अजमेर दरगाह पर हुई चंदन की रस्म, चंदन लेने को लगी भीड़
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, अजमेर
हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के 811वें उर्स को लेकर जायरीन के अजमेर आने का सिलसिला शुरू हो गया है. ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स के दौरान दरगाह में कई रस्में निभाई जाती हैं. इसमें चंदन की रस्म महत्वपूर्ण है. यह चंदन की रस्म दरगाह के सेवकों द्वारा की जाती है. इस इसमें दुनिया भर के जायरीन भाग लेते हैं. चंदन की यह रस्म दरगाह में अदा की गई. कहा जाता है कि इससे आध्यात्मिक शक्ति मिलती है.
माना जाता है कि यह चंदन बड़ी से बड़ी बीमारी को दूर कर देता है. यही वजह है कि दुनिया भर के जायरीन इस चंदन को पाने के लिए जद्दोजहद करते नजर आते हैं. ये संदल दरगाह के सेवकों द्वारा जायरीनों के बीच वितरित किए जाते हैं. इस मौके पर जायरीन चंदन प्राप्त कर इसे गुलाब जल में मिलाते हैं. जरूरत पड़ने पर इनका इस्तेमाल बीमारी से राहत दिलाने के लिए किया जाता है. ऐसी मान्यता है. पर्यटक साल भर इस अवसर का बेसब्री से इंतजार करते हैं.
चंदन को पीसकर पेस्ट बनाया जाता है, जिसके लिए अजमेर के एक खास परिवार को यह काम करने का सौभाग्य प्राप्त है. यह ख्वाजा की मजार पर प्रतिदिन दो कटोरी चढ़ाई जाती है जिसमें से एक कटोरी चंदन सेवकों को लौटा दी जाती है और दूसरी कटोरी ख्वाजा के मजार के पास रहती है.