कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला बोले-शाहरुख खान स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से, वह राष्ट्रभक्त हैं
मुस्लिम नाउ ब्यूरा, नई दिल्ली
देश में हिंदू-मुसलमान में मतभेद पैदाकर नफरत की खेती करने वालों को कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने शाहरूख खान के मामले मंे करारा जवाब दिया है. नफरती गिरोह के लोग खान की आगामी बॉलीवुड फिल्म पठान के गीत बेशरम रंग के परिधानों को लेकर विवाद खड़ा करने के प्रयास मंे हैं. इसके लिए बाइकॉट पठान का हैशटैग सोशल मीडिया पर चल रहा है.
इस मामले में कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने हस्ताक्षेप करते हुए बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बारे में कहा कि वह स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से हैं और वह एक राष्ट्रवादी हैं.
कांग्रेस सांसद ने कहा, शाहरुख खान हमेशा सकारात्मक रहते हैं. वह एक ऐसे परिवार से आते हैं जो राष्ट्रवादी है. उन्होंने जो कुछ भी कहा है वह सही है. वह राष्ट्रभक्त हैं.इससे पहले, कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2022 (केआईएफएफ) के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, खान ने बेशर्म रंग विवाद से संबंधित कुछ भी उल्लेख किए बिना इस बात पर जोर दिया कि नकारात्मकता ने सोशल मीडिया की खपत में वृद्धि की है, लेकिन उनके जैसे व्यक्ति प्रभावित नहीं होंगे और जारी रखेंगे. सकारात्मक बने रहेंगे.
उन्हांेने कहा,सिनेमा और वास्तव में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अभिव्यक्ति का आगमन अब मानवीय अनुभव और भावनाओं की एक प्रमुख अभिव्यक्ति बन गया है. समय की सामूहिक कथा को सोशल मीडिया द्वारा आकार दिया जा रहा है. इस विश्वास के विपरीत है कि सोशल मीडिया का प्रसार सिनेमा को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा.
उन्होंने आगे कहा, मेरा मानना है कि सिनेमा को अब और अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है. सोशल मीडिया अक्सर संकीर्ण दृष्टिकोण से प्रेरित होता है, जो मानव स्वभाव को सीमित करता है.
उन्हांेने लोगों से सकारात्मकता पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह करने के लिए अपने पठान संवाद को बदलते हुए कहा,कुछ दिनों से यहां आ नहीं पाए..आपसे मिल नहीं पाए. लेकिन अब दुनिया जो है नॉर्मल हो गई है. हम सब खुश हैं, मैं सबसे ज्यादा खुश हूं. मैं और आप लोग और जितने भी पॉजिटिव लोग हैं, सब के सब जिंदा है. मुझे यह कहने में कोई झिझक नहीं है कि दुनिया चाहे कुछ भी करे, मैं और आप और दुनिया के सभी सकारात्मक लोग जीवित हैं,.
बेशरम रंग को 12 दिसंबर को ऑनलाइन रिलीज किया गया था. इसके बाद से बखेड़ा खड़ा करने की कोशिश की जा रही है. अलग बात है कि नफरतियांें को सोशल मीडिया पर ही करारा जवाब मिल रहा है. बड़ी संख्या ऐसे लोगो की है जो बेशर्म रंग गाने को पसंद करने का इजहार सोशल मीडिया पर कर रहे हैं.