मिस्र में हरित शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा सऊदी अरब
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,रियाद
सऊदी अरब अगले महीने मिस्र में दूसरे मिडिल ईस्ट ग्रीन इनिशिएटिव समिट की मेजबानी करेगा. यह संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन जैसा ही होगा.सऊदी ग्रीन इनिशिएटिव फोरम भी इस आयोजन में साथ होगा, क्योंकि सऊदी अरब पर्यावरण की रक्षा के उपायों को लागू करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है.
इस बीच सऊदी पर्यावरण, जल और कृषि मंत्री अब्दुलरहमान अल-फडले ने रियाद में एमजीआई शासन चार्टर को मंजूरी देने के लिए मंत्रिस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की.बैठक में एशिया और अफ्रीका के 20 देशों के मंत्रियों और अधिकारियों और कई अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठनों ने भाग लिया.
उन्हांेने कहा कि पर्यावरण की रक्षा, लक्ष्यों को प्राप्त करने और क्षेत्र के आर्थिक विकास को लाभ पहुंचाने के मामले में एमजीआई के लिए यह सभा एक महत्वपूर्ण कदम है.यह चार्टर भूमि क्षरण को कम करने, वनस्पति आवरण, जैव विविधता को बहाल करने, अनुकूलन को बढ़ावा देने, खाद्य सुरक्षा और सामाजिक कल्याण के लिए क्षेत्रीय सहयोग के लिए मजबूत ढांचा प्रदान करेगा.
उन्होंने कहा, चार्ट के पहल को सक्रिय करने और सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण ब्लॉक तैयार किया गया है.उप पर्यावरण मंत्री, ओसामा फकीहा ने कहा कि एमजीआई का उद्देश्य आम चुनौतियों का समाधान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग करना है.
उन्होंने कहा कि शासन ढांचा सहयोगी और समावेशी निरीक्षण, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय संबंधों, जवाबदेही और पारदर्शिता के मुख्य सिद्धांतों और विज्ञान के आधार पर निर्णय लेने पर आधारित है.
मरुस्थलीकरण से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के कार्यकारी सचिव इब्राहिम थियाव ने भूमि बहाली पर सऊदी अरब के रुख की प्रशंसा की.उन्होंने कहा, हम वास्तव में 2024 में सऊदी अरब में होने वाले यूएनसीसीडी के दलों के अगले सम्मेलन की प्रतीक्षा कर रहे है.