हमास ने गाजा युद्ध के दौरान 15,000 नए लड़ाकों की भर्ती की : अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट
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मुस्लिम नाउ, न्यूयॉर्क
अमेरिकी खुफिया जानकारी से पता चला है कि फिलिस्तीनी लड़ाका समूह हमास ने इज़राइल के साथ चल रहे संघर्ष के दौरान 10,000 से 15,000 नए लड़ाकों की भर्ती की है. इस तथ्य से यह स्पष्ट होता है कि ईरान समर्थित यह समूह अभी भी इज़राइल के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है. अमेरिकी खुफिया जानकारी से जुड़े दो कांग्रेसी सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की.
हमास की भर्ती और युद्ध में हताहत हुए लड़ाके
खुफिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि हमास ने हाल ही में भर्ती किए गए अधिकांश लड़ाकों को सुरक्षा संबंधी कार्यों में लगाया है. हालांकि, ये नए सदस्य अनुभवहीन और प्रशिक्षित नहीं हैं. अमेरिका के अनुसार, हमास ने युद्ध के दौरान जितने लड़ाकों को खोया है, उतने ही नए लड़ाकों की भर्ती की है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जनवरी 2024 में कहा था कि हमास का यह कदम “स्थायी विद्रोह और सतत युद्ध” की संभावना को बढ़ा सकता है.
इज़राइली आंकड़ों के अनुसार, गाजा में अब तक 20,000 से अधिक लड़ाका मारे गए हैं. हालांकि, यह अनुमान लगाना कठिन है कि मारे गए लड़ाकों और नागरिकों के बीच का अनुपात क्या है, क्योंकि गाजा के अंदर से सटीक जानकारी प्राप्त करना बेहद मुश्किल है.
हमास की स्थिति और इजराइल की प्रतिक्रिया
7 अक्टूबर, 2023 को हमास के लड़ाका हमले के बाद इज़राइल और हमास के बीच संघर्ष शुरू हुआ था. इस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे, और 251 से अधिक लोग बंधक बना लिए गए थे. इस हमले के बाद इज़राइल ने गाजा में बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिसमें हमास को भारी नुकसान पहुंचाया गया.
इज़राइल का दावा है कि उसने हमास के कई शीर्ष सैन्य कमांडरों को मार गिराया है, लेकिन समूह अभी भी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है. इज़राइल के सैन्य प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हलेवी ने कहा कि इज़राइल डिफेंस फोर्स (IDF) हमास को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है.
गाजा में वर्तमान स्थिति
युद्ध विराम के बाद हमास ने गाजा में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए तेजी से कदम उठाए हैं. उसने सुरक्षा उपायों को फिर से लागू किया है और गाजा के कुछ हिस्सों में बुनियादी सेवाओं को बहाल करने का काम शुरू कर दिया है. हालांकि, अधिकांश क्षेत्र अब भी बंजर भूमि में बदल गए हैं.
अमेरिकी दृष्टिकोण
अमेरिकी खुफिया अधिकारियों का मानना है कि गाजा युद्ध का आतंकवाद पर “पीढ़ीगत प्रभाव” पड़ेगा. युद्ध के कारण कई वैश्विक आतंकवादी समूहों को हिंसा को बढ़ावा देने का बहाना मिल गया है.
गाजा के भविष्य पर बातचीत
युद्ध के बाद गाजा पर शासन को लेकर अभी बातचीत जारी है. इज़राइल ने स्पष्ट कर दिया है कि वह गाजा में हमास के शासन को स्वीकार नहीं करेगा. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने कहा कि अगर हमास शांति समझौते का पालन नहीं करता है, तो अमेरिका इज़राइल को हरसंभव समर्थन देगा.
हमास ने गाजा युद्ध के दौरान अपने लड़ाकों की संख्या में बढ़ोतरी की है, लेकिन इस कदम ने गाजा में स्थिति को और अधिक अस्थिर बना दिया है. इज़राइल और हमास के बीच तनाव कम होने की बजाय बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि युद्धविराम और बातचीत का भविष्य गाजा और पूरे मध्य पूर्व पर क्या प्रभाव डालता है.