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सोफिया सारा की पहल : दुबई की महिला ने अब तक 750 मज़दूरों को मुफ़्त कराया उमराह , लक्ष्य 10 लाख का

,मुस्लिम नाउ ब्यूरो,दुबई

— मानवता और सेवा की मिसाल पेश करते हुए दुबई में रहने वाली सोफिया सारा अद्दास ने एक असाधारण पहल की शुरुआत की है, जो कम आय वाले श्रमिकों को निःशुल्क उमराह यात्रा कराने में मदद करती है। उनकी इस पहल ‘उमराह4लेबरवर्कर्स’ के ज़रिए अब तक 750 से अधिक ब्लू-कॉलर कामगारों को सऊदी अरब के पवित्र शहरों मक्का और मदीना की यात्रा पर भेजा जा चुका है।

सोफिया की यह यात्रा एक सफाईकर्मी की उमराह की इच्छा को पूरा करने से शुरू हुई, और तब से यह एक व्यक्तिगत प्रयास से एक संगठित मिशन बन चुकी है। आज यह पहल एक पंजीकृत पर्यटन कंपनी का रूप ले चुकी है, जिसकी प्रतीक्षा सूची में 5,000 से अधिक श्रमिक हैं।


🌙 ‘उमराह4लेबरवर्कर्स’ कैसे करता है काम?

‘उमराह4लेबरवर्कर्स’ एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म है, जहां कोई भी व्यक्ति कम आय वाले श्रमिकों के लिए उमराह पैकेज खरीद सकता है। इस पैकेज में शामिल हैं:

  • उमराह वीज़ा प्रोसेसिंग और शुल्क
  • चिकित्सा बीमा
  • राउंड-ट्रिप बस यात्रा
  • होटल आवास (मक्का में 3 रातें, मदीना में 2 रातें)
  • रोज़ाना भोजन
  • यात्रा के लिए उपयुक्त कपड़े
  • अन्य ज़रूरी सेवाएं

प्रायोजक चाहें तो जिस कर्मचारी को उन्होंने प्रायोजित किया है, उसे विदा करने भी आ सकते हैं। पैकेज खरीदने के बाद, प्रायोजकों को बस की प्रस्थान तिथि और स्थान की जानकारी ईमेल के ज़रिए भेजी जाती है, ताकि वे इस ख़ुशी का हिस्सा बन सकें।


रमज़ान में शुरुआत, एक साल में 750 उमराह यात्राएं

यह अनोखी पहल पिछले रमज़ान में शुरू हुई थी, और अब इसकी पहली वर्षगांठ मनाई जा रही है। इस दौरान, दुबई में आयोजित ‘हेल्थ कार्निवल फॉर द वर्कफ़ोर्स’ कार्यक्रम के दौरान सोफिया ने बताया कि अब तक 750 कामगारों को मुफ्त उमराह यात्रा करवाई जा चुकी है।

इस कार्यक्रम का आयोजन दुबई की जनरल डायरेक्टोरेट ऑफ आइडेंटिटी एंड फॉरेनर्स अफेयर्स और पाकिस्तान एसोसिएशन दुबई के सहयोग से किया गया था। इस अवसर पर, सोफिया के कियोस्क पर सैकड़ों कामगार उमड़ पड़े, और उन्होंने कार्यक्रम के दौरान दो मज़दूरों को मुफ़्त उमराह यात्रा दी।


🕌 कामगारों के लिए आध्यात्मिक यात्रा का अवसर

इस पहल का उद्देश्य केवल एक धार्मिक यात्रा कराना नहीं है, बल्कि उन श्रमिकों को सम्मान देना है जो अपने परिवार से दूर, कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं। इस पहल के माध्यम से उन्हें आध्यात्मिक संतोष, सामाजिक मान्यता और एक जीवनभर की यादगार प्राप्त होती है।

सोफिया ने कहा,

“जब मैंने पहली बार एक श्रमिक की उमराह की इच्छा पूरी की, तो मैंने जाना कि यह कितना गहरा असर डालता है। अब मैं इसे जीवन का मिशन बना चुकी हूँ।”


💼 कॉरपोरेट सहयोग की अपील

सोफिया अब दुबई की कंपनियों से आग्रह कर रही हैं कि वे अपने कर्मचारियों के लिए उमराह पैकेज खरीदें और उन्हें यह अनुभव प्रदान करें।

“हम सब मिलकर अगर छोटे-छोटे कदम उठाएं, तो यह बड़ा लक्ष्य भी पूरा हो सकता है। मेरा सपना है कि 1 मिलियन (10 लाख) श्रमिकों को उमराह करवाया जाए।” – सोफिया सारा


कौन कर सकता है आवेदन?

कामगार को उमराह यात्रा के लिए प्रायोजित करने के लिए उसके पास निम्नलिखित दस्तावेज़ होना ज़रूरी है:

  • वैध पासपोर्ट
  • अमीरात ID
  • नियोक्ता से प्राप्त अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC)

प्लेटफ़ॉर्म यह सुनिश्चित करता है कि सभी दस्तावेज़ मानकों के अनुसार हों ताकि यात्रा में कोई रुकावट न आए।


📌 इंसानियत और इबादत का संगम

‘उमराह4लेबरवर्कर्स’ एक ऐसी पहल है जो धर्म, सेवा और सामाजिक समर्पण को जोड़ती है। यह ना केवल श्रमिकों को उनका धार्मिक कर्तव्य निभाने का अवसर देती है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि छोटी-छोटी पहलें बड़ी क्रांति ला सकती हैं।

सोफिया सारा अद्दास जैसे लोगों की वजह से दुनिया में उम्मीद और इंसानियत ज़िंदा है। उनका मिशन इस बात की मिसाल है कि अगर नीयत साफ हो, तो एक व्यक्ति भी लाखों ज़िंदगियों को छू सकता है।

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