Muslim WorldTOP STORIES

पाकिस्तान बाढ़ से तबाह, 982 की मौत, पीड़ितों के लिए सरकारी भवन खोलने का फैसला

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली / इस्लामाबाद

पड़ोसी पाकिस्तान मंे बाढ़ ने हाहाकार मचा रखा है. भयंकर स्थिति को देखते हुए आपातकाल घोषित कर दिया गया है और प्रधानमंत्री मियां शहबाज शरीफ बाढ़ की बढ़ती तबाही के चलते विदेश दौरा रदद कर दिया है.24 घंटे में बाढ़ और बारिश से पाकिस्तान में 45 और लोगों की मौत हो गई. इसके बाद कुल मौतों का आंकड़ा 982 पहुंच गया है. सिंध में सबसे ज्यादा 339 मौतें हुई हैं.

एनडीएमए का कहना है कि पिछले 24 घंटों के दौरान बलूचिस्तान में 234, केपी में 19, बाढ़ और बारिश से 19, केपी में 10, सिंध में 33 और पंजाब में 2 लोगों की मौत हुई है.एनडीएमए द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान बाढ़ और बारिश के कारण 113 लोग घायल हुए, जबकि पिछले 24 घंटों के दौरान अन्य 8 हजार 588 जानवरों की मौत हुई, जबकि कुल 8 लाख 2 हजार 583 जानवरों की मौत हुई.

एनडीएमए ने कहा कि पिछले 24 घंटों में 4 और पुल क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि हाल ही में हुई बारिश और बाढ़ के कारण 149 पुल क्षतिग्रस्त हो चुके हैं.पिछले 24 घंटों के दौरान अन्य 11 हजार 811 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि हाल ही में हुई बारिश और बाढ़ के कारण कुल 6 लाख 82 हजार 139 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं.

एनडीएमए के मुताबिक, देशभर में बाढ़ से 1456 लोग घायल हुए हैं, देशभर में बारिश के दौरान 82,000 से ज्यादा जानवरों की मौत हुई है, जबकि कुल 149 पुलों और 682,000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है.प्रांतीय मंत्री कामरान बंगश का कहना है कि पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने पीड़ितों के लिए सूबे के सरकारी भवनों को खोलने के आदेश जारी किए हैं.

उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में महाविद्यालयों, पुस्तकालयों सहित सभी उच्च शिक्षा कार्यालय पीड़ितों के लिए खोल दिए गए हैं.बलूचिस्तान के हरनाई क्षेत्र के जरद आलो इलाके में बाढ़ बाधा में फंसा एक व्यक्ति बह गया.सूत्रों का कहना है कि बाढ़ बाधा में फंसा व्यक्ति 18 घंटे तक मदद की गुहार लगाता रहा.

स्थानीय सूत्रों का कहना है कि बाढ़ रिले में बह गए व्यक्ति की तलाश जारी है.प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के निर्देश पर बाढ़ प्रभावित इलाकों में मुफ्त मोबाइल कॉल की सुविधा मुहैया कराई गई.प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण के अध्यक्ष को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जीरो बैलेंस फ्री कॉल सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया था.यह पहल सार्वजनिक बचाव और राहत प्रयासों को बेहतर बनाने के लिए की गई है.

मुंडा हेडवर्क्स चारसड्डा में पानी का बहाव 260,000 से घटकर 135,000 हो गया है.डीसी चारसड्डा के मुताबिक बीती रात मुंडा का हेडवर्क बाढ़ रिले के कारण टूट गया था.आसपास के इलाकों में घरों को खाली करा लिया गया है. बाढ़ के कारण चारसड्डा में 17 राहत शिविर बनाए गए हैं.

शबारा, फकीराबाद, आगरा, गुलाबाबाद और कटुजई सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र हैं, काल्पनिक पुल पर काबुल नदी में जल स्तर अभी भी ऊंचा है.