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बिग बॉस 18 फिनाले: घर के अंदर पांच वक्त के नमाजी और शांति के प्रतीक विवियन डीसेना रहे दूसरे स्थान पर

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, मुंबई

सोमवार को करण वीर मेहरा ने वोटों की लड़ाई में विवियन डीसेना को हराकर बिग बॉस सीजन 18 के विजेता का खिताब जीता. हालांकि, पूरे सीजन के दौरान, विवियन डीसेना ने अपने अलग अंदाज और धार्मिक पालन से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई.

बिग बॉस की प्रतियोगी यामिनी मल्होत्रा ने कहा, “विवियन डीसेना एक सच्चे और शांत स्वभाव के इंसान हैं. वह झगड़े या चीखने-चिल्लाने पर विश्वास नहीं करते. अगर वह चाहते तो इन चीज़ों से भी शो जीत सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.”

यामिनी ने खुलासा किया कि विवियन बिग बॉस के घर में भी पांच वक्त की नमाज पढ़ते थे. घर के अंदर सूरज की रोशनी और हर आठ घंटे में बदले जाने वाले माइक की बैटरी से वक्त का अंदाजा लगाकर उन्होंने अपने धार्मिक कर्तव्यों को निभाया.

लड़कियों से बनाए दूरी

विवियन के बारे में बताते हुए यामिनी ने कहा कि वह लड़कियों से एक फिट की दूरी बनाए रखते थे और बिग बॉस में वही करते जो उन्हें सही लगता. उन्होंने अपनी सादगी और ईमानदारी से सबका दिल जीता.

फिनाले की रोचक रात

रजत दलाल के एलिमिनेशन के बाद, फिनाले में करण वीर मेहरा और विवियन डीसेना आमने-सामने थे. सलमान खान ने मंच पर दोनों को बुलाने से पहले बिग बॉस हाउस में उनकी यादगार पलों को साझा किया.

करण वीर मेहरा ने कहा, “मैं हमेशा विवियन का दोस्त रहूंगा. बिग बॉस हाउस ने मुझे इंसान के तौर पर बदल दिया है.”फिनाले में सलमान खान ने अपने खास अंदाज में दोनों के हाथ थामे और दर्शकों की उत्सुकता बढ़ाई। अंततः करण वीर मेहरा को विजेता घोषित किया गया.

विवियन ने छोड़ी गहरी छाप

विजेता घोषित होने के बाद, करण वीर मेहरा ने भावुक होकर ट्रॉफी उठाई और अपने दोस्तों को गले लगाया. हालांकि, पूरे सीजन के दौरान विवियन डीसेना की शांति, धार्मिक आस्था, और सच्चाई ने दर्शकों और प्रतियोगियों पर गहरा प्रभाव छोड़ा.

फिनाले के अन्य प्रतियोगी

फिनाले में कुल छह प्रतियोगी पहुंचे थे: करण वीर मेहरा, विवियन डीसेना, ईशा सिंह, चुम दरंग, अविनाश मिश्रा और रजत दलाल. हालांकि, विवियन डीसेना ने अपनी सादगी और ईमानदारी से जो छाप छोड़ी है, वह लंबे समय तक याद की जाएगी.