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दुनिया जल संकट की बढ़ती चुनौतियों का सामना कर रही है : क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,रियाद

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने मंगलवार को कहा कि दुनिया जल संकट की बढ़ती चुनौतियों का सामना कर रही है.इसमें सूखे की बढ़ती दर, उपयोग योग्य पानी की कमी, और मरुस्थलीकरण जैसे संकट शामिल हैं, जो मानव जीवन और समाजों के लिए गंभीर खतरे उत्पन्न कर रहे हैं.

यह टिप्पणी उन्होंने रियाद में आयोजित वन वाटर समिट के उद्घाटन के दौरान की. इस कार्यक्रम में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव, और कई मंत्री व शीर्ष अधिकारी शामिल हुए.

समिट का उद्देश्य और सऊदी अरब की भूमिका

शिखर सम्मेलन का आयोजन संयुक्त राष्ट्र के मरुस्थलीकरण से निपटने के लिए सम्मेलन (COP16) की मेजबानी के साथ किया गया, जिसका उद्देश्य भूमि क्षरण और सूखे को कम करना है.

क्राउन प्रिंस ने बताया कि सऊदी अरब ने 60 से अधिक विकासशील देशों में 200 जल-संबंधी परियोजनाओं के लिए 6 बिलियन डॉलर का योगदान दिया है. यह पहल जल संकट का समाधान करने और वैश्विक जल चुनौतियों का सामना करने में किंगडम की अग्रणी भूमिका को रेखांकित करती है.

उन्होंने यह भी घोषणा की कि सऊदी अरब 2027 में विश्व जल फोरम की मेजबानी करेगा और एक विश्व जल संगठन स्थापित करेगा, जो जल संकट से निपटने के प्रयासों को एकीकृत करेगा.

सऊदी-फ्रांसीसी निवेश फोरम

शिखर सम्मेलन के साथ ही सऊदी-फ्रांसीसी निवेश फोरम का आयोजन भी किया गया. इस कार्यक्रम में अरबों डॉलर के समझौतों और साझा निवेश योजनाओं पर हस्ताक्षर किए गए.

सऊदी अरब के निवेश मंत्री खालिद अल-फलीह ने फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए दोनों देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों पर जोर दिया. उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे सऊदी अरब के “सच्चे मित्र” हैं.

सहयोग के नए अवसर

मैक्रों ने सऊदी विजन 2030 और फ्रांस 2030 के बीच तालमेल पर जोर दिया और स्वच्छ ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, संस्कृति, और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्रों में साझेदारी के अवसरों की पहचान की.

उन्होंने फ्रांसीसी निवेशकों को सऊदी अरब में अधिक निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा, “यहां निवेश करना पूरे क्षेत्र के भविष्य में निवेश करना है.”

फोरम की मुख्य बातें

फोरम के दौरान छह पैनल आयोजित किए गए, जिसमें 50 प्रमुख वक्ताओं ने भाग लिया और सैकड़ों द्विपक्षीय बैठकें की गईं.

फ्रांस के उद्योग मंत्री प्रतिनिधि मार्क फेरासी ने सऊदी अरब के तेज़ बदलावों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह फोरम दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. उन्होंने कहा, “सऊदी अरब हाल के इतिहास में सबसे बड़े परिवर्तनों में से एक का गवाह बन रहा है.”