगे में क्यों सामने आ रहे हैं? और सबसे अहम बात, गिरफ्तार किए गए लोगों में ज्यादातर नाम मुसलमानों के ही क्यों हैं?
बहराइच में “संस्कारी” हुजूम ने मुसलमानों की संपत्ति को निशाना बनाया।दुकान, गाड़ी, घर, पैसे तो छोड़िए, इन अपराधियों ने बकरियाँ तक नहीं छोड़ीं। एक अस्पताल भी फूंक डाला। पुलिस और सरकार की नरमी की वजह से इतने बड़े पैमाने पर लूट-मार हुई है।https://t.co/lldRlWJ3M8
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 22, 2024
यह सवाल और भी प्रासंगिक हो जाता है जब एक बीजेपी विधायक ने खुद खुलासा किया कि दंगों में उनकी ही पार्टी के लोग शामिल थे. वहीं, एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ पुलिसवालों ने हिंदू दंगाइयों को दो घंटे की मोहलत दी थी, और उसी दौरान बहराइच में हिंसा भड़की.
क्या बीजेपी ने ही कराया बहराइच दंगा ?
— Sandeep Chaudhary commentary (@newsSChaudhry) October 21, 2024
बहराइच दंगा मामले में बीजेपी के नेताओं पर FIR…
बीजेपी विधायक ने FIR दर्ज कराई… भारत समाचार
ये गंभीर मुद्दा है दंगा करवा दिया गया और भुगत रहे वहां का मासूम मुसलमान! pic.twitter.com/ViEQszJmlq
बीजेपी विधायक का खुलासा और सत्तारूढ़ दल पर आरोप
बहराइच में सांप्रदायिक दंगों को लेकर सबसे चौंकाने वाला खुलासा एक बीजेपी विधायक द्वारा किया गया, जिन्होंने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर दंगे भड़काने का आरोप लगाया. विधायक ने बताया कि बहराइच में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने में उनकी पार्टी के लोगों का हाथ था. दंगे के दौरान मुसलमानों की दुकानों, मकानों, यहां तक कि उनके जानवरों को भी नहीं छोड़ा गया. एक स्थानीय अस्पताल को भी आग के हवाले कर दिया गया.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कुछ पुलिसकर्मियों ने भी हिंदू दंगाइयों को खुली छूट दी. दो घंटे के भीतर मुसलमानों की संपत्तियों को निशाना बनाया गया. इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर हलचल मच गई, और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव और एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर तीखे हमले किए.
"बहराइच में दंगा बीजेपी ने जानबूझकर कराया है"
— News24 (@news24tvchannel) October 22, 2024
◆ सपा प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव ने कहा@yadavakhilesh | Akhilesh Yadav | #AkhileshYadav pic.twitter.com/xLmMFrFwTp
सरकार की चुप्पी और सियासी हंगामा
हालांकि बहराइच दंगों को लेकर सरकार का अब तक कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है, लेकिन विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर बेहद आक्रामक हो गए हैं. ओवैसी और अखिलेश यादव ने अपने-अपने बयान में बीजेपी पर दंगा भड़काने का सीधा आरोप लगाया. एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ओवैसी ने लिखा, “बहराइच दंगा बीजेपी वालों ने अपने विधायक सुरेश्वर सिंह की हत्या के लिए करवाया था. बीजेपी विधायक ने खुद अपनी पार्टी के लोगों पर दंगों का आरोप लगाया है.”
अखिलेश यादव ने भी अपने बयान में सरकार पर तीखे सवाल उठाए और कहा, “क्या बहराइच दंगे सरकार प्रयोजित थे? अगर सरकार ने इन सवालों का जवाब नहीं दिया, तो यह साबित हो जाएगा कि बीजेपी शासित प्रदेशों में मुस्लिम विरोधी कार्रवाईयां सचमुच हो रही हैं.”
UP में उपद्रवियों पर कार्रवाई करने के लिए पुलिसकर्मी होते हैं सस्पेंड
— Dinesh Chauhan (@dinesh_chauhan) October 21, 2024
बहराइच दंगे पर पूर्व DGP ने खोली योगी सरकार की पोल pic.twitter.com/T9Zdn3jJia
पुलिस और दंगाइयों की भूमिका
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट में कुछ दंगाइयों ने हिडन कैमरे पर कबूल किया कि उन्हें दो घंटे का समय दिया गया था, जिसके दौरान वे मुसलमानों की संपत्ति को निशाना बना सकते थे. पुलिस की ओर से नरमी बरती गई, जिससे लूट और हिंसा बड़े पैमाने पर फैल गई। पुलिसकर्मियों द्वारा की गई कार्रवाई पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. बहराइच के एसपी वृंदा शुक्ला ने भी इस बात की पुष्टि की कि दंगाइयों ने हिंदू पक्ष की तरफ से एक व्यक्ति को गोली मारी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
बहराइच हिंसा में शामिल उपद्रवियों का दैनिक भास्कर के हिडन कैमरे पर कबूलनामा: बोले- कुछ लोगों ने गद्दारी कर दी, नहीं तो पूरा महराजगंज खत्म हो जाता, 2 घंटे का टाइम मिला थाhttps://t.co/TGK0IjXoYR#Bahraich #UttarPradesh #investigation By @ShubhamKlive
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) October 22, 2024
दलित समाज की प्रतिक्रिया और सांप्रदायिक राजनीति
इस दंगे के बाद दलित समाज भी मुस्लिमों के पक्ष में खड़ा हुआ. दलित समुदाय के कुछ नेताओं ने खुलकर कहा कि दंगे के दौरान हिंदू और दलितों के बीच भेदभाव साफ दिखाई दिया. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा गया, “हम सिर्फ हिंदू तब होते हैं जब मुसलमानों से झगड़ा करना हो. बीजेपी नेताओं के बेटे विदेशों में पढ़ाई करेंगे, लेकिन हमारे बेटे मुसलमानों से लड़कर मरेंगे.”
Rt कीजिए और लोगों तक पहुंचाइये इस सच को क्योंकि
— Kavish Aziz (@azizkavish) October 22, 2024
बहराइच हिंसा में परत दर परत एक नई कहानी खुलकर सामने आ रही है
पुलिस अफसर एसके वर्मा का कहना है की रामगोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपी अब्दुल हमीद की छत पर पथराव का कोई सबूत नहीं मिला
pic.twitter.com/hxHw0ZXvNl
सोशल मीडिया पर जनता की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर बड़ी संख्या में लोग सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, “बहराइच में दंगा बीजेपी ने जानबूझकर कराया है. यह एक सोची-समझी साजिश थी, जिसमें मुसलमानों को निशाना बनाया गया.” एक अन्य यूजर ने कहा, “भाजपा अब अपने ही नेताओं को फंसा रही है. बीजेपी विधायक ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है, जिससे साफ है कि पार्टी के भीतर भी बड़ी दरारें हैं.”
एक और यूजर ने लिखा, “यह बीजेपी की राजनीति का नंगा सच है. दंगों के जरिए बीजेपी देश के भाईचारे को तोड़ने की कोशिश कर रही है, और यह साजिश अब बेनकाब हो चुकी है.”
बहराइच मामले में दलित समाज आया मुस्लिम के पक्ष में बोला ,
— TANVIR RANGREZ (@virjust18) October 21, 2024
हम हिंदू नहीं चमार है , निशिकांत दुबे का बेटा अमेरिका में पढ़ाई करेगा ,
राजनाथ का बेटा नेता बनेगा, अमित शाह का बेटा BCCI का चेयरमैन बनेगा ,
और हमारा बेटा मुसलमानो के साथ लड़कर मरेगा
हम सिर्फ हिंदू तब है जब मुसलमानों से… pic.twitter.com/cANm1C300G
बीजेपी के लिए बढ़ती मुश्किलें
बहराइच दंगों पर उठ रहे सवालों ने बीजेपी को एक मुश्किल स्थिति में डाल दिया है. अगर पार्टी इस मुद्दे पर खुलकर सफाई नहीं देती, तो यह चर्चा तेज हो सकती है कि बीजेपी समर्थक ही दंगों के पीछे थे. इसके अलावा, यह भी सवाल उठ रहा है कि क्या बीजेपी ने इस दंगे के जरिए अपने राजनीतिक हित साधने की कोशिश की है?
धिक्कार है ऐसी भाजपाई राजनीति और सत्ता की भाजपाई भूख पर जो सियासत के लिए देश के भाईचारे के बीच दंगा कराने की साज़िश करती है। बहराइच हिंसा के मामले में हर दिन नये खुलासे हो रहे हैं, जिनसे भाजपा मुँह दिखाने लायक नहीं रही है। भाजपा के विधायक ही भाजपाइयों पर साज़िश करने की एफ़आइआर… pic.twitter.com/VLCXwrYFyg
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 22, 2024
सवाल यह भी है कि क्या दंगे का उद्देश्य मुसलमानों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को कमजोर करना था? यह मुद्दा बीजेपी की छवि के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है, खासकर जब पार्टी के ही विधायक अपनी पार्टी के खिलाफ दंगे भड़काने के आरोप लगा रहे हैं.
वृंदा शुक्ला (एसपी, बहराइच) ने भी कहा था: "एक व्यक्ति को हिंदू पक्ष की तरफ़ से गोली लगी और बाद में उसकी मृत्यु हो गई" pic.twitter.com/NGdlUWdfdW
— Ali Sohrab (@007AliSohrab) October 21, 2024
गंभीर राजनीतिक संकट
बहराइच दंगा भाजपा वालों ने अपने विधायक सुरेश्वर सिंह की हत्या के लिए करवाया था ?
— Surendra Rajput (@ssrajputINC) October 21, 2024
ख़ुद बीजेपी विधायक ने FIR में बीजेपी नेताओं पर दंगो का आरोप लगाया । सच बिल्कुल साफ़ सामने हैं- pic.twitter.com/VPmcPHAhcg
बहराइच में हुए दंगों ने एक गंभीर राजनीतिक संकट खड़ा कर दिया है. बीजेपी पर अपनी ही पार्टी के नेताओं द्वारा लगाए गए आरोप, पुलिस की भूमिका और मुसलमानों के खिलाफ हुई हिंसा ने सरकार की निष्पक्षता पर सवालिया निशान लगा दिए हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इन आरोपों का कैसे जवाब देती है और दंगों की सच्चाई को कैसे उजागर करती है.