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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़: 18 श्रद्धालुओं की मौत, रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग तेज

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं के बीच नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ (Stampede at New Delhi Railway Station) में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों घायल हुए हैं. इस रेल हादसे (Railway Tragedy) के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnaw) पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है. सोशल मीडिया पर उनके इस्तीफे की मांग (Resignation Demand) ट्रेंड कर रही है, और विपक्षी दलों ने भी सरकार को घेरा है.


भगदड़ कैसे मची? रेलवे का क्या बयान?

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, घटना तब हुई जब प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर भीड़ उमड़ पड़ी.

🔹 पटना जाने वाली मगध एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी थी.
🔹 नई दिल्ली-जम्मू उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर खड़ी थी.
🔹 जब श्रद्धालु फुटओवर ब्रिज से उतर रहे थे, तभी कुछ यात्री फिसल गए और उनके ऊपर अन्य लोग गिरने लगे, जिससे भगदड़ मच गई.
🔹 स्टेशन पर भारी भीड़ के चलते दम घुटने की भी कई घटनाएं सामने आईं.
🔹 गलत घोषणाओं (Miscommunication) और ट्रेनों की देरी (Train Delays) ने भी अफरा-तफरी बढ़ा दी.

उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) हिमांशु उपाध्याय ने कहा कि रेलवे भगदड़ के कारणों की जांच कर रहा है और सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है.


इस्तीफे पर सियासत: सोशल मीडिया पर उठी मांग

रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग (Resignation of Railway Minister) को लेकर सोशल मीडिया पर बड़ा अभियान चल रहा है.

🔹 2013 कुंभ मेला भगदड़ का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें आजम खान ने भगदड़ में 39 लोगों की मौत के बाद नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया था.
🔹 पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने रेलवे के कुप्रबंधन (Railway Mismanagement) को हादसे का जिम्मेदार बताया.
🔹 पत्रकार गुरप्रीत सिंह ने ट्वीट कर लिखा, “जो रेल मंत्री इस्तीफे की मांग से सहमत हैं, वे इसे रीट्वीट करें.”
🔹 कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने एक्स (Twitter) पर लिखा, “रेल मंत्री को नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।.
🔹 पत्रकार प्रिया सिंह ने ट्वीट किया, “इतना निकम्मा रेल मंत्री इस देश ने नहीं देखा.”


भगदड़ में मरने वालों की सूची

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों की सूची इस प्रकार है:

1️⃣ आहा देवी (79 वर्ष, बक्सर, बिहार)
2️⃣ पिंकी देवी (41 वर्ष, संगम विहार, दिल्ली)
3️⃣ शीला देवी (50 वर्ष, सरिता विहार, दिल्ली)
4️⃣ व्योम (25 वर्ष, बवाना, दिल्ली)
5️⃣ पूनम देवी (40 वर्ष, सारण, बिहार)
6️⃣ ललिता देवी (35 वर्ष, परना, बिहार)
7️⃣ सुरुचि (11 वर्ष, मुजफ्फरपुर, बिहार)
8️⃣ कृष्णा देवी (40 वर्ष, समस्तीपुर, बिहार)
9️⃣ विजय साह (15 वर्ष, समस्तीपुर, बिहार)
🔟 नीरज (12 वर्ष, वैशाली, बिहार)
🔹 कुल मृतकों में 14 महिलाएं और 5 नाबालिग शामिल हैं।


रेलवे ने की मुआवजे की घोषणा

रेलवे ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को ₹10-10 लाख का मुआवजा (Compensation for Stampede Victims) देने का ऐलान किया है.

✔️ गंभीर रूप से घायलों को ₹2.5 लाख
✔️ मामूली रूप से घायलों को ₹1 लाख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने घटना पर शोक जताया.

🔹 पीएम मोदी ने कहा“नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।.
🔹 राष्ट्रपति मुर्मू ने ट्वीट किया“भगदड़ में हुई मौतें दुखद हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं.”


क्या है रेलवे की लापरवाही?

👉 रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ को संभालने की व्यवस्था नहीं थी.
👉 घोषणाओं में भ्रम (Miscommunication) से अफरा-तफरी बढ़ी.
👉 हर घंटे 1,500 से अधिक जनरल टिकट बेचे जा रहे थे.
👉 प्लेटफॉर्म बदलने की गलत सूचना से भगदड़ मची.

दिल्ली पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की जा रही है.


प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा?

👤 धर्मेंद्र सिंह (यात्री)“स्टेशन पर भारी भीड़ थी। मैंने पहले इतनी भीड़ नहीं देखी। मैंने अपनी आंखों के सामने 6-7 महिलाओं को स्ट्रेचर पर ले जाते देखा।.

👤 प्रमोद चौरसिया (यात्री)“मेरे पास कन्फर्म टिकट था, लेकिन इतनी भीड़ थी कि ट्रेन में चढ़ना मुश्किल हो गया। बहुत धक्का-मुक्की हो रही थी.”

👤 पीड़ित परिवार का बयान“हम छपरा (बिहार) जा रहे थे, लेकिन मेरी मां की भगदड़ में मौत हो गई। लोग एक-दूसरे को धक्का दे रहे थे.”


क्या रेल मंत्री देंगे इस्तीफा?

🚨 विपक्ष और सोशल मीडिया पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग तेज हो गई है.

🔹 क्या रेलवे की लापरवाही (Railway Negligence) से 18 निर्दोष लोगों की जान गई?
🔹 क्या रेलवे मंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए?
🔹 क्या सरकार रेलवे सुधारों को गंभीरता से ले रही है?

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