यूएसआईईएफ प्रतिनिधिमंडल ने अकादमिक सहयोग सुदृढ़ करने को किया जामिया मिल्लिया इस्लामिया का दौरा
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो,नई दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (JMI) ने हाल ही में एक ऐतिहासिक क्षण का अनुभव किया जब यूनाइटेड स्टेट्स-इंडिया एजुकेशनल फाउंडेशन (USIEF) के एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल में संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रमुख विश्वविद्यालयों के प्रोवोस्ट, अंतर्राष्ट्रीय अधिकारी, शैक्षिक प्रशासक और वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल थे। इस दौरे का प्रमुख उद्देश्य भारत और अमेरिका के शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना, अनुसंधान और प्रशासनिक उत्कृष्टता को साझा करना तथा फेकल्टी और छात्रों के लिए नए अवसर तलाशना था।
कुलपति ने किया गर्मजोशी से स्वागत
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कुलपति प्रो. मज़हर आसिफ ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया और संस्थान की वैश्विक स्तर पर शैक्षणिक उत्कृष्टता और अनुसंधान में योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने इस चर्चा को दोनों देशों के शैक्षिक संस्थानों के बीच नए साझेदारी अवसरों को तलाशने का एक बेहतरीन मंच बताया।

अकादमिक सहयोग और नवाचार पर महत्वपूर्ण चर्चा
इस विज़िट के दौरान जामिया के वरिष्ठ अधिकारियों, डीन, संकाय प्रमुख, शोध केंद्र निदेशक और फुलब्राइट फेलो ने अमेरिकी संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ गहन विचार-विमर्श किया। इस चर्चा में निम्नलिखित विषयों पर विशेष ध्यान दिया गया:
✅ शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ाने के लिए नवीनतम पद्धतियाँ
✅ संस्थानिक साझेदारी और संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं के अवसर
✅ छात्रों और शिक्षकों के आदान-प्रदान कार्यक्रमों की संभावनाएँ
✅ प्रशासनिक और शैक्षणिक बेहतरी के लिए बेस्ट प्रैक्टिसेज
फुलब्राइट प्रोग्राम, जो अमेरिका और भारत के बीच सबसे महत्वपूर्ण शैक्षिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों में से एक है, को विस्तार से चर्चा में शामिल किया गया। इसमें भारतीय शिक्षकों और शोधकर्ताओं के लिए उपलब्ध अवसरों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
प्रतिनिधियों ने जामिया की अत्याधुनिक सुविधाओं का दौरा किया
चर्चा के बाद अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया की अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं और अनुसंधान केंद्रों का दौरा किया। इनमें विशेष रूप से निम्नलिखित स्थान शामिल थे:
🔹 सेंट्रल इंस्ट्रूमेंटेशन फैसिलिटी (CIF): यहाँ उन्नत अनुसंधान उपकरणों और अत्याधुनिक वैज्ञानिक प्रयोगों को देखा।
🔹 एजेके मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर (AJK MCRC): इस दौरे में मीडिया और पत्रकारिता के अत्याधुनिक संसाधनों तथा छात्रों की कार्यशैली को समझने का अवसर मिला।
इन दौरों के दौरान प्रतिनिधियों ने छात्रों और शिक्षकों से सीधे बातचीत की, जिससे उन्हें भारत में शिक्षा प्रणाली, अनुसंधान के तरीकों और अकादमिक नवाचारों को करीब से देखने का अवसर मिला।
यूएस-इंडिया अकादमिक सहयोग में एक महत्वपूर्ण कदम
इस महत्वपूर्ण विज़िट के जरिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अमेरिकी विश्वविद्यालयों के बीच मजबूत अकादमिक संबंध स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई। इस प्रकार के अंतरराष्ट्रीय सहयोग न केवल छात्रों और शिक्षकों के लिए नए अवसर पैदा करेंगे, बल्कि शिक्षा क्षेत्र में नए शोध और नवाचार को भी बढ़ावा देंगे।
कुलपति प्रो. मज़हर आसिफ ने इस बैठक को अत्यंत सार्थक और उपयोगी बताया और आशा व्यक्त की कि भविष्य में इस तरह की और भी साझेदारियाँ आगे बढ़ेंगी। उन्होंने कहा,
“हमारा उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक और अनुसंधान अवसरों को जामिया के छात्रों और शिक्षकों तक पहुँचाना है। इस विज़िट से न केवल भारत और अमेरिका के संस्थानों के बीच सहयोग मजबूत होगा, बल्कि यह शैक्षिक उत्कृष्टता और नवाचार को भी नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।”
काबिल ए गौर
यूएसआईईएफ प्रतिनिधिमंडल का यह दौरा भारत और अमेरिका के शैक्षणिक संस्थानों के बीच गहरे और दीर्घकालिक सहयोग की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल छात्रों और शिक्षकों को नए वैश्विक अवसर उपलब्ध कराने, अनुसंधान परियोजनाओं को प्रोत्साहित करने और शिक्षा प्रणाली को उन्नत करने में सहायक सिद्ध होगी।
इस विज़िट से यह स्पष्ट हो गया कि शिक्षा के क्षेत्र में वैश्विक सहयोग समय की आवश्यकता है और जामिया मिल्लिया इस्लामिया इस दिशा में लगातार नए आयाम जोड़ रहा है।