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चैंपियंस ट्रॉफी 2025: भारत की ऐतिहासिक जीत और मोहम्मद शमी का प्रदर्शन बना चर्चा का विषय

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, दुबई

भारत ने रविवार को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर तीसरी बार खिताब अपने नाम कर लिया। कप्तान रोहित शर्मा की शानदार 76 रनों की पारी और मध्यक्रम के बल्लेबाजों के संयमपूर्ण खेल ने टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत दिलाई। लेकिन इस जीत के बीच मोहम्मद शमी का प्रदर्शन चर्चा का विषय बना रहा।

मोहम्मद शमी की महंगी गेंदबाजी बनी चिंता का कारण

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, जो अपने अनुभव और धारदार गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं, फाइनल मुकाबले में उतने प्रभावी साबित नहीं हुए। शमी ने 10 ओवर में 80 रन लुटाए और केवल एक विकेट हासिल किया, जो उनके मानकों के हिसाब से एक कमजोर प्रदर्शन माना जाएगा।

हालांकि, टूर्नामेंट के पहले के मुकाबलों में शमी ने शानदार प्रदर्शन किया था। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने तीन अहम विकेट झटके थे, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ उनका लय में न दिखना भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के लिए थोड़ी चिंता की बात रही।

रोहित शर्मा ने जताया भरोसा, लेकिन नहीं चला शमी का जादू

कप्तान रोहित शर्मा ने फाइनल मुकाबले में शमी पर भरोसा जताया और उन्हें नई गेंद सौंपी। शुरुआत में उन्होंने अच्छी लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की, लेकिन न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने उनके खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाया और खूब रन बटोरे। डेरिल मिचेल (63) और माइकल ब्रेसवेल (53)* ने शमी की गेंदों पर जमकर शॉट खेले और उनका इकॉनमी रेट 8 के पार पहुंच गया।

शमी की गेंदबाजी में अपेक्षित विविधता की कमी दिखी, जिसकी वजह से वह बल्लेबाजों पर दबाव नहीं बना सके। हालांकि, उनकी एक विकेट झटकने वाली गेंद लाजवाब थी, लेकिन वह भारतीय टीम को बड़े ब्रेकथ्रू दिलाने में सफल नहीं रहे।

भारतीय स्पिनरों ने संभाला मोर्चा, न्यूजीलैंड को 251/7 पर रोका

जब भारतीय तेज गेंदबाज उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे, तब स्पिनर्स ने शानदार गेंदबाजी की।

  • कुलदीप यादव ने दो विकेट झटकते हुए रन गति पर नियंत्रण रखा।
  • वरुण चक्रवर्ती ने भी दो महत्वपूर्ण विकेट लिए और विपक्षी बल्लेबाजों को क्रीज पर सेट नहीं होने दिया।
  • रवींद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह ने भी किफायती गेंदबाजी करते हुए न्यूजीलैंड को 251 रनों तक सीमित रखने में बड़ी भूमिका निभाई।

भारत की बल्लेबाजी: रोहित-श्रेयस का जलवा, राहुल-पांड्या का अहम योगदान

252 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत शानदार रही।

  • रोहित शर्मा ने 76 रनों की दमदार पारी खेली और टीम को ठोस शुरुआत दी।
  • श्रेयस अय्यर (45) और केएल राहुल (39) ने मध्यक्रम को संभाला और टीम को जीत की ओर बढ़ाया।
  • हार्दिक पांड्या (33)* ने आखिरी ओवरों में तेज रन बनाते हुए भारत को तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी चैंपियन बना दिया।

नेताओं और दिग्गजों की प्रतिक्रियाएं

भारत की ऐतिहासिक जीत पर देशभर से बधाइयों का तांता लग गया।

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “एक ऐतिहासिक जीत! टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन कर चैंपियंस ट्रॉफी घर लाई।”
  • गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “आपकी जीत ने क्रिकेट में नए मानक स्थापित किए हैं।”
  • राहुल गांधी ने भी टीम इंडिया को बधाई देते हुए कहा, “हर खिलाड़ी ने भारत को गर्व महसूस कराया है।”

क्या मोहम्मद शमी के लिए वनडे क्रिकेट में आगे बढ़ने का समय आ गया है?

मोहम्मद शमी ने अपने करियर में कई ऐतिहासिक प्रदर्शन किए हैं, लेकिन उम्र और फिटनेस को देखते हुए यह सवाल उठता है कि क्या उन्हें वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने पर विचार करना चाहिए?

  • 2023 वनडे वर्ल्ड कप में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन लगातार चोटिल होने के कारण वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं।
  • इस मैच में उनका महंगा स्पेल भारतीय गेंदबाजी की कमजोरी को उजागर करता है।
  • भारत के पास अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा और उमरान मलिक जैसे युवा तेज गेंदबाज हैं, जो भविष्य में टीम के लिए अच्छा विकल्प हो सकते हैं।

निष्कर्ष: टीम इंडिया की जीत ऐतिहासिक, शमी को लेकर आगे सोचने की जरूरत

भारत की चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में जीत क्रिकेट इतिहास में दर्ज हो गई। रोहित शर्मा की कप्तानी, स्पिनर्स का प्रदर्शन और बल्लेबाजों की जिम्मेदारी भरी पारियां जीत की प्रमुख वजह रहीं। हालांकि, मोहम्मद शमी का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह वनडे क्रिकेट में आगे भी टीम का हिस्सा बने रहेंगे या नहीं।

क्या मोहम्मद शमी को वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए? इस पर आपकी क्या राय है? हमें कमेंट में बताएं!

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