हमास की चेतावनी: पहले गाज़ा युद्ध के अंत की गारंटी दो, फिर रिहा होंगे सभी बंधक
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो,काहिरा
गाज़ा में जारी भीषण युद्ध के बीच एक बड़ी कूटनीतिक खबर सामने आई है। फिलिस्तीनी संगठन हमास ने स्पष्ट कर दिया है कि वह तभी सभी इज़राइली बंधकों को रिहा करेगा, जब उसे इस बात की ठोस गारंटी दी जाए कि गाज़ा युद्ध का पूर्ण रूप से अंत होगा।
हमास ने रखी शर्तें: युद्धविराम, इज़राइली सेना की वापसी और मानवीय सहायता की अनुमति
काहिरा में मिस्र और क़तर की मध्यस्थता में चल रही वार्ताओं के दौरान हमास के वरिष्ठ नेता ताहिर अल-नुनू ने बयान जारी कर कहा कि उनका संगठन एक गंभीर कैदी-बंदियों की अदला-बदली सौदे, युद्ध की समाप्ति, गाज़ा पट्टी से इज़राइली सेना की पूर्ण वापसी और मानवीय सहायता के अबाध प्रवेश के बदले में सभी इज़राइली बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है।
इज़राइल पर लगाया समझौते से मुकरने का आरोप
नुनू ने आरोप लगाया कि इज़राइल युद्धविराम के क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न कर रहा है और युद्ध को जानबूझकर खींच रहा है। उन्होंने कहा,
“मुद्दा यह नहीं है कि बंधकों की संख्या कितनी है, बल्कि यह है कि कब्जा करने वाला (इज़राइल) अपनी प्रतिबद्धताओं से बार-बार पीछे हट रहा है।”
अमेरिकी गारंटी के साथ नया प्रस्ताव पेश
इज़राइली मीडिया वेबसाइट Ynet की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में हमास के समक्ष एक नया प्रस्ताव रखा गया है, जिसके तहत वह 10 जीवित बंधकों को रिहा करेगा, इसके बदले में अमेरिका इस बात की गारंटी देगा कि इज़राइल युद्धविराम के दूसरे चरण की वार्ता में हिस्सा लेगा।
गौरतलब है कि युद्धविराम का पहला चरण 19 जनवरी 2025 को शुरू हुआ था, जो लगभग दो महीने तक चला और इस दौरान कई बंधक और कैदी एक-दूसरे को सौंपे गए। हालांकि, बंधकों की संख्या पर मतभेद और विश्वास की कमी के कारण यह प्रक्रिया टूट गई।
हमास का साफ़ इंकार: हथियारों पर कोई समझौता नहीं
नुनू ने यह भी स्पष्ट किया कि हमास अपनी सैन्य शक्ति और प्रतिरोध के हथियारों पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगा। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा,
“प्रतिरोध के हथियार किसी भी वार्ता का हिस्सा नहीं हैं।”
युद्ध की भयावहता: हज़ारों मौतें, गाज़ा में मानवीय संकट
गाज़ा युद्ध की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इज़राइल पर बड़े हमले के बाद हुई थी, जिसमें 1,218 लोगों की जान गई थी, जिनमें से अधिकांश नागरिक थे। हमास ने उस दिन 251 लोगों को बंधक बना लिया था। इज़राइली सेना के अनुसार, इन बंधकों में से 58 अब भी गाज़ा में बंद हैं, जबकि 34 की मौत हो चुकी है।
वहीं, गाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 18 मार्च 2025 को युद्धविराम टूटने के बाद से अब तक कम से कम 1,574 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिससे युद्ध शुरू होने के बाद से कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 50,944 हो गई है।
शांति के प्रयासों के बीच बना है अनिश्चितता का माहौल
जहां एक ओर अंतरराष्ट्रीय समुदाय गाज़ा में शांति स्थापना के लिए प्रयासरत है, वहीं हमास और इज़राइल के बीच अविश्वास की गहरी खाई वार्ता को बार-बार असफल बना रही है। इस समय सभी की निगाहें काहिरा में चल रही वार्ताओं पर टिकी हैं, क्योंकि यहीं से आने वाले दिनों में गाज़ा और इज़राइल के भविष्य की दिशा तय होगी।