Madhya Pradesh देवी-देवताओं की तस्वीरों वाले पटाखे बेचने पर मुस्लिम दुकानदारों को धमकी–‘बेचा तो लगा देंगे दुकान में आग’
पैगंबर मोहम्मद साहब (Prophet Muhammad) के अपमान को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बताने वालों के लिए एक जरूरी सूचना. मध्य प्रदेश (MP) में पटाखों के रैपर पर छपी देवी-देवताओं की तस्वीरों के विरोध में एक गुट खड़ा हो गया है. वे पटाखा विक्रेताओं को खुले आम धमका रहा कि ऐसे पटाखे बेचते पकड़े जाने पर माचिस लगाकर दुकान में आग लगा दी जाएगी. दुकानदारों का कहना है, पटाखे कंपनियों से सप्लाई होते हैं. वे खुद नहीं बनाते. आपत्ति जताने वालों को सरकार की सहायता से ऐसे पटाखों के निर्माण एवं बिक्री पर रोक लगाने की पहल करनी चाहिए. उन्हें कंपनी से जो सप्लाई होता, उसे ही ग्राहकों को बेचते हैं.
मध्य प्रदेश के देवास (Devas, MP) में ऐसे लोगों के निशाने पर विशेष तौर से मुस्लिम (Muslims) दुकानदार हैं. उन्हें देवी-देवताओं के रैपर वाले पटाखे बेचने से रोका जा रहा. धमकियां दी जा रहीं. इससे संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया है, जिसमें युवकों की मंडली टोपीधारी बुजुर्ग की दुकान में घुस कर धमकियां देती दिख रही. एक युवक पटाखे का पैकेट देखाते हुए दुकानदार से कहता है-‘इसपर लक्ष्मी जी की तस्वीर है. जलने पर यह पैरों के नीचे आती हैं.’ इसपर दुकानदार कहता है कि वह पटाखे नहीं बनाता. वर्षों से ऐसा हो रहा. जवाब में युवकों में से एक बोलता है-‘पहले जो होता था, अब नहीं होगा. ऐसे पटाखे कंपनी को वापस करो. बेचोगे तो मुसीबत में पड़ जाओगे.’ एक अन्य युवक कहता है-‘नहीं माने तो एक मिनट में लाइसेंस निरस्त करा दूँगा. फिर मत कहना, हिंदुओं ने घर बैठा दिया. इसके तुरंत बाद एक अन्य युवक कहता है-‘अगली बार आउंगा. ऐसे पटाखे बिकते मिले तो दुकान में आग लगा दूँगा.’
इस घटना की प्रतिक्रिया में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह कहते हैं-‘‘पटाखों पर किसका चित्र हो, इसकी जवाबदारी पटाखे बनाने वाले पर है न कि दुकानदार पर. मोदी जी को अध्यादेश निकाल कर पटाखों पर किसी भी धर्म के देवताओं के चित्र नहीं लगाने का कानून बना देना चाहिए. देवास जिला प्रशासन को जो निर्दोष दुकानदारों को धमका रहे, उनपर कार्रवाई करनी चाहिए.’’
इस मुद्दे पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को यूपी के सी एम योगी आदित्य नाथ से सीख लेनी चाहिए. योगी ने उर्दू शायर मुनव्वर राणा के पैगंबर के तौहीन वाले बयान को भड़काउ बताकर उनपर मुकदमा ठोंकने में एक मिनट की देरी नहीं की. माचिस लगाकर दुकान जलाने की धमकी देने वालों को भी तुरंत अंदर करना चाहिए. मगर वायरल वीडियो पर उलटी प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं. एक वर्ग विशेष धमकाने वालों के समर्थन और दिग्विजय सिंह के विरोध में खड़ा है. यही नहीं ये पैगंबर मोहम्मद साहब के कार्टून के विरोध में मध्य प्रदेश में प्रदर्शन का भी विरोध कर रहे. यानी एक ही तरह के मुद्दे पर दोतरफा रूख.
नोटः वेबसाइट आपकी आवाज है। विकसित व विस्तार देने तथा आवाज की बुलंदी के लिए आर्थिक सहयोग दें। इससे संबंधित विवरण उपर में ‘मेन्यू’ के ’डोनेशन’ बटन पर क्लिक करते ही दिखने लगेगा।
संपादक