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यूएई: वयोवृद्ध अमीराती मोती व्यापारी हज हसन इब्राहिम का 94 वर्ष की आयु में निधन, एक युग का अंत

✍️ मुस्लिम नाउ विशेष रिपोर्ट | दुबई

संयुक्त अरब अमीरात के व्यापारिक इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय का समापन हो गया है। देश के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित व्यवसायी नेताओं में से एक, हज हसन इब्राहिम अल फरदान, का 94 वर्ष की आयु में दुबई में निधन हो गया। वह अल फरदान समूह के मानद अध्यक्ष और क्षेत्र के अंतिम महान पारंपरिक मोती व्यापारियों में से एक थे। उनका जाना केवल एक परिवार का नहीं, बल्कि एक पूरी कारोबारी विरासत का नुकसान है।


📢 पोते ने दी निधन की पुष्टि, साझा की भावुक श्रद्धांजलि

अल फरदान समूह के सीईओ और हज हसन इब्राहिम अल फरदान के पोते हसन फरदान अल फरदान ने लिंक्डइन पर अपने दादा के निधन की जानकारी साझा करते हुए लिखा:

“बहुत दुख के साथ, मैं अपने प्यारे दादा, दूरदर्शी नेता और अल फरदान समूह के मानद अध्यक्ष हज हसन इब्राहिम अल फरदान के निधन की खबर साझा करता हूं।”

उन्होंने आगे कहा,

“दुनिया के लिए वे एक दूरदर्शी व्यापारी थे, लेकिन मेरे लिए वे मेरे मार्गदर्शक, मेरे आदर्श और हमारे परिवार की मजबूत नींव थे।”

हसन ने अपने दादा के साथ एक भावुक तस्वीर भी पोस्ट की, जिसने सोशल मीडिया पर व्यापक प्रतिक्रिया और शोक का माहौल पैदा कर दिया।


💎 मोती व्यापार से बहुराष्ट्रीय समूह तक का सफर

हज हसन इब्राहिम अल फरदान ने 1954 में मोती व्यापार से अपने व्यवसायिक सफर की शुरुआत की थी, जब यूएई का व्यापारिक परिदृश्य पारंपरिक सीमाओं तक ही सीमित था। उन्होंने अपनी मेहनत, दूरदर्शिता और नैतिक मूल्यों के सहारे अल फरदान समूह को एक विविध बहुराष्ट्रीय समूह में तब्दील किया, जो आज फाइनेंस, रियल एस्टेट, एक्सचेंज और हॉस्पिटैलिटी जैसे क्षेत्रों में सक्रिय है।

समूह ने एक बयान में कहा:

“हमें उनकी बुद्धिमत्ता, विनम्रता, करुणा, उत्कृष्टता और ईमानदारी के लिए हमेशा याद रखा जाएगा।”


🇦🇪 यूएई के प्रति गहरी निष्ठा और नई पीढ़ियों में विश्वास

हसन फरदान ने अपनी पोस्ट में लिखा कि उनके दादा का यूएई और उसके नेतृत्व के प्रति विशेष लगाव था।

“वे अक्सर कहा करते थे कि उनकी सबसे बड़ी उम्मीद यह है कि अमीराती पीढ़ियां फलें-फूलें और राष्ट्र निर्माण में सार्थक भूमिका निभाएं।”

उन्होंने जो विरासत छोड़ी है, वह सिर्फ व्यवसाय नहीं, बल्कि संस्कृति, मानवता और मूल्यों से भरी एक स्थायी परंपरा है।


🕊️ अल्लाह से दुआ: दया और जन्नत की कामना

हसन फरदान ने श्रद्धांजलि में लिखा:

“उनके जाने से एक खालीपन पैदा हुआ है जिसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। लेकिन उनकी आत्मा, मूल्य और विरासत हमारे साथ और आने वाली पीढ़ियों के साथ रहेगी। अल्लाह SWT उन्हें अपनी रहमत में रखे और जन्नतुल फिरदौस में स्थान दे।”


📅 अल फरदान समूह ने की तीन दिवसीय शोक की घोषणा

अल फरदान समूह ने सोशल मीडिया पर यह घोषणा की कि वह अपने संस्थापक के सम्मान में तीन दिवसीय शोक अवधि मनाएगा। समूह ने उन्हें “दूरदर्शी नेता और क्षेत्र के अंतिम महान मोती व्यापारी” बताते हुए कहा कि उनका योगदान यूएई के व्यापारिक ढांचे के निर्माण में अमूल्य था।

“उनके नेतृत्व में समूह ने मोती व्यापार से लेकर वैश्विक व्यापारिक नेटवर्क तक का सफर तय किया। वे हमेशा एक प्रेरणादायक नेतृत्व के प्रतीक बने रहेंगे।”


📝 एक विरासत जो समय से परे है

हज हसन इब्राहिम अल फरदान का जीवन इस बात का प्रमाण है कि नैतिक मूल्य, दूरदर्शिता और सेवा भाव से कैसे कोई व्यक्ति न केवल एक सफल व्यवसायी, बल्कि एक राष्ट्र निर्माता और आदर्श नागरिक भी बन सकता है। उनका निधन एक युग के अंत जैसा है, लेकिन उनकी सोच और कार्यशैली आने वाली अमीराती पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी।

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