इजरायल-हिजबुल्लाह युद्ध विराम: 14 महीने की लड़ाई के बाद संघर्ष पर रोक,युद्धबंदी से पहले 42 लोगों की इजरायली सेना के हाथों मौत
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,यरूशलेम
इजरायल और लेबनान स्थित हिजबुल्लाह आतंकवादी संगठन के बीच 14 महीने से जारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए मंगलवार को युद्ध विराम पर सहमति बनी. यह युद्ध विराम बुधवार सुबह 4 बजे से प्रभावी होगा, जिससे गाजा पट्टी में शुरू हुए व्यापक क्षेत्रीय अशांति को नियंत्रित करने की दिशा में यह पहला बड़ा कदम होगा।.
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समझौते के अनुसार, हिजबुल्लाह को दक्षिणी लेबनान से अपनी सशस्त्र उपस्थिति हटानी होगी, जबकि इजरायल अपने सैनिकों को सीमा क्षेत्र में वापस बुलाएगा.क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिक और लेबनानी सेना तैनात की जाएगी.
नेतन्याहू की चेतावनी
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यदि हिजबुल्लाह समझौते का उल्लंघन करता है तो इजरायल पूरी ताकत से हमला करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि यह समझौता गाजा में हमास को अलग-थलग करने और ईरान पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर प्रदान करेगा.
अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने इस समझौते को “अच्छी खबर” बताते हुए गाजा में युद्ध विराम के लिए प्रयास तेज करने की बात कही. समझौते की निगरानी के लिए अमेरिका की अध्यक्षता में एक अंतरराष्ट्रीय पैनल गठित किया जाएगा.
हिजबुल्लाह और लेबनान की प्रतिक्रिया
लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने इसे स्थिरता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया. हालांकि, हिजबुल्लाह ने संप्रभुता से समझौता नहीं करने की बात कही.इस बीच, इजरायल ने युद्ध विराम की घोषणा से पहले बेरूत और उसके उपनगरों पर भारी हमले किए, जिसमें 42 से अधिक लोगों की जान गई. यह संघर्ष विराम इजरायल और ईरान के बीच संभावित युद्ध की संभावना को कम करने की उम्मीद लेकर आया है.