हज 2025: 55,000 भारतीयों और 291 बच्चों को हज से रोका गया, सऊदी नियमों और PTO कोटा कटौती से संकट
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो | नई दिल्ली
हज 2025 से पहले भारत और दुनिया भर के लाखों मुसलमानों के लिए एक गंभीर और भावनात्मक झटका सामने आया है। जहां सऊदी अरब सरकार द्वारा जारी किए गए नए नियमों के चलते 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों को हज यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है, वहीं भारत में निजी टूर ऑपरेटरों (PTO) के कोटे में 80% कटौती के चलते करीब 55,000 भारतीय तीर्थयात्रियों को भी हज 2025 से वंचित होना पड़ रहा है।
291 मासूम बच्चे हज से वंचित, माता-पिता की उम्मीदें टूटीं
भारतीय हज समिति (HCoI) ने पुष्टि की है कि 12 वर्ष से कम उम्र के 291 बच्चों के हज आवेदन रद्द कर दिए गए हैं, जो अपने माता-पिता के साथ मक्का और मदीना की पाक यात्रा पर जाना चाहते थे।
13 अप्रैल, 2025 को जारी एक परिपत्र में समिति ने कहा:
“हज 1446 AH / 2025 के लिए, सऊदी सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को हज वीजा नहीं दिया जाएगा। इस वजह से उनके आवेदन स्वत: रद्द किए जा रहे हैं।”
यह फैसला उन सैकड़ों परिवारों के लिए भावनात्मक संकट बन गया है, जिन्होंने वर्षों की तैयारी और बचत के बाद हज के लिए आवेदन किया था।
पूर्ण रिफंड और रद्दीकरण विकल्प उपलब्ध
भारतीय हज समिति ने माता-पिता को आश्वस्त किया है कि बच्चों के नाम पर भरी गई राशि पूरी तरह से लौटाई जाएगी। साथ ही माता-पिता के पास दो विकल्प हैं:
- बिना बच्चों के हज यात्रा जारी रखें,
- या फिर आवेदन को पूरी तरह रद्द कर दें।
महत्वपूर्ण: अगर कोई रद्दीकरण 14 अप्रैल, 2025 तक किया जाता है, तो कोई शुल्क नहीं लगेगा। उसके बाद किए गए रद्दीकरण पर हज दिशा-निर्देशों के अनुसार शुल्क लागू होगा।
PTO कोटे में 80% कटौती, 52,000 से अधिक यात्रियों पर असर
इससे पहले, सऊदी सरकार ने भारत के निजी हज टूर ऑपरेटरों (PTOs) के लिए आवंटित कोटे में 80 प्रतिशत की कटौती कर दी थी। इस निर्णय ने करीब 52,000 भारतीय तीर्थयात्रियों को हज यात्रा से वंचित कर दिया है।
भारत को इस वर्ष कुल 1,75,025 हज कोटा मिला है, जिसमें से आम तौर पर 30% यानी लगभग 52,000 सीटें निजी टूर ऑपरेटरों के माध्यम से आवंटित की जाती थीं। लेकिन कटौती के बाद ये सभी सीटें अब अनिश्चितता में हैं।
हजारों लोग परेशान, ट्रैवल एजेंसियों में अफरातफरी
PTO/HGO (हज ग्रुप ऑर्गेनाइज़र) से हज यात्रा की योजना बना चुके हजारों लोगों के लिए यह फैसला अचानक आई मुश्किल बन गया है। देश भर की ट्रैवल एजेंसियां और हज समूह आयोजक अब वैकल्पिक समाधान खोजने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
“हमने पहले ही लोगों से बुकिंग ली थी, अब इस फैसले से न सिर्फ तीर्थयात्रियों का भरोसा टूट रहा है, बल्कि हमें भी भारी नुकसान हो रहा है।” – एक PTO संचालक, मुंबई
हज 2025 की संभावित तिथि और उड़ान कार्यक्रम
भारतीय हज समिति ने अब तक 18 प्रस्थान स्थलों की सूची और यात्रा खर्च की जानकारी जारी कर दी है। लेकिन हज उड़ानों का कार्यक्रम अब तक घोषित नहीं किया गया है।
हज समिति के अनुसार, भारत से उड़ानें 29 अप्रैल, 2025 से शुरू हो सकती हैं। वहीं, हज 2025 की संभावित तिथियां 4 जून से 9 जून के बीच बताई जा रही हैं। अंतिम तिथि धुल हिज्जा 1446 AH के चांद के दीदार पर निर्भर करेगी।
🕌 समाज और श्रद्धालुओं पर असर
- 291 बच्चों का वंचित होना सिर्फ संख्या नहीं, बल्कि सैकड़ों परिवारों की भावनात्मक चोट है।
- 55,000 से अधिक PTO यात्रियों का रुक जाना मुस्लिम समुदाय की तीर्थयात्रा स्वतंत्रता और योजना पर बड़ा प्रश्नचिह्न है।
- PTO/HGO संचालकों की कमाई और साख पर संकट गहरा गया है।
- समाज में न्याय, समानता और सुविधा के प्रति भरोसा पर असर पड़ता है।
📢 हज समिति की अपील
भारतीय हज समिति ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे हज सुविधा मोबाइल ऐप या हज समिति की वेबसाइट पर जाकर सभी अद्यतन जानकारी समय-समय पर लेते रहें, और दिशा-निर्देशों के अनुसार ही अपनी योजना तय करें।
✍️ निष्कर्ष
हज 2025 का यह अध्याय केवल एक धार्मिक यात्रा की तैयारी नहीं, बल्कि प्रशासनिक फैसलों और नीति परिवर्तनों के मानवीय असर को उजागर करता है। बच्चों की मासूम उम्मीदें, PTO यात्रियों की वर्षों की मेहनत और विश्वास का टूटना – ये सब इस वर्ष की हज यात्रा को भावनात्मक रूप से बेहद संवेदनशील और ऐतिहासिक बना रहे हैं।