फिल्म कश्मीर फाइल्स पर पाकिस्तान का दुष्प्रचार, कहा-भारत में सिनेमा चरमपंथियों के निशाना पर
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
इसमें दो राय नहीं कि फिल्म कश्मीर फाइल्स कुछ लोगों को पसंद नहीं आई. इसे एक मजहब के लोगों के विरूद्ध दुष्प्रचार बताया जा रहा है. यहां तक कहा जा रहा है कि गुजरात दंगे पर बनी फिल्म को गुजरात में ही चलने नहीं दी गई. इन सबके बावजूद पाकिस्तान को भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने का एक और मौका मिल गया है. कश्मीर फाइल्स को लेकर वहां की मीडिया मंे भारत विरोधी बातें कही जा रही हैं. कहा जा रहा है कि भारत में शिक्षण संस्थानों के बाद अब सिनेमाघर भी चरमपंथियों के निशाने पर हैं.
पाकिस्तान के बड़े मीडिया घरानों में से एक जंग डाॅट काॅम की एक खबर में कहा गया है,आरएसएस के गुंडों ने एक सिनेमाघर में धावा बोल दिया और कहा कि बॉलीवुड फिल्में और विशेष रूप से शाहरुख खान, आमिर खान और सलमान खान की फिल्में न देखें.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले के वक्त सिनेमाघर में कश्मीर पर एक फिल्म दिखाई जा रही थी, जिस पर आरएसएस के गुंडे सिनेमाघर में खड़े होकर कश्मीरियों और मुसलमानों का अपमान कर रहे थे.फिल्म देखने पहुंची महिलाएं चरमपंथी नारों की गूंज से बौखला गईं और बच्चे सहम गए.ध्यान रहे कि कि उच्च न्यायालय ने भारतीय राज्य कर्नाटक में शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध पर भी फैसला सुनाया है.
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने मंगलवार को शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध को बरकरार रखते हुए कहा कि हिजाब पहनना इस्लामी आस्था की अनिवार्य धार्मिक प्रथा नहीं है. कोर्ट के इस फैसले को भी भारत के विरूद्ध प्रचार में इस्तेमाल किया जा रहा है. दूसरी तरफ भारत में फैसले पर मुसलमानों के एक वर्ग को ऐतराज तो है, पर इसे सड़कों पर ले जाने की बजाए न्यायालय में बात पहुंचाने का समर्थन कर रहे हैं. मगर पाकिस्तानी मीडिया इस मामले को उछाल कर भारत के मुसलमानों को भड़काने में लगा है.
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