अफ़गान केसर ने वैश्विक बाजार में बनाई पकड़, बड़े ऑर्डर से किसानों की आजीविका में सुधार की उम्मीद
Table of Contents
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, काबुल
अफ़गानिस्तान का केसर, जिसे इसकी उत्कृष्ट गुणवत्ता और सुगंध के लिए जाना जाता है, अब वैश्विक खरीदारों का ध्यान आकर्षित कर रहा है. इसने न केवल अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, यहां के लोगों की आजीविका में सुधार के अवसर भी प्रदान किए हैं.
हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय विकास के लिए अमेरिकी एजेंसी (यूएसएआईडी) ने घोषणा की कि अफगान केसर को एक बड़े ऑर्डर में शामिल किया गया है, जो इसे वैश्विक स्तर पर एक लक्जरी उत्पाद के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा.
पेरिस व्यापार शो में अफगान केसर के लिए बड़ा ऑर्डर
यूएसएआईडी के अनुसार, 2024 में पेरिस व्यापार शो में एक प्रमुख खरीदार ने अफगान केसर के लिए 600 किलोग्राम का वार्षिक ऑर्डर दिया है. इस सौदे का कुल मूल्य 1.07 मिलियन डॉलर है, जो अफगानिस्तान के केसर उद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.
यूएसएआईडी ने इस ऑर्डर को अफगान केसर की स्थिति को वैश्विक बाजारों में मजबूत बनाने का अवसर बताया है.यूएसएआईडी के एक बयान के अनुसार, “यह ऑर्डर अफगान केसर को एक लक्जरी ब्रांड के रूप में उभारता है और इससे देश में लोगों की आजीविका में भी सुधार आएगा.”यह सौदा न केवल अफगानिस्तान के लिए आर्थिक महत्व रखता है, बल्कि स्थानीय किसानों के लिए भी एक उत्साहजनक संकेत है.
तस्करी के कारण अफगान केसर को नुकसान
हालांकि, अफगानिस्तान के केसर उद्योग को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. आर्थिक विश्लेषक अब्दुल नासिर रश्तिया ने चिंता जताई कि अफगान केसर की तस्करी अक्सर पड़ोसी देशों में की जाती है, जिससे इसे अन्य देशों के नाम से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात किया जाता है.
वहीं, पड़ोसी देशों से केसर को अफगानिस्तान में लाकर अफगान केसर के नाम से निर्यात करने की घटनाएँ भी हुई हैं. रश्तिया ने कहा, “यह प्रक्रिया अफगान केसर की प्रतिष्ठा और उसकी विश्वसनीयता को नुकसान पहुँचाती है.”
अफगान केसर का निर्यात बढ़ाने की अपार संभावनाएँ
चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इन्वेस्टमेंट ने बताया कि अफगान केसर की विशिष्ट गुणवत्ता उसे वैश्विक बाजार में बड़ी संभावना प्रदान करती है. अगर इस उत्पाद में उचित निवेश और विपणन किया जाए तो यह अफगानिस्तान के प्रमुख निर्यात वस्तुओं में से एक बन सकता है.
चैंबर के बोर्ड सदस्य खान जान अलोकोज़ाय ने कहा, “जितना अधिक केसर का उत्पादन होगा और जितने अधिक अंतर्राष्ट्रीय खरीदार होंगे, हम उतना ही अधिक उत्पादन करेंगे.”
अफगानिस्तान का केसर निर्यात
उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, 2024 के पहले नौ महीनों में अफगानिस्तान ने 46 टन केसर का निर्यात किया, जिससे 36 मिलियन डॉलर की कमाई हुई. अधिकांश निर्यात भारत, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, कनाडा, तुर्की और यूरोपीय देशों में हुआ.
पिछले साल अफगानिस्तान ने 51,000 किलोग्राम से अधिक केसर का निर्यात किया था, जिसमें सऊदी अरब, यूएई, भारत, यू.एस., स्पेन, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और मोरक्को शामिल हैं.
