Azim Premji देश के ‘दानवीर कर्ण’, रोज़ाना करते हैं 22 करोड़ रूपये दान
आईटी कंपनी विप्रो के प्रबंध निदेशक हैं भारत के परोपकारी नंबर एक, सालान दान किया 7,904 करोड़ रूपये
देश का एक बड़ा तबका जब लूट-खसोट में लगा है. विजय माल्या जैसे लोग भारत के बैंकों का अरबों रूपये लेकर विदेश चंपत हो जाते हैं. भारत का एक मुसलमान ऐसा भी है जिसे ‘दानवीर कर्ण’ कहा जाए तो गलत न होगा. Who is called Danveer?
यह शख्स है विप्रो के संस्थापक अध्यक्ष अजीम प्रेमजी. वह 2020 में भारत के सबसे बड़े परोपकारी, दानी, गरीबों के मसीहा बनकर उभरे हैं. वह रोज़ाना 22 करोड़ रूपये दान करते हैं. इतनी धनराशि तो हिंदुस्तान के हजारों फर्म का सालाना टर्नओवर भी नहीं. जानकर हैरानी होगी कि कोरोनावायरस के देश में पैर पसारने पर अजीम प्रेमजी ने अजीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन, विप्रो, और विप्रो एंटरप्राइजेज की ओर से 1,125 करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता की. ये राशि विप्रो की वार्षिक सीएसआर फंड एवं अजीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन द्वारा परोपकार पर खर्च किए जाने वाले धन से अलग है. हुरुन इंडिया(Hurun India) ने एक दिन पहले 2020 के परोपकारों की सूची जारी की है. हुरून इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद कहते हैं,‘‘ अजीम प्रेमजी भारतीय परोपकारों के लिए आदर्श हैं. उनकी पहल से अन्य उद्यमियों को सामाजिक उत्थान में सहयोग की प्रेरणा मिलती है.’’
हुरून इंडिया की सूचना के मुताबिक, प्रेमजी के बाद देश में परोपकार में दूसरे नंबर पर एचसीएल टेक्नोलॉजीज ( HCL Technologies ) के शिव नादर हैं. उन्हांेने इस वर्ष 795 करोड़ रूपये का दान दिया. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड( Reliance Industries Ltd) के अध्यक्ष तथा एशिया के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी लिस्ट में तीसरे नबर पर शामिल किए गए. उन्होंने इस वर्ष 458 करोड़ रूपये दान में दिए. उन्होंने 30 मार्च 2020 को रिलायंस इंडस्ट्रीज़ की तरफ से महाराष्ट्र व गुजरात (Gujrat) के मुख्यमंत्री राहत कोष में 5-5 करोड़ एवं प्रधानमंत्री (PM) राहत कोष में 500 करोड़ रूपये दान देने का ऐलान किया था. कुमार मंगलम बिड़ला और उनकी फैमिली ने इस वर्ष 276 करोड़ रूपये खर्च दिया. वह परोपकारों में चौथे नंबर पर हैं. लिस्ट में पांचवें स्थान पर वेदांत के संस्थापक और अध्यक्ष अनिल अग्रवाल को शामिल किया गया है, जिन्होंने 215 करोड़ रूपये दान पर खर्च किए. हुरुन इंडिया और एडेलगिव ( EdelGive ) ने मंगलवार को इस वर्ष के परोपकारों की सूची जारी की. यह संस्थान प्रत्येक वर्ष देश के बड़े परोपकारियों की सूची साझा करता है. 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक के दान के आधार पर सूची जारी की गई है. मिंट अखबार की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सूची में बिन्नी बंसल 40 साल से कम उम्र के पहले परोपकारी भी शामिल किए गए हैं. उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर 5 करोड़ से अधिक दान किया. हुरुन इंडिया का कहना है कि भारत के अधिकांश परोपकारी शिक्षा, गरीबी उन्मूलन पर धन खर्च करना पसंद करते हैं. (Pic social mrdia)
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