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कश्मीरी हाल की हत्या की घटनाओं में शामिल नहीं: फारूक अब्दुल्ला

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, श्रीनगर

नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में हाल में हुई नागरिकों की हत्याओं में कश्मीरी शामिल नहीं हैं. ये हमले कश्मीरियों को बदनाम करने की साजिश के तहत किए गए. उन्होंने इन घटनाओं को केंद्र शासित प्रदेश में शांतिपूर्ण माहौल को बाधित करने का प्रयास करार दिया.

न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक खबर में कहा गया कि फारूख अब्दुल्ला ने कहा, “ये हत्याएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और एक साजिश के तहत की गई हैं. इन हत्याओं में कश्मीरी शामिल नहीं हैं. यह कश्मीरियों को बदनाम करने की कोशिश है. ”श्रीनगर से लोकसभा सदस्य ने कहा कि हत्याएं घाटी में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश है.

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और पुलवामा जिलों में शनिवार को आतंकवादियों ने दो गैर स्थानीय लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. इससे पहले, कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा अल्पसंख्यक समुदायों के चार सहित सात नागरिकों की हत्या कर दी गई थी, जिससे घाटी में लोगों में भय पैदा हो गया था. राजनीतिक दलों द्वारा सुरक्षा तंत्र की आलोचना की गई थी.

भारत और पाकिस्तान के बीच एनएसए स्तर की वार्ता के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा कि दोस्ती की ओर ले जाने वाली कोई भी पहल स्वागत योग्य है. उन्होंने कहा, ‘‘हमें प्रार्थना और उम्मीद करनी चाहिए कि दोनों देशों के बीच दोस्ती हो और हम (शांति से) रह सकें.‘‘ बता दें कि इस वर्ष अब तक 30 से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है. पिछले तीन दिनों में आतंकियों ने सुरक्षा बलों के भी 9 जवानों को शहीद कर दिए हैं. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि नई रणनीति के तहत आम लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. इन हत्याआंे के पीछे पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों का हाथ है. हालाकि उन्हें नियंत्रित करने के लिए हाल के दिनों में बड़ी संख्या में लोगों को हिरासत में लिया गया है. दस के करीब आतंकवादी मारे और पकड़े भी गए हैं.