Culture

Dubai Sculpture Symposium 2024: कला के माध्यम से वैश्विक सांस्कृतिक संवाद की पहल

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, दुबई

दुबई मूर्तिकला संगोष्ठी 2024 (Dubai Sculpture Symposium 2024) के समापन समारोह का आयोजन अल शिंदघा ऐतिहासिक जिले में हुआ. दुबई संस्कृति और कला प्राधिकरण (दुबई संस्कृति) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में महामहिम शेखा लतीफा बिन्त मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने भाग लिया.

यह आयोजन दुबई की महत्वाकांक्षी दृष्टि और कला के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो इसे एक जीवंत सांस्कृतिक केंद्र और दुनिया के सबसे रचनात्मक शहरों में से एक के रूप में स्थापित करता है.

दुबई संस्कृति की अध्यक्ष, महामहिम शेखा लतीफा ने संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह में भाग लेते हुए इसे दुबई की सांस्कृतिक भावना और पहचान का प्रतिबिंब बताया. उन्होंने कहा कि यह पहल यूएई के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तथा दुबई के शासक हिज हाइनेस शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम है.

महामहिम ने कहा, “दुबई ने रचनात्मकता के लिए एक इनक्यूबेटर और दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित प्रतिभाओं के लिए एक संपन्न केंद्र के रूप में खुद को स्थापित किया है. दुबई मूर्तिकला संगोष्ठी अमीरात की उस दृष्टि को दर्शाती है जो शहर को एक खुली और सुलभ कला गैलरी में बदलने की आकांक्षा रखती है..”

सांस्कृतिक संवाद और नवाचार को बढ़ावा

महामहिम ने संगोष्ठी की भूमिका पर प्रकाश डाला, जो सांस्कृतिक संवाद को आगे बढ़ाने, नवाचार को प्रेरित करने और कलाकारों को अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने के लिए सशक्त बनाती है. उन्होंने कहा कि मूर्तिकला जैसी कला रूप न केवल सुंदरता को मूर्त रूप देती है बल्कि दुबई के सांस्कृतिक और सभ्यतागत विरासत को भी उजागर करती है.

उन्होंने आगे कहा, “मूर्तिकला दुबई के पड़ोस, चौकों और सार्वजनिक स्थानों को सांस्कृतिक और पर्यटन स्थलों में बदल देती है, जिससे जीवंत स्थान बनते हैं जहां कलाकार और दर्शक एक गतिशील और प्रेरणादायक संवाद में शामिल हो सकते हैं.”

अमीराती कलाकारों की भागीदारी

समारोह में महामहिम शेखा लतीफा ने दुबई के अंतर्राष्ट्रीय पाक कला केंद्र (ICCA दुबई) में अमीराती छात्रों के एक समूह से भी मुलाकात की. इस दौरान छात्रों ने अमीराती व्यंजनों की समृद्धि और आतिथ्य परंपराओं को प्रदर्शित करते हुए अनूठे व्यंजन तैयार किए.

अमीराती कलाकारों ने इस संगोष्ठी में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. डॉ मोहम्मद यूसुफ ने दुबई की सुंदरता को दर्शाने वाली मूर्ति ‘शेल्स’ प्रस्तुत की, जबकि अज़ा अल कुबैसी की मूर्ति ‘दुबई हार्ट’ ने यूएई के तीव्र विकास को चित्रित किया.

वैश्विक प्रतिभाओं का मंच

इस संगोष्ठी ने यूएई और अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों को जोड़ने के लिए एक रचनात्मक मंच प्रदान किया. जॉर्डन के कलाकार कमाल अल ज़ौबी और ओमान के डॉ अली अल जाबरी जैसे प्रतिष्ठित मूर्तिकारों ने अपनी उत्कृष्ट कृतियों का प्रदर्शन किया.

महामहिम ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे आयोजन दुबई के कला क्षेत्र की क्षमता का प्रदर्शन करते हैं. इसकी वैश्विक उपस्थिति को बढ़ाते हैं. यह पहल न केवल सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देती है बल्कि कलाकारों और दर्शकों के बीच प्रेरणादायक संवाद को भी प्रोत्साहित करती है.

दुबई मूर्तिकला संगोष्ठी 2024 न केवल कला और रचनात्मकता का उत्सव थी बल्कि यह दुबई की सांस्कृतिक और रचनात्मक दृष्टि का प्रमाण भी है। इस आयोजन ने कला को सार्वजनिक जीवन का हिस्सा बनाकर अमीरात को एक वैश्विक रचनात्मक केंद्र के रूप में मजबूत किया. दुबई की सार्वजनिक कला रणनीति के तहत, ऐसे कार्यक्रमों का उद्देश्य कला के माध्यम से सांस्कृतिक और सामाजिक संवाद को प्रोत्साहित करना है.

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