बंधकों की रिहाई: तीन इज़राइली महिलाएँ गाज़ा से अस्पताल पहुंची, परिजनों मिलीं, बदले में 90 फ़िलिस्तीनी छोड़े गए
Table of Contents
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, तेल अवीब
हमास की कैद में 471 दिनों के बाद रिहा की गईं 3 इज़राइली महिलाएँ हेलीकॉप्टर के ज़रिए मध्य इज़राइल के अस्पताल पहुँचाई गईं और उनके परिवारों से मिलवाया गया. गाज़ा में अब भी 94 बंधक मौजूद हैं. बदले में, इज़राइल ने 90 फ़िलिस्तीनी सुरक्षा कैदियों को रिहा किया..
مصادر محلية: وصول الأسـ.ـيرة المقدسية زينة بربر إلى منزل عائلتها بعد الإفراج عنها ضمن صفقة التبادل بين الاحتلال والمـ.ـقاومة pic.twitter.com/BMQfoJseQb
— المركز الفلسطيني للإعلام (@PalinfoAr) January 19, 2025
क़तर की मध्यस्थता से हुए युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के समझौते में अमेरिकी राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रम्प की भूमिका को प्रमुख बताया गया. नए अमेरिकी मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ ने वाशिंगटन रैली में इसे ट्रम्प के नेतृत्व का नतीजा बताया.
विटकॉफ ने कहा,”यह समझौता डोनाल्ड ट्रम्प के बिना संभव नहीं था. उनके नेतृत्व ने सीमाओं से परे दुनिया पर प्रभाव डाला है.” उन्होंने ट्रम्प के कार्यकाल में हुए अब्राहम समझौतों की ओर इशारा करते हुए कहा कि ट्रम्प ने दृढ़ता और स्पष्टता के साथ शांति की दिशा में काम किया.
حافلات تنقل الدفعة الأولى من الأسيرات والأسرى المفرج عنهم ضمن صفقة التبادل تصل مدينة رام الله pic.twitter.com/cIt6uH1HxO
— شبكة قدس الإخبارية (@qudsn) January 19, 2025
ALSO READ हमास-इज़राइल बंधक सौदा: आज तीन इज़राइली महिलाएं रोमी गोनेन, एमिली दमारी और डोरोन स्टीनब्रेचर होंगी रिहा
इज़राइल ने 90 फ़िलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा
इज़राइल जेल सेवा के अनुसार, तीन इज़राइली बंधकों की रिहाई के बदले 90 फ़िलिस्तीनी कैदियों का पहला बैच छोड़ा गया.
- कैदियों की संख्या और पहचान:
- 78 पश्चिमी तट निवासी..
- 12 पूर्वी यरुशलम निवासी.
इनमें 69 महिलाएँ (एक नाबालिग सहित), 8 पुरुष नाबालिग और 12 पुरुष शामिल हैं.इन्हें उकसाने, आतंकवाद से जुड़े मामूली अपराधों और अव्यवस्थित आचरण के लिए सजा दी गई थी.
फ़िलिस्तीनी कैदियों को पश्चिमी तट के ओफ़र जेल और रूसी कंपाउंड हिरासत केंद्र से उनके घरों में वापस भेजा गया. रिहाई से पहले उनकी पहचान और स्वास्थ्य जांच की गई..
आगे की योजना
युद्धविराम समझौते के तहत लगभग 2,000 कैदियों को चरणबद्ध तरीके से रिहा करने की योजना है.बंधकों की रिहाई और समझौते को लेकर क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना और आलोचना दोनों हो रही है.