आरएसएस की कश्मीरी मुसलमानों में पैठ बनाने को पत्रकार सोहेल काजमी को बनाया मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का संरक्षक
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, जम्मू
देश के बाकी हिस्से के बाद अब कश्मीरी मुसलमानों में पैठ बढ़ाने के लिए हिंदूवादी संगठन राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने अपने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का विस्तार किया है. जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड के सदस्य और पत्रकार सोहेल काजमी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की सहायक संस्था मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) का संरक्षक नियुक्त किया गया है.
काजमी को जम्मू में आयोजित एक समारोह में यह जिम्मेदारी सौंपी गई. समारोह में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया.
इस मौके पर आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अध्यक्ष इंद्रेश कुमार मुख्य अतिथि थे.सोहेल काजमी लंबे समय से मुस्लिम राष्ट्रीय मंच से जुड़े हुए हैं.
इंद्रेश कुमार ने पत्रकारों से कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत के हिस्से हैं. उन्हें उम्मीद है कि कश्मीर के जिस हिस्से पर पाकिस्तान का कब्जा है, वह जल्द ही भारत को वापस कर दिया जाएगा.
उन्होंने चीन पर कोविड-19 वायरस को पूरी दुनिया में फैलाने का भी आरोप लगाया, जिससे लाखों लोग मारे गए.कुमार ने कहा कि भारत ने विश्व स्वास्थ्य संगठन और संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त सर्वोत्तम वैक्सीन विकसित करके कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
मजे की बात है कि मुस्लिम मंच के इस कार्यक्रम में कश्मीरी मुसलमानों की बदहाली पर सरकार का क्या प्लान है, इसपर बातचीत करना जरूरी नहीं समझा गया. अनुच्छेद 370 हटने के बाद केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के मुसलमानों एवं कश्मीरी पंडितों को लेकर जितनी घोषणाएं की थीं, उसपर अब तक कोई खास अमल नहीं हुआ है. विशेषकर कश्मीरी पंडित इस समय केंद्र सरकार के रवैये से बेहद खफा हैं. हाल में वहां से एक बड़ा परिवार पलायन कर गया. कश्मीरी पंडितों के धरना-प्रदर्शन का भी सिलसिला जारी है.