फोर्ब्स की सूची में बॉक्सर निकहत जरीन, लीक से हटकर काम करने वालियों को दिया गया महत्व
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
प्रतिष्ठित विदेशी पत्रिका फोर्ब्स ने इस साल की ऐसी महिलाओं की सूची छापी है, जो महिला सशक्तिकरण की बेहतर उदाहरण तो हैं ही परंपरा से कुछ अलग हटकर करने की कोशिश कर रही हैं. इस सीची में तेलंगाना की अंतरराष्ट्रीय बॉक्स निकहत जरीन भी शामिल की गई हैं.
निकहत ने इसी वर्ष एशियाई गेम्स और विश्व बॉक्सिंग में स्वर्ण पदक हासिल किए हैं.बॉक्सिंग खेल की शुरूआत में उन्हें अपने ही लोगों का विरोध झेलना पड़ा था. बाद में जैसे-जैसे कामयाबियों की सीढ़ियां चढ़ती गईं, उनके हिमायतियों की तादाद बढ़ती गई.
जिस तरह टेनिस की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी सेरेना विलियम्स खेल के अलावा व्यापार सहित अन्य क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, उसी तरह निकहत भी खेल के अलावा मॉडलिंग और अन्य क्षेत्रों में मुकाम हासिल कर रही हैं. तेलंगाना में वह हरित क्षेत्र की ब्रांड एम्बैस्डर भी हैं.
इस साल फोर्ब्स इंडिया टीम ने डब्ल्यू-पॉवर 2022 की सूची तैयार करने से पहले देश की कई महिलाओं के कामों पर अनुसंधान किया. फोर्ब्स का कहना है कि उन्हें सूची में शामिल करने के लिए ऐसी उम्मीदवारों की तलाश थी जिन्हांेने अपने प्रयास से आला मुकाम हासिल किया है. इसके बाद पिछले 12 महीनों में सुर्खियां बटोरने वाली महिलाओं की कहानियों का अध्ययन किया गया. उन सभी की कहानियां बेहद प्रेरक लगीं.
इन मानदंडों के आधार पर नामों के पूल का मूल्यांकन किया गया और अंतिम 20 नामों को चुना गया. ये ऐसे नाम हैं जो व्यवसाय से लेकर कानून, खेल से लेकर सामाजिक प्रभाव, मनोरंजन से लेकर शिक्षा सभी श्रेणियों में अपना दबदबा रखती हैं. उनके योगदान को भारत भी महत्व देता है.
Forbes india- annual Women Power Issue.
— Nikhat Zareen (@nikhat_zareen) December 5, 2022
Happy to be featured in the Forbes India magazine along with these incredible self-made women.#WPower2022 @ForbesIndia pic.twitter.com/fIoiDuPxmM
इस सूची में बॉक्सिंग वर्ल्ड चौंपियन निकहत जरीन, , लीना नायर, कोल्हापुर, जिसे 112 साल पुराने फ्रांसीसी लक्जरी हाउस, चौनल को चलाने के लिए चुना गया है. इसी तरह झारखंड की एक कवि और स्वतंत्र पत्रकार जैसिंटा केरकेट्टा भी सूची में शामिल की गई हैं. वह आदिवासी शोषण के खिलाफ सबसे मजबूत आवाजों में से मानी जाती हैं. साथ ही अंजू श्रीवास्तव, जिन्होंने अपने 40 के दशक के मध्य में विनग्रीन्स फार्म की स्थापना की, जो अब एक फलता-फूलता डिप्स और सॉस व्यवसाय है, को भी चुना गया है.
पत्रिका की ओर से कहा गया कि जिस तरह विलियम्स ने खेल की दुनिया को पार किया और हर जगह महिलाओं के लिए रोल मॉडल बनीं. आशा करते हैं कि हमारी सूची में शामिल महिलाएं भी अपनी विशेषज्ञता के क्षेत्रों से परे प्रभाव और प्रेरणा से काम करेंगी. निकहत जरीन ने फोर्ब्स इंडिया की सूची में शामिल किए जाने पर सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर ट्वीट की है, जिसपर अच्छे-अच्छे कमेंट आ रहे हैं.
निकहत जरीन हर जगह महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल हैं
निकहत का अर्थ होता है खुशबू और जरीन का मतलब गोल्ड, सोना… बिल्कुल अपने नाम की तरह निकहत जरीन ने देश को भी गोल्ड की खुशबू से महका दिया है. अपने काम और हौसले के चलते आज वह देश के तमाम लोगों की रोल मॉडल बन गई हैं. बता दें भारत की ओर से 12 सदस्यीय टीम ने हिस्सा लिया था. भारत ने चार साल बाद गोल्ड मेडल हासिल किया है.
फोर्ब्स इंडिया की टीम ने प्राथमिक और माध्यमिक अनुसंधान के माध्यम से एकत्रित नामों के आधार पर एक लंबी सूची तैयार की. ऐसे उम्मीदवारों की तलाश की गई जो स्व-निर्मित थे, न कि जिन्हें विरासत में धन या पद मिला था. उन कहानियों को प्रभावित किया जिनके पास बताने के लिए प्रेरक कहानियां थीं.
इन मानदंडों के आधार पर नामों के पूल का मूल्यांकन किया गया था और अंतिम 20 नामों को चुने जाने से पहले- व्यवसाय से लेकर कानून, खेल से लेकर सामाजिक प्रभाव, मनोरंजन से लेकर शिक्षा तक सभी श्रेणियों में प्रतिनिधित्व के लिए मापा गया था.