शाहरुख खान: मैं ब्याज नहीं लूंगा, यह हराम है
बॉलीवुड का बादशाह और एक सच्चा इंसान
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
शाहरुख खान को बॉलीवुड का बादशाह कहा जाता है। उनकी फिल्मों की गूंज सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में सुनाई देती है। उनके नाम से ही सिनेमाघरों में भारी भीड़ उमड़ पड़ती है। लेकिन उनकी लोकप्रियता सिर्फ उनकी अदाकारी तक सीमित नहीं है, बल्कि वे अपने विनम्र स्वभाव और सामाजिक कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं। हाल ही में दिवंगत निर्देशक रवि चोपड़ा की पत्नी रेणु चोपड़ा ने एक ऐसी घटना का खुलासा किया, जिसने शाहरुख की दरियादिली और ईमानदारी को एक बार फिर साबित कर दिया।
रेणु चोपड़ा का खुलासा: मुश्किल वक्त में शाहरुख बने मददगार
दिवंगत निर्देशक रवि चोपड़ा के परिवार के लिए एक समय बहुत कठिन था। उनके बेटे सिद्धार्थ चोपड़ा अपनी पहली फिल्म ‘इत्तेफाक’ का निर्माण करना चाहते थे, लेकिन आर्थिक समस्याओं के कारण वे इसे पूरा करने में असमर्थ थे। तभी शाहरुख खान ने बिना किसी शर्त के उनकी मदद करने का फैसला किया। सबसे खास बात यह थी कि उन्होंने बिना स्क्रिप्ट पढ़े ही फिल्म के निर्माण में निवेश कर दिया। यह उनकी उदारता और रिश्तों को निभाने की भावना को दर्शाता है।
“शाहरुख ने बिना स्क्रिप्ट सुने फिल्म बनाने को कहा”
रेणु चोपड़ा ने बताया कि जब उन्होंने शाहरुख से मदद मांगी, तो उन्होंने बिना देर किए हामी भर दी। रेणु चोपड़ा कहती हैं,
“जब मैंने शाहरुख से कहा कि मुझे फिल्म के निर्माण के लिए आर्थिक मदद की जरूरत है, तो उन्होंने बिना कोई सवाल किए तुरंत हां कर दी। उन्होंने स्क्रिप्ट भी नहीं सुनी, बस यह कहा कि ‘आपका बेटा काम कर रहा है, मैं घोड़े में नहीं, बल्कि जॉकी में निवेश करता हूं।'”
ब्याज नहीं लूंगा, यह हराम है!
फिल्म की शूटिंग पूरी होने के बाद जब रेणु चोपड़ा ने शाहरुख खान को उनके पैसे ब्याज समेत लौटाने की पेशकश की, तो उन्होंने लेने से साफ इनकार कर दिया। रेणु चोपड़ा बताती हैं,
“जब मैंने फिल्म के अंत में शाहरुख को उनके निवेश किए गए पैसे ब्याज समेत लौटाने की कोशिश की, तो उन्होंने कहा, ‘मैं ब्याज नहीं ले सकता। यह हराम है!’ यह सुनकर मैं बेहद हैरान रह गई। शाहरुख सिर्फ एक बेहतरीन अभिनेता ही नहीं, बल्कि एक सच्चे इंसान भी हैं।”
शाहरुख का सम्मान और सादगी
शाहरुख खान अपने बड़ों के प्रति सम्मान और सादगी के लिए भी जाने जाते हैं। रेणु चोपड़ा ने बताया कि जब उन्होंने पहली बार शाहरुख को मिलने के लिए बुलाया, तो उन्होंने कहा,
“रेणु जी, आप क्यों आ रही हैं? मैं आपके पास आऊंगा।”
इतना व्यस्त होने के बावजूद, शाहरुख ने अपना वादा निभाया और खुद मिलने आए। यह दिखाता है कि वे न केवल एक शानदार अभिनेता हैं, बल्कि एक बेहतरीन इंसान भी हैं।
शाहरुख खान की दरियादिली के किस्से
शाहरुख खान ने अपने जीवन में कई ऐसे काम किए हैं, जो उनकी दरियादिली को दर्शाते हैं। चाहे वह फंडिंग हो, जरूरतमंदों की मदद हो या फिर किसी की सहायता करना, वे हमेशा आगे रहते हैं। उन्होंने कई बार बॉलीवुड में अपने सह-कलाकारों और नए कलाकारों को भी सहयोग दिया है।
निष्कर्ष: एक सच्चे सितारे की कहानी
शाहरुख खान न सिर्फ बॉलीवुड के सुपरस्टार हैं, बल्कि इंसानियत के भी मिसाल हैं। उनकी यह कहानी साबित करती है कि वे सिर्फ पर्दे पर ही नहीं, बल्कि असल जिंदगी में भी हीरो हैं। उनका यह कदम दिखाता है कि पैसा कमाना आसान हो सकता है, लेकिन उसे सही तरीके से खर्च करना और अपनी आस्था पर अडिग रहना ही असली ताकत है।