ईरान के नेशाबुर में कृषि जिहाद के निदेशक अली मोबारकी ने कहा कि अफगानिस्तान, ईरान के केसर निर्यात में मुख्य प्रतिद्वंद्वी बन गया है. अफगान केसर ने अपनी अनूठी गुणवत्ता के कारण वैश्विक बाजार में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है, जिससे इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है.
केसर उत्पादन को बढ़ावा देने की योजना
अफगानिस्तान का कृषि, सिंचाई एवं पशुधन मंत्रालय भी केसर के उत्पादन को बढ़ावा देने के प्रयास कर रहा है. मंत्रालय के प्रवक्ता मुस्बाहुद्दीन मुस्तैन ने बताया कि केसर की खेती का विस्तार करने के लिए 200 किसानों को प्रशिक्षित किया गया है.
पिछले कुछ वर्षों में अफगानिस्तान में केसर का बाजार अच्छा नहीं था, लेकिन अब इस्लामिक अमीरात और कृषि मंत्रालय के प्रयासों से यह बदल रहा है. अब अफगान केसर की तस्करी पर काफी हद तक रोक लग गई है और इसे सीधे अफगान ब्रांड के तहत निर्यात किया जा रहा है.
घरेलू बाजार में गिरती कीमतें और किसानों की चिंताएँ
हालांकि, घरेलू बाजार में केसर की कीमतों में पिछले साल की तुलना में लगभग 50% की गिरावट आई है. केसर व्यापारी अब्दुल रजाक मोहम्मदी ने बताया कि स्थानीय बाजारों में केसर की कीमत 30,000 अफगानिस्तान डॉलर ($380) प्रति किलोग्राम तक गिर गई है.
इस गिरावट के कारण कई किसान हतोत्साहित हो रहे हैं, जिससे उनकी केसर उगाने में रुचि भी कम हो रही है। राष्ट्रीय केसर संघ के अध्यक्ष बशीर अहमद रशीदी ने कहा, “अरब देशों और यूरोपीय देशों जैसे खरीदारों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि अफगान केसर का विपणन बेहतर ढंग से किया जा सके.”
वैश्विक बाजारों में बढ़ती मांग
वाणिज्य मंत्रालय ने बताया कि अफगान केसर के लिए कई देशों में उच्च मांग है. प्रवक्ता निसार अहमद फैजी ने कहा, “यूक्रेन, उज्बेकिस्तान, यूरोप और अरब देश सभी अफगान केसर खरीदने के लिए तैयार हैं.” अमेरिका में तीन स्थायी प्रदर्शनियों की योजना भी बनाई जा रही है, जिससे अफगान केसर को और अधिक बाजार मिल सके.
केसर के उत्पादन में हेरात का योगदान
हेरात, अफगानिस्तान का केसर उत्पादन केंद्र माना जाता है.. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, यहां हर साल 20 टन से अधिक केसर का उत्पादन होता है.. हेरात कृषि निदेशालय के प्रमुख बशीर अहमद अहमदी ने बताया कि इस साल किसानों को अधिक केसर के बल्ब वितरित किए जाएंगे ताकि उत्पादन में वृद्धि हो सके.
हेरात में 90 से अधिक प्रकार के केसर उगाए जाते हैं और इसमें 20,000 से अधिक लोग, जिनमें महिलाओं की भी बड़ी संख्या है, इस व्यवसाय से जुड़े हैं.
केसर उद्योग से देश की अर्थव्यवस्था को बल
अफ़गानिस्तान का केसर उद्योग न केवल देश की अर्थव्यवस्था को बल प्रदान कर रहा है, बल्कि वैश्विक बाजार में अफगानिस्तान को भी एक खास पहचान दिला रहा है. पेरिस व्यापार शो में मिला ऑर्डर अफगान केसर की बढ़ती मांग का प्रतीक है और यह अफगानिस्तान के किसानों के लिए उम्मीद की किरण है. इस उद्योग को और बढ़ावा देने के लिए सरकार को आवश्यक कदम उठाने होंगे ताकि अफगान केसर विश्व स्तर पर एक प्रमुख उत्पाद बन सके.