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नहीं रहे 50 किताबें लिखने वाले जमात-ए-इस्लामी हिंद के पूर्व अमीर मौलाना सैयद जलालुद्दीन ओमारी

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
50 से अधिक किताबें लिखनो वाले जाने-माने इस्लामिक विद्वान और जमात-ए-इस्लामी हिंद के पूर्व अमीर मौलाना सैयद जलालुद्दीन ओमारी का निधन हो गया है. खबरों के मुताबिक, मौलाना सैयद जलालुद्दीन ओमारी ने शुक्रवार की रात करीब साढ़े आठ बजे जमात-ए-इस्लामी हिंद द्वारा संचालित अल-शफा अस्पताल में अंतिम सांस ली. उनका निधन देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है. जमात-ए-इस्लामी हिंद के मीडिया सचिव सैयद तनवीर अहमद ने यह जानकारी दी. उनके निधन पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भी ने इसे भारतीय मुसलमानों के लिए बड़ा झटका बताया है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौलाना सैयद जलालुद्दीन ओमारी को शनिवार सुबह करीब 11 बजे सुपुर्दे ए खाक कर दिया गया. जमात-ए-इस्लामी हिंद से मिली जानकारी के मुताबिक, नमाज ए जनाजा सुबह दस बजे जमात-ए-इस्लामी हिंद के केंद्र मस्जिद पशाया इस्लाम, शा अल्लाह में हुई. मौलाना सैयद जलालुद्दीन ओमारी लगातार तीन बार जमात-ए-इस्लामी हिंद के अमीर रहे. 2007 में पहली बार उन्हें जमात-ए-इस्लामी हिंद का अमीर चुना गया. इससे पहले वह डिप्टी आमिर की ड्यूटी निभा रहे थे.

मौलाना उमरी का पूरा जीवन तहरीक-ए-इस्लामी की खेती में बीता. वह मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले थे, लेकिन उन्होंने अपना अधिकांश जीवन उत्तर भारत में बिताया. लेखक अकादमी अलीगढ़ में लंबे समय तक सेवा की. आप कोमल बातचीत और गर्मजोशी से भरी बुद्धि के आदर्श उदाहरण थे. मौलाना सैयद जलालुद्दीन उमरी 50 से अधिक पुस्तकों के लेखक और एक उत्कृष्ट वक्ता थे.

मौलाना जलालुद्दीन ओमारी वर्तमान युग के महान धार्मिक विद्वानों में से एक थे, और वर्तमान में जमात-ए-इस्लामी हिंद की शरिया परिषद के अध्यक्ष थे.अस्पताल में भर्ती थे. उन्हें डॉक्टरों की एक टीम की देखरेख में गहन चिकित्सा इकाई आईसीयू में रखा गया था.