पाकिस्तान में 9 जगह भारत का हमला, अरब मीडिया ने कहा– ‘दुश्मनी की नई आग’
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
भारत द्वारा 7 मई को पाकिस्तान में चल रहे आतंकी ढांचों के खिलाफ चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है। विशेष रूप से मुस्लिम देशों की मीडिया, खासकर अरब मीडिया ने इस सैन्य कार्रवाई को अपनी प्रमुख खबरों में स्थान दिया है।
सऊदी अरब की प्रतिष्ठित समाचार वेबसाइट ‘अरब न्यूज़’ ने इस पर दो प्रमुख रिपोर्ट प्रकाशित की हैं और इसे अपनी वेबसाइट पर पहले स्थान पर रखा है। इसमें पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को केंद्र में रखते हुए बताया गया है कि भारत के मिसाइल हमलों में छह स्थानों को निशाना बनाया गया, जिसमें अब तक आठ लोगों के मारे जाने और 35 से अधिक लोगों के घायल होने की जानकारी दी गई है।

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी के अनुसार, भारत की ओर से मिसाइलों का प्रयोग कर छह स्थानों पर हमला किया गया, जिसमें दो महिलाओं, दो पुरुषों, एक तीन साल के बच्चे समेत आठ लोगों की मौत हुई। उन्होंने बताया कि पंजाब के अहमदपुर ईस्ट, मुरीदके, सियालकोट, शकरगढ़, और आज़ाद कश्मीर के कोटली और मुज़फ्फराबाद में हमले हुए।
पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार और रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने दावा किया है कि पाकिस्तान ने भारत के तीन से पांच विमानों को मार गिराया है और कुछ भारतीय सैनिकों को बंदी बना लिया गया है। हालांकि अरब न्यूज़ ने इन दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की है।
पाकिस्तानी सेना ने आरोप लगाया कि भारत ने जिन स्थलों को निशाना बनाया उनमें दो मस्जिदें भी शामिल थीं और कहा कि सभी हमले नागरिक ठिकानों पर किए गए हैं, न कि किसी आतंकवादी शिविर पर।
दूसरी ओर भारत सरकार ने अपने आधिकारिक बयान में स्पष्ट किया है कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में मौजूद उन आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना था जहाँ से पहलगाम हमले की योजना बनाई गई थी। सरकार ने कहा कि यह कार्रवाई अत्यंत संयम और रणनीतिक संतुलन के साथ की गई और किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया।
भारत के इस बयान के अनुसार, यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले की प्रतिक्रिया है जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे। इस हमले के पीछे पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों की भूमिका को लेकर भारत ने पहले ही पाकिस्तान को चेताया था।
इस सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में आपातकाल जैसे हालात बन गए हैं। पंजाब प्रांत के अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और राजधानी इस्लामाबाद में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक बुलाई गई है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस सैन्य टकराव को लेकर चिंता जाहिर की गई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से ‘अधिकतम संयम’ बरतने की अपील की है, वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटनाक्रम को ‘शर्मनाक’ करार देते हुए उम्मीद जताई है कि तनाव जल्द खत्म होगा।
ऑपरेशन सिंदूर नाम को लेकर भी अंतरराष्ट्रीय मीडिया में चर्चा है। भारत में सिंदूर विवाहित महिलाओं की सुरक्षा और वैवाहिक जीवन का प्रतीक माना जाता है, और यह नाम उन महिलाओं के दर्द का प्रतिनिधित्व करता है जिन्होंने पहलगाम हमले में अपने जीवनसाथियों को खो दिया।
इस सैन्य अभियान ने न सिर्फ पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह भी दिखाया है कि भारत अब आतंकी हमलों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है। आने वाले दिनों में ऑपरेशन सिंदूर की रणनीतिक गहराई और इसके राजनयिक असर पर दुनिया भर की नजर बनी रहेगी।
