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सीएसआरई कानूनी सहायता प्रकोष्ठ की सफलता: तलाकशुदा महिला को पूर्व पति से मिला सात लाख रुपये का हक

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,नई दिल्ली

कानूनी सहायता के बिना न्याय प्राप्त करना अक्सर गरीब और वंचित वर्ग के लोगों के लिए एक कठिन चुनौती बन जाता है। लेकिन, सामाजिक न्याय और कानूनी अधिकारों की रक्षा में अग्रणी संस्था सीएसआरई (Centre for Social Research and Empowerment) ने एक और महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। इस बार, संस्था की कानूनी सहायता प्रकोष्ठ ने एक तलाकशुदा महिला को उसके पूर्व पति से सात लाख रुपये की लंबित धनराशि दिलवाने में मदद की।

कैसे मिली मदद? सीएसआरई की कानूनी टीम का अहम योगदान

मिस अलसफा रहमान नाम की एक युवा लड़की और उसकी माँ ने न्याय के लिए सीएसआरई का दरवाजा खटखटाया था। उनकी समस्या थी कि लड़की के पिता ने उसकी माँ को तलाक देने के बाद, अदालत के आदेश के बावजूद, भरण-पोषण का बकाया नहीं चुकाया। कई प्रयासों के बावजूद, महिला को उसका हक नहीं मिला और उसके पास केस लड़ने के लिए आवश्यक कानूनी दस्तावेज भी नहीं थे।

इस कठिन परिस्थिति में, सीएसआरई की कानूनी टीम ने महिला को मुफ्त कानूनी मार्गदर्शन, आवश्यक दस्तावेजों की व्यवस्था और केस दायर करने में सहायता प्रदान की। संस्था ने महिला को न केवल कानूनी प्रक्रियाओं को समझने में मदद की, बल्कि मौद्रिक सहायता भी दी जिससे वह अपने केस को आगे बढ़ा सकी।

न्याय की जीत: सात लाख रुपये की वापसी

सीएसआरई की टीम के प्रयासों और लगातार कानूनी कार्रवाई के बाद, महिला का पूर्व पति आखिरकार सुलह करने के लिए राजी हो गया। कानूनी प्रक्रिया के तहत, महिला को डिमांड ड्राफ्ट (DD) के माध्यम से पूरी सात लाख रुपये की राशि सौंप दी गई

इस मामले में सीएसआरई के वरिष्ठ अधिवक्ता कुतुब जफर और उनकी टीम ने निर्णायक भूमिका निभाई। उनकी विशेषज्ञता और सटीक रणनीति की बदौलत महिला को वह आर्थिक सहायता प्राप्त हो सकी, जिसकी उसे वर्षों से प्रतीक्षा थी।

पीड़िता की प्रतिक्रिया: “न्याय पाकर बेहद संतुष्ट हूँ”

डीडी प्राप्त करने के बाद, महिला ने सीएसआरई के प्रति अपना आभार व्यक्त किया और कहा कि वह इस अप्रत्याशित राहत से बेहद खुश है। उसके लिए यह न केवल आर्थिक सहायता थी, बल्कि एक नई जिंदगी की शुरुआत भी थी।

सीएसआरई: न्याय के लिए समर्पित संस्था

सीएसआरई (Centre for Social Research and Empowerment) वंचित और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए कार्यरत एक प्रमुख संस्था है। संस्था का मुख्य उद्देश्य सामाजिक न्याय की रक्षा करना और ऐसे लोगों तक मदद पहुँचाना है जो कानूनी लड़ाई लड़ने में असमर्थ होते हैं।

सीएसआरई की आधिकारिक वेबसाइट www.csreindia.org पर जाकर ऐसी और भी सफलता की कहानियाँ पढ़ी जा सकती हैं।

कानूनी सहायता से बदली जिंदगी

यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि यदि सही कानूनी सहायता और मार्गदर्शन मिले, तो न्याय पाना नामुमकिन नहीं। सीएसआरई जैसी संस्थाएँ उन लोगों के लिए आशा की किरण बनकर उभर रही हैं, जो अन्यथा न्याय से वंचित रह जाते।

यदि आप भी किसी कानूनी समस्या से जूझ रहे हैं और सहायता की आवश्यकता है, तो सीएसआरई की वेबसाइट पर जाकर मुफ्त कानूनी सहायता के लिए आवेदन कर सकते हैं

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