Politics

2020 Bihar Legislative Assembly election राहुल गांधी के ‘बिटिया को इंसाफ आंदोलन’ में पलीता लगाने का कांग्रेस में षडयंत्र

बिहार का अंतरराष्ट्रीय शहर गया, केंद्र के स्वच्छता सर्वेक्षण में सबसे निचले पायदान पर

राहुल गांधी के हाथरस की बिटिया को इंसाफ दिलाने की लड़ाई पर बट्टा लगाने का खेल चल रहा है। यह खेल कोई और नहीं, कांग्रेसी ही करने में लगे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए गया सीट से ऐसे प्रत्याशी को टिकट देने की तैयारी है, जो पटना के एक होटल में कॉल गर्ल के साथ रंग- रलियां मनाते पकड़ा गया था। इसको लेकर पार्टी के एक धड़े में भारी गुस्सा है।
 आम लोग भी नहीं चाहते कि मोहन श्रीवास्तव को टिकट मिले। इस संदर्भ में राहुल चौरसिया ने ट्वीट कर राहुल गांधी से कहा है-‘‘साफ छवि के ईमानदार एवं पढ़े-लिखे विधायक देकर व्यथा से मुक्त करें।’’ ग़ौरतलब है, बिहार में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। पहले चरण का मतदान 28 अक्तूबर को होगा। इसके मद्देनज़र लगभग तमाम पार्टियों ने पहले चरण के उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। बिहार के अंतरराष्ट्रीय शहर, गया सीट कांग्रेस के हिस्से आई है। कांग्रेस का लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल एवं वाम दलों से गठबंधन है। गया सीट पर कांग्रेस पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रही थी। तब शहर के वरिष्ठ कांग्रेसी युगल किशोर के पुत्र ने हाथ आज़माए थे। कांग्रेस इस बार यहां से किसे टिकट देगी, अभी फाइनल नहीं हुआ है। मगर शहर के डिप्टी मेयर अखैरी ओंकार उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया पर अपना टिकट फाइनल होने की घोषणा की है। इसके बाद से सियासी गलियारे में खलबली है। उनका जबर्दस्त विरोध हो रहा है।

दागदार को टिकट देने पर उठ रहे सवाल

टीवी न्यूज़ चैनल ‘आज तक’ की न्यूज़ वेबसाइट की एक खबर के अनुसार, 2014 के जनवरी में मोहन श्रीवास्तव पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के फ्रेजर रोड स्थित एक होटल से कॉल गर्ल्स के साथ रंग-रलियां मनाते पकड़े गए थे। तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनू महाराज ने उनके साथ दो लड़कियों को भी गिरफ्तारी किया था, जिन्हें जेल भेज दिया गया था। न्यूज़ 18 की एक खबर में बताया गया कि शहर में मोहन श्रीवास्तव की पत्नी के नाम से चलने वाले ब्यूटी पार्लर से भी लड़कियाँ पकड़ी गई थीं। एक तरफ कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी हाथरस में सामूहिक बलात्कार के बाद निर्ममतापूर्वक मौत के घाट उतारने एवं शव को परिवार की बिना अनुमति के पेट्रोल छिड़कर जलाने के विरूद्ध आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान उन्हें व उनकी बहन तथा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ बदसलूकी की गई। राहुल को सड़क पर गिराया गया। प्रियंका की गिरेबांह में हाथ डाले गए। कांग्रेसियों को पुलिस के दंडे खाने पड़े। दूसरी तरफ , बिसरा कर महिलाओं के मामले में दागी मोहन श्रीवास्तव को कांग्रेस का टिकट देने की कोशिश में पार्टी का एक खेमा लगा है।

डिप्टी मेयर की विकास को लेकर भी छवि अच्छी नहीं

आज तक की वेबसाइट की एक खबर में कहा गया कि बिहार चुनाव के टिकट बटवारे को लेकर कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति किसी बलात्कारी को टिकट नहीं देने का निर्णय पहले ही ले चुकी है। महाबंधन के टिकट बँटवारे में कांग्रेस के हिस्से 70, सीपीएम के 4, सीपीआई के 6, सीपीआई-एमएल केे 19 एवं राजद के हिस्से में 144 सीटें आई हैं। गया शहर में करीब 70 हजार मुस्लिम वोट हैं। पिछले चुनाव में करीब 45 हजार वोट कांग्रेस को पड़े थे, जिसमें सर्वाधिक वोट मुसलमानों के थे। मगर कांग्रेस का एक धड़ा किसी मुसलमान को टिकट न देकर दागदार को टिकट देना चाहता है। विकास के मामले में भी मोहन श्रीवास्तव की गया में छवि कुछ ठीक नहीं। केंद्र के स्वच्छा सर्वेक्षण के एक से दस लाख आबादी की श्रेणी में गया सबसे गंदे शहरों में आया है। पूरे बिहार में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा केवल गया में है। विष्णु पद धाम एवं बौद्धों के मक्का बोधगया के महाबोधी मंदिर का दर्शन करने प्रत्येक वर्ष लाखों देशी-विदेशी पर्यटक गया आते हैं। इसके बावजूद विकास एवं साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया जाता। 

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