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एडीसी की स्विस अधिकारियों से पत्रकार अली अबुनिमा की तुरंत रिहाई की मांग

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, वाॅशिंगटन

अमेरिकी-अरब भेदभाव विरोधी समिति (एडीसी) ने फिलिस्तीनी अधिकारों के लिए मुखर वकालत करने वाले और इलेक्ट्रॉनिक इंतिफादा के संस्थापक एवं कार्यकारी निदेशक अली अबुनिमा की स्विस अधिकारियों द्वारा गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है. अली अबुनिमा, जो एक अमेरिकी नागरिक हैं, फिलिस्तीन में इजरायली अन्याय के खिलाफ लंबे समय से एक प्रभावशाली आवाज रहे हैं. उनकी यह गिरफ्तारी, जो शनिवार को ज्यूरिख में हुई, उनकी मुखर अभिव्यक्ति और फिलिस्तीनी अधिकारों के प्रति उनके समर्पण के कारण प्रतीत होती है.

एडीसी के अनुसार, अली अबुनिमा को स्विस पुलिस ने ज्यूरिख में एक सार्वजनिक भाषण कार्यक्रम से पहले गिरफ्तार किया. यह घटना शनिवार दोपहर की है. फिलहाल वे हिरासत में हैं और उन्हें कानूनी सलाहकार से संपर्क करने की अनुमति दी गई है.

इलेक्ट्रॉनिक इंतिफादा द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि अली अबुनिमा को शुक्रवार को ज्यूरिख पहुंचने पर भी पुलिस द्वारा एक घंटे तक पूछताछ की गई थी. हालांकि उन्हें अंततः देश में प्रवेश करने की अनुमति दी गई. गिरफ्तारी एक दिन बाद हुई, जब वे अपने भाषण दौरे के लिए स्विट्ज़रलैंड पहुंचे.

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सवाल

एडीसी ने इस घटना को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर एक सीधा हमला बताते हुए कड़ी निंदा की है. संगठन का कहना है कि फिलिस्तीन में अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना अपराध नहीं है. इसे कभी भी अपराध नहीं माना जाना चाहिए. प्रेस की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सार्वभौमिक अधिकार हैं, जिनकी रक्षा की जानी चाहिए.

एडीसी ने इस गिरफ्तारी को मानवाधिकार और न्याय की मांग करने वाली आवाजों को दबाने का प्रयास बताया है. उन्होंने कहा, “यह घटना उन प्रयासों का हिस्सा है जो अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने वालों को चुप कराने के लिए किए जा रहे हैं.”

अमेरिकी विदेश विभाग से अपील

एडीसी ने अमेरिकी विदेश विभाग से अपील की है कि वह अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने की जिम्मेदारी निभाए. उन्होंने मांग की है कि अली अबुनिमा की सुरक्षित और तत्काल रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाए.

संगठन ने आगे कहा, “अली अबुनिमा की गिरफ्तारी न्याय और जवाबदेही की मांग करने वाली आवाजों को दबाने के खतरनाक प्रयासों का हिस्सा है.” उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी अधिकारों के लिए आवाज उठाने वालों को चुप कराने का यह प्रयास अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवाधिकार सिद्धांतों के खिलाफ है.

पत्रकारों और मानवाधिकार अधिवक्ताओं के समर्थन में एडीसी

एडीसी ने कहा कि वे उन पत्रकारों और मानवाधिकार अधिवक्ताओं के समर्थन में खड़े हैं जो अन्याय और मानवाधिकारों के हनन को उजागर करते हैं. उन्होंने कहा, “जो लोग सत्ता के सामने सच बोलने का साहस रखते हैं, उन्हें दबाने का हर प्रयास खतरनाक मिसाल कायम करता है और इसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए.”

एडीसी ने यह भी कहा कि वे इस मामले पर नजर बनाए रखेंगे और इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि अली अबुनिमा के साथ न्याय हो.

फिलिस्तीनी अधिकारों के लिए समर्पित आवाज


अली अबुनिमा फिलिस्तीनी अधिकारों के लिए लंबे समय से एक मजबूत और मुखर आवाज रहे हैं. उनके प्रयासों ने फिलिस्तीनी संघर्ष को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रमुखता दिलाई है. उनकी गिरफ्तारी न केवल उनकी वकालत को निशाना बनाती है, बल्कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी सवाल खड़े करती है.

एडीसी ने स्विट्जरलैंड और अन्य देशों से आग्रह किया है कि वे अभिव्यक्ति और प्रेस की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों का सम्मान करें. उन्होंने अली अबुनिमा की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग की है.

इस घटना ने मानवाधिकार अधिवक्ताओं और पत्रकारों के लिए खड़े होने और उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए एकजुटता का आह्वान किया है. एडीसी का कहना है कि वे इस लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि न्याय की जीत हो.

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