मध्य प्रदेश के मदरसों में क्या पढ़ाया जा रहा है, सरकार करेगी इसकी समीक्षा: नरोत्तम मिश्रा
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, भोपाल
प्रदेश सरकारों में मदरसों की समीक्षा का चलन सा निकल पड़ा है. खुद बोर्ड के मदरसों की बुरी हालत है. भवन का अभाव है. शिक्षकों को समय पर सैलरी नहीं मिल रही है. इसके विपरीत अवैध मदरसों के नाम पर संचालकों और इसमें पढ़ने वाले बच्चों को मानसिक प्रताड़ना देना का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ है कि थमने का नाम नहीं ले रहा. असम, यूपी के बाद अब मध्य प्रदेश में भी मदरसों के कार्यों की समीक्षा होगी. चिंताजनक बात यह है कि खुद को मुसलमानों का रहनुमा कहने वाले इस मामले में रहस्यमय चुप्पी साधे हुए हैं.
मध्यप्रदेश के कुछ मदरसों में आपत्तिजनक सामग्री पढ़ाए जाने का मामला सामने आया है. इस पर राज्य सरकार के गृहमंत्री डा नरोत्तम मिश्रा ने मदरसों में पढ़ाई जाने वाली सामग्री की स्क्रूटनी कराए जाने की बात कही है. राज्य के ग्ृाहमंत्री डा नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि प्रदेश के कुछ मदरसों में बच्चों को आपत्तिजनक सामग्री पढ़ाए जाने का विषय ध्यान में लाया गया है, किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए मदरसों के पठन सामग्री की स्क्रूटनी कराई जाएगी.
मिश्रा के मुताबिक इस मामले में जिलाधिकारी से कहा जाएगा कि वे शिक्षा विभाग के अधिकारी के माध्यम से मदरसों की पठन सामग्री की जांच कराएं.
ज्ञात हो कि राज्य में संचालित मदरसों पर सरकार की नजर है. पिछले दिनों अवैध मदरसों का मामला भी सामने आ चुका है. अवैध और अपंजीकृत मदरसों को लेकर अभियान भी चलाया गया था और बाल अधिकार संरक्षण आयोग के दल ने कई मदरसों का जायजा भी लिया था, परिणामस्वरुप भोपाल में ही चार मदरसों को बंद कराया गया, इसके अलावा कई मदरसों मे ताले लटके मिले थे